सुजानगढ़
सुजानगढ़ (Sujangarh) भारत के राजस्थान राज्य के सुजानगढ़ ज़िले में स्थित एक नगर व जिला मुख्यालय है। जो कि पुर्व में चूरू ज़िले में आता था। यह राजस्थान का नवगठित जिला है। जिसका गठन 6 अक्टूबर 2023 को किया गया।[1][2]
सुजानगढ़ Sujangarh | |
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निर्देशांक: 27°42′N 74°28′E / 27.70°N 74.47°Eनिर्देशांक: 27°42′N 74°28′E / 27.70°N 74.47°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | राजस्थान |
ज़िला | सुजानगढ़ ज़िला |
स्थापना | 25 नवंबर 1520 |
संस्थापक | सूरत सिंह |
नाम स्रोत | सुजान सिंह |
शासन | |
• प्रणाली | नगर परिषद |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,01,528 |
भाषा | |
• प्रचलित | राजस्थानी, मारवाड़ी, हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिन कोड | 331507 |
दूरभाष कोड | +01568 |
वाहन पंजीकरण | RJ-44 |
विवरण
संपादित करेंयह शहर बीकानेर से 72 मील पूर्व-दक्षिण में मारवाड़ की सीमा से सटा हुआ है। इस स्थान का पुराना नाम 'खरबू जी का कोट' था। इसकी स्थापना खरबु जी पंडित द्वारा 25 नवंबर 1520 को की गई थी। आपने अपने राज्य की सभी न्यायप्रणाली को सुलझाने के लिए एक कोर्ट बनाया जिस वजह से इसका नाम "खरबु जी की कोट" पड़ा। फिर महाराजा सूरत सिंह ने 1835 ई० में इस क्षेत्र को अधिकार में लेकर इसका नाम सुजानसिंह के नाम पर सुजानगढ़ रखा। यहाँ पुराना किला अब भी विद्यमान है। यहाँ 46 मंदिर, 15 मस्जिदें और कई धर्मशालएँ है। आज़ादी से पहले सुजानगढ़ जिला था। जिसका गौरव 6 अक्टूबर 2023 को पुनः लौटा दिया गया। यह शहर राजस्थान की राजधानी जयपुर से उत्तर पश्चिम दिशा में 200 किमी की दूरी पर है। यहाँ का वैंकटेश्वर बालाजी मंदिर रेल्वे स्टेशन के पास है। 6 अक्टूबर 2023 को सुजानगढ़ राजस्थान का 51 वाँ ज़िला बनाया गया है।
इन्हें भी देखें
संपादित करें- सुजानगढ़ ज़िला
- सिंघी मन्दिर
- घंटाघर
- तिरुपति बालाजी मन्दिर
- डूंगर बालाजी मन्दिर पहाड़ पर
- शिवालय ठरड़ा
- ताल छापर अभ्यारण
- सालासर बालाजी मन्दिर
- गणेश मन्दिर
- शनि मन्दिर
- गाँधी चौक
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Lonely Planet Rajasthan, Delhi & Agra," Michael Benanav, Abigail Blasi, Lindsay Brown, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012332
- ↑ "Berlitz Pocket Guide Rajasthan," Insight Guides, Apa Publications (UK) Limited, 2019, ISBN 9781785731990