विकिपीडिया:निर्वाचित लेख उम्मीदवार/पुरालेख २
निर्वाचित लेख
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निर्वाचित लेख उम्मीदवार यह तालिका हिन्दी विकिपीडिया में निर्वाचित लेख बनने के लिए नामांकित उम्मीदवारों की तालिका है। लेख को नामांकित करने के लिए पन्ने के अंत में {{subst:नया निर्वाचित लेख प्रस्ताव|लेख का नाम जिसे आप नामांकित कर रहे हैं|~~~~|आपकी टिप्पणियाँ}} यह जोड़ दें। निर्वाचित बनने के पहले लेख को निर्वाचित लेख आवश्यकताओं को पूरा करना होगा। अतः आप इस सूची के लेखों के आगे (लेख के सुधार से संबंधित) अपने विचार या टिप्पणियाँ भी डाल सकते हैं। अपने मत की शुरुआत करें *'''समर्थन''' या *'''विरोध''' के साथ। |
- (प्रस्तावक: Nmisra ०५:३२, १ मई २०११ (UTC))
यह लेख प्रज्ञाचक्षु स्वामी रामभद्राचार्य पर है, जो एक धर्मगुरु, एक विकलांग विश्विद्यालय के संस्थापक, और संस्कृत और हिन्दी के वर्तमान साहित्यकार हैं। निर्वाचित लेख के लिए इसका समर्थन या निरसन करें, और इसे सुधारने के लिए अपने सुझाव भे दें। प्रस्तावकर्त्ता - User:Nmisra।
- ,समर्थन--Mayur (talk•Email) ०५:५१, २१ मई २०११ (UTC)
- Support Vibhijain (वार्ता) १६:०६, २२ जून २०११ (UTC)
- समर्थन -- प्रशा:आशीष भटनागर वार्ता ०७:०५, २३ जून २०११ (UTC)
- यह लेख काफ़ी अच्छा बना है। हां इसमें अधिक संदर्भ जोड़े जा सकते हैं। इन्हीं संपादक ने अंग्रेज़ी में इससे कहीं अधिक संदर्भ जोड़े हैं। अतः संदर्भ यदि 100 तक पहुंच जायें तो बेहतर होग, वैसे ये कोई मापदण्ड या शर्त नहीं है।
- लेख में और अधिक नीली कड़ियां जोड़ी जा सकती हैं, जिसके लिये हिन्दी विकि का अधिक अध्ययन करना होगा। ढूंढ कर कड़ियां जुटायें। साथ ही काफ़ी कड़ियां स्वयं बनाएं। इन पर 5-10 वाक्यों के लेख, 1 श्रेणी, 1 संभव चित्र और एक संभव ज्ञानसन्दूक लगा कर बना सकते हैं। बुरा न मानें, हम लोग ऐसे काम कर चुके हैं, तभी अनुभव से बता रहे हैं।
- नीचे एक सांचा बना कर लगा सकते हैं, देखें चैतन्य महाप्रभु। इस प्रकार सबंधित लेखों की एक संगठित तथा संक्षिप्त सूची दी जा सकती है। जिन पर लेख हों इनकी कड़ियां लगायें, व जिन पर न हों, उनके छोटे सहायक लेख बनायें, देखें शिक्षाष्टक। कुछ को काला भी छोड़ा जा सकता है।
- इस प्रकार लेख में चार चांद लग सकते हैं।
- फिर भी लेख की प्रशंसा अवश्य करूंगा। -- प्रशा:आशीष भटनागर वार्ता ०७:१३, २३ जून २०११ (UTC)
उपरोक्त बहुमतिय समर्थनों के आधार पर इस लेख को जुलाई माह के लिये निर्वाचित लेख घोषित किया जाता है।--Mayur (talk•Email) 04:58, 9 जुलाई 2011 (UTC)
प्रस्तावक: --Munita Prasadवार्ता १८:४६, १४ अप्रैल २००९ (UTC)
- लेख मे कुछ सुधार करके उसमे से सभी लाल कड़ियाँ हटा दी गई है। अब इस लेख मे एक भी लाल कडी नही है। सभी संदर्भ भी अब पूरे एवम सही है।
Jain.dhrj १५:५३, २७ जनवरी २०११ (UTC)
- लेख में कुछ खास सुधार किए हैं, जिनमें अंग्रेज़ी लेख के मानचित्र जैसा ही हिन्दी लेख में भि लगाने का उद्योग किया है। इसके साथ ही इसका ज्ञानसन्दूक भी काफ़ी कुछ बदला है। कोई खास कड़ी लाल नहीं है। संदर्भों को भी जोड़ा गया है। अन्य कई सुधार किए है। इसे निर्वाचित किया जा सकता है। कुछ और सुधारतब तक और हो जाएंगे। भाषा सुधार भी जारी है। साथ ही कोई हिन्दी से खास जुड़े व्यक्ति इसे देख सकते हैं।--आशीष भटनागरसंदेश १८:४९, १७ अप्रैल २००९ (UTC)
- दिल्ली लेख में अभी वर्तनी की अनेक अशुद्धियाँ हैं। इन अशुद्धियों को कृपया ठीक करके ही लेख को दिजिए। धन्यवाद। कुछ अशुद्ध शब्दों को यहाँ दिया जा रहा है -- चाहरदिवारी, पूरानी, स्वत्रंता, स्वत्रंता प्राप्ति , यहां, शूरू, पृथवीराज, राजपूतो, इसवी, इसवी निर्धारित , इसवी के बाद , महत्व , राजसिक, दिल लूट लेते हैं।, महत्वपूर्ण, भागो--डा० जगदीश व्योम
- आपके त्रुटियाँ बताने का बहुत धन्यवाद। उपरोक्त सभि सही किए गए हैं। किंतु दिल लूट लेते हैं। इस वाक्यांश में गलती समझ नहीं आई। कृपया बताएं, या सुधार दें, या बेहतर विकल्प सुझाएं। आगे भी आपसे यह एक्स्पर्ट ओपीनियन अपेक्षित है। पुनः धन्यवाद। --आशीष भटनागरसंदेश ११:१५, २० अप्रैल २००९ (UTC)
- दिल्ली लेख में मेरे द्वारा बताई गई त्रुटियों को ठीक कर दिया है इसके लिए धन्यवाद। परन्तु अभी भी कई गलतियाँ दिख रही हैं। कुछ को यहाँ दिया जा रहा है। कृपया इन्हें भी ठीक कर दीजिए।चाहरदीवारी की जगह चहारदीवारी, अनेकों की जगह अनेक, संगितकारों की जगह संगीतकारों, कभि की जगह कभी, ज्यादतर की जगह ज़्यादातर,इस प्रारंभिक चरण के २००६ में पूरा होने की उम्मीद है। (२००६ बीत गया है अब इस वाक्य को ठीक कर दीजिए), सभि की जगह सभी,दिल लूट लेते हैं। यह प्रयोग यहाँ पर उचित नहीं है। अलग अलग मुहावरे हैं- दिल लूटना, और दिल लुभाना, दिल जीतना। यहाँ पर दिल लुभाना या दिल जीतना का उचित होगा प्रयोग, वाक्य में यह प्रयोग होगा--- दिल लुभा लेते हैं या दिल जीत लेते हैं। धन्यवाद --डा० जगदीश व्योम १६:१४, २१ अप्रैल २००९ (UTC)
- उपरोक्त कमियों को पूरा किया गया। सधन्यवाद--आशीष भटनागरसंदेश १४:३६, ९ जून २००९ (UTC)
- दिल्ली लेख में मेरे द्वारा बताई गई त्रुटियों को ठीक कर दिया है इसके लिए धन्यवाद। परन्तु अभी भी कई गलतियाँ दिख रही हैं। कुछ को यहाँ दिया जा रहा है। कृपया इन्हें भी ठीक कर दीजिए।चाहरदीवारी की जगह चहारदीवारी, अनेकों की जगह अनेक, संगितकारों की जगह संगीतकारों, कभि की जगह कभी, ज्यादतर की जगह ज़्यादातर,इस प्रारंभिक चरण के २००६ में पूरा होने की उम्मीद है। (२००६ बीत गया है अब इस वाक्य को ठीक कर दीजिए), सभि की जगह सभी,दिल लूट लेते हैं। यह प्रयोग यहाँ पर उचित नहीं है। अलग अलग मुहावरे हैं- दिल लूटना, और दिल लुभाना, दिल जीतना। यहाँ पर दिल लुभाना या दिल जीतना का उचित होगा प्रयोग, वाक्य में यह प्रयोग होगा--- दिल लुभा लेते हैं या दिल जीत लेते हैं। धन्यवाद --डा० जगदीश व्योम १६:१४, २१ अप्रैल २००९ (UTC)
- आपके त्रुटियाँ बताने का बहुत धन्यवाद। उपरोक्त सभि सही किए गए हैं। किंतु दिल लूट लेते हैं। इस वाक्यांश में गलती समझ नहीं आई। कृपया बताएं, या सुधार दें, या बेहतर विकल्प सुझाएं। आगे भी आपसे यह एक्स्पर्ट ओपीनियन अपेक्षित है। पुनः धन्यवाद। --आशीष भटनागरसंदेश ११:१५, २० अप्रैल २००९ (UTC)
- दिल्ली लेख में अभी वर्तनी की अनेक अशुद्धियाँ हैं। इन अशुद्धियों को कृपया ठीक करके ही लेख को दिजिए। धन्यवाद। कुछ अशुद्ध शब्दों को यहाँ दिया जा रहा है -- चाहरदिवारी, पूरानी, स्वत्रंता, स्वत्रंता प्राप्ति , यहां, शूरू, पृथवीराज, राजपूतो, इसवी, इसवी निर्धारित , इसवी के बाद , महत्व , राजसिक, दिल लूट लेते हैं।, महत्वपूर्ण, भागो--डा० जगदीश व्योम
इस लेख के ३/० से बहुमत में होने एवं काफि समयसे लम्बित पडा़ रहने के कारण इसे निर्वाचित लेख घोषित किया जाता है--Mayur (talk•Email) ०५:५०, २१ मई २०११ (UTC)
कर्नाटक (२/१)
संपादित करेंप्रस्तावकर्त्ता: -- प्रशा:आशीष भटनागर वार्ता १२:३१, ५ फ़रवरी २०११ (UTC)
- समर्थन
- बस कुछ लाल कड़ियाँ है जिन्हे नीला करने की आवश्यकता है।-- Mayur(Talk•Email) १२:४६, ५ फ़रवरी २०११ (UTC)
- लेख को समर्थन है। बस कुछएक सुधार सुझाव है।
- लेख में जो उच्चारण दिया गया है उसकी आवश्यकता नहीं जान पड़ती क्योंकि हर हिन्दी समझने वाला जानता है कि कर्नाटक को क्या उच्चारित किया जाएगा। यह अंग्रेज़ी विकि की नकल मात्र है। अंग्रेज़ी में तो उच्चारण देना ही होता है लेकिन हिन्दी में उसकी ज़रुरत नहीं है। यदि उच्चारण कन्नड़ भाषा के लिए दिया गया है तो उसे देवनागरी में लिखा जाना चाहिए तब समझ में आएगा।
- लेख के अन्त में बहुत बड़ी चित्र दीर्घा दी गई है जिसके कारण लेख का आकार अकारण ही बहुत अधिक हो गया है जिसके कारण इसे लोड होने में भी समय लग रहा है। मेरे विचार से मुख्य लेख पर ३-४ चित्र ही चित्र दीर्घा में देने चाहिए और बाकी चित्रों को एक अन्य लेख बनाकर उसमें डाल देना चाहिए और उस लेख की कड़ी मुख्य लेख में उपयुक्त स्थान पर दे देनी चाहिए।
- लेख के अन्त में कई सारे साँचे लगे हुए हैं, कुछ चित्र दीर्घा के ऊपर और कुछ नीचे। यह सब चित्र दीर्घा हटाने के बाद एकसाथ रहने चाहिए।
- सन्दर्भ सूची को छोटा करने का क्या कोई उपाय है? मैंने किसी विकि पर देखा था कि इतने सन्दर्भों को एक छोती से विण्डो में डाला गया था और स्क्रॉल करके सारे सन्दर्भ देखे जा सकते थे। क्या इस लेख में भी कुछ किया जा सकता है?
- कई उपशीर्षक जो अलग-अलग बनाए गए हैं उन्हें एक उपशीर्षक के नीचे रखा जा सकता है जैसे संस्कृति के अन्तर्गत भाषा, धर्म, क्रीड़ा जैसे उपशीर्षकों को रखा जा सकता है क्योंकि ये बातें संस्कृति से सम्बन्धित हैं।
यह मेरी राय थी। बाकी अन्य सदस्य भी अपनी राय दें। रोहित रावत १८:०३, १८ मार्च २०११ (UTC)
- उच्चारण वाली बात में दम है। हिन्दी में लिखित एवं उच्चारित भाषा समान ही होती है, अतः इस IPA उच्चारण की आवश्यकता नहीं रह जाती है। इसे हटाया जा सकता है।
- चित्र दीर्घा को हटाया गया है।
- दीर्घा हटाये जाने पर सभी सांचे एक साथ स्वतः ही आ जाते हैं।
- संदर्भ सूची को छोटा ही दिखाया गया था, किन्तु प्रोग्रामिंग में कुछ गड़बड़ी के चलते यहाम Reflist|2 या 3 लिखने के बाद भि सूची 2 या 3 कॉलमों में दिखने के बजाय मात्र एक ही कॉलम में सीमित रह जाती है। फिर भी प्रयास कर इस गलती को सुधारा गया है।
- क्रीड़ा संस्कृति के अंतर्गत नहीं आती है, धर्म और संस्कृति समानांतर बिन्दु हैं, कोई भी दूसरे के अन्तर्गत्त नहीं आता है। हाम एक दूसरे से जुड़े अवश्य रहते हैं, अतः इन्हें एक शीर्षक के अन्तर्गत्त नहीं रखा जा सकता है। किसी भि अंग्रेज़ी विकी के स्थान पर लिखे लेख को संदर्भ हेतु देखें।
- समर्थन और मूल्यवान राय हेतु अतीव धन्यवाद। -- प्रशा:आशीष भटनागर वार्ता ०६:२९, १९ मार्च २०११ (UTC)
- विरोध
इस लेख से सभी लाल कडियाँ हटा दी गई हैं परतुं "कर्नाटक में पुरातात्त्विक स्थल एवं संग्रहालय" संदूक और "कर्नाटक के विषय" साँचे मे अब भी लाल कडियाँ है। अत: अनुरोध है कोई इस दिशा मे काम करे।--Jain.dhrj २१:५९, ५ फ़रवरी २०११ (UTC)
इस लेख के २/१ से बहुमत में चलते इस लेख को इस माह से निर्वाचित लेख घोषित किया जाता है--Mayur (talk•Email) १३:४९, २१ मार्च २०११ (UTC)
- (प्रस्तावक: प्रशा:आशीष भटनागर वार्ता १२:२६, २६ सितंबर २०१० (UTC))
- समर्थन
मैंने लेख पढ़ा। बहुत ज्ञानवर्धक लेख है। मेरा इस लेख के लिए समर्थन है। रोहित रावत १४:४१, २६ सितंबर २०१० (UTC)
वाकई मजा आ गया लेख पढ कर, इसे तो मुखपृष्ठ पर आना ही चाहिये। मेरा पूर्ण समर्थन-- Mayur(Talk•Email) १४:४४, २६ सितंबर २०१० (UTC)
- पूर्ण समर्थन। --गुंजन वर्मासंदेश १५:४१, २६ सितंबर २०१० (UTC)
- पूर्ण समर्थन। --Krishanbhatowa १५:३४, २ अक्तूबर २०१० (UTC)
- विरोध
- आपकी टिप्पणियाँ
4 समर्थनों एवं कोई विरोध न होने की स्थिति में अकबर को अक्टूबर माह के लिये निर्वाचित लेख घोषित किया जाता है-- Mayur(Talk•Email) १३:२५, १६ अक्तूबर २०१० (UTC)
(प्रस्तावकर्त्ता: --मयुर कुमार वार्ता २०:३८, ३० अप्रैल २०१० (UTC))
- इस लेख पर काफी काम हो चुका है। मेरे विचार से यह निर्वाचित लेख की सभी आवश्यकताओं को पूरा करता है, इसे निर्वाचित लेख बनाने में यदि कोई कमी शेष है तो इस विषय में कृपया अपनी टिप्पणी एवं मत दे।
- लेक अच्च्हा है परन्तु, यह लेख एक नये व अनुभ्वहीन सदस्य द्वारा बनाय गया है, तो क्या इसे निर्वाचीत होना चाहिये, कोइ भी प्रबधक इस लेख को सोच समज कर समर्थन दे--Bankelal १५:४०, १७ मई २०१० (UTC)
- सदस्य बांकेलाल जी द्वारा उपरोक्त टिप्पणी व अनुरोध ध्यानयोग्य नहीं है। कोई सदस्य अनुभवहीन है या नहीं, इससे उसके द्वारा बनाये गए लेख को आंकना गलत होगा। इसके लिये लेख पर निर्णय लेना चाहिये, न कि सदस्य। असल में हम लेख को निर्वाचित कर रहे हैं, न कि सदस्य को। हां बांकेलाल जी को लेख में कोई कमी या सुधार की आवश्यकता दिखे तो अवश्य बतायें, जिसे सुधारा जा सकता है।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता १५:२१, १८ मई २०१० (UTC)
- पूर्ण समर्थन,यह लेख भारत के बहुत पुराने ईतिहास की जानकारी देता है जो कही बड़ी मुस्किल से ही प्राप्त है मयुर ने बड़ी मेहन्त से इसे खोजा है इसके अलावा लेख महाभारत के समय के काल लोगो व योद्धओ के बारे मे सारी जानकारि देता है, निश्चित ही ये लेख महाभारत व अन्य लेको से भी अधिक अच्छा बनाया ग्या है, मै उम्मीद करत हु कि सद्स्य मुयर इस तरह के लेख बनाकर इस विकिपीडिया को फायदा पहुन्चाते रहेगे, उपर कि गयी भावुक टिप्पनी के लिये क्षमा चाहुन्गा--Bankelal १९:२४, १८ मई २०१० (UTC)
३ समर्थनों एवं ० विरोध के रहते बहुमत एवं निर्वाचन हेतु आवश्यकताओं की पूर्ति के आधार पर कुरुक्षेत्र युद्ध को अगस्त माह के लिये निर्वाचित लेख चुना गया-- मयुर कुमार | वार्ता १७:२०, ९ अगस्त २०१० (UTC)
प्रस्तावकः मैं इस लेख को मुख्य लेख बनाने के लिए प्रस्तावित कर रहा हूँ। हाँ अभी इसमें कुछ लाल कडियाँ है और मैं उनपर भी लेख बना रहा हूँ, लेकिन लेख का अधिकतर काम पूरा है। फिर भी यदि कोई कमी लगे तो बताने का कष्ट करें, मैं दूर करने का प्रयास करूँगा। धन्यवाद।रोहित रावत ११:५९, ३१ मई २०१० (UTC)
- समर्थन मै एक नयाँ सदस्य हुँ लेख परखना तो मुझे आता नहि है फीर मैँ इस लेख को निर्वाचीत बनाने हेतु पूर्ण समर्थन देता हुँ आशा है लेख में जो कमियाँ हैँ वह रोहित जी पुरा करेंगे।--रमेश १८:५२, ३१ मई २०१० (UTC)
- समर्थन यह लेख अत्यंत सुन्दर एवं ज्ञानवर्धक है जो उत्तराखण्ड के बारे में भरपूर जानकारी देता है। बस अब लेख में जो कुछ थोड़ी मोटी लाल कड़ियाँ है उन्हे नीला कर देंवे। भारत के राज्यों पर इस प्रकार का उन्नत लेख बनाने के लिये रोहित जी को साधुवाद-- मयुर कुमार | वार्ता १८:३१, १० जुलाई २०१० (UTC)
- लेख काफी ज्बञानवर्नाधक एवं तथ्यायपरक है, किन्तु अभी भी काफी लाल कड़ियां भरी हुई हैं। निर्वाचित लेख की दृष्टि से इन्हें नीला करना अत्यावश्यक होगा। ये देखना होगा कि क्या लेख निर्वाचित लेख की आवश्यकताओं को पूरा करता है? इसके लिये कड़ियों का नीला होना अत्यंत आवश्यक है।-- प्रशा:आशीष भटनागर वार्ता १६:११, १० अगस्त २०१० (UTC)
- समर्थन मै एक नयाँ सदस्य हुँ लेख परखना तो मुझे आता नहि है फीर मैँ इस लेख को निर्वाचीत बनाने हेतु पूर्ण समर्थन देता हुँ आशा है लेख में जो कमियाँ हैँ वह रोहित जी पुरा करेंगे।--रमेश १८:५२, ३१ मई २०१० (UTC)
- लेख लगभग पूर्ण हो चुका है। हाम कुछ संदर्भ कम लगते हैं, किन्तु सभि विषय संदर्भों से लगभग पूर्ण हैं। इसे निर्वाचित किया जा सकता है।-- प्रशा:आशीष भटनागर वार्ता १४:१९, ९ सितंबर २०१० (UTC)
- सुधार तो चलता रहेगा लेकिन लेख निर्वाचित होने योग्य हो गया है। अनिरुद्ध वार्ता ०३:५४, १० सितंबर २०१० (UTC)
- लेख बहुत सुन्दर बना है और इसे निर्वाचित किया जा सकता है। दिनेश वार्ता 12:38, 10 सितंबर 2010 (UTC)
- पूर्ण समर्थन। लेख हर मायने से उत्कृष्ट है। --गुंजन वर्मासंदेश ०८:४६, १० सितंबर २०१० (UTC)
- पूर्ण समर्थन। लेख अत्यन्त उत्कृष्ट है।-- श्रीश e-पण्डित वार्ता १४:०६, १० सितंबर २०१० (UTC)
७ समर्थनों एवं निर्वचित लेख आवश्कताएँ पूरी करने के साथ उत्तराखण्ड सितम्बर माह के लिये निर्वाचित लेख घोषित किया जाता है-- Mayur(Talk•Email) १८:३२, १२ सितंबर २०१० (UTC)
प्रस्तावक:--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ११:०२, १९ अप्रैल २०१० (UTC)
समर्थन। -- सौरभ भारती (वार्ता) ०४:१३, २२ अप्रैल २०१० (UTC)
समर्थन । १८५७ के विद्रोह में मुगल बादशाह बहादुर शाह ज़फ़र को भी शायद यहीं से अंग्रेजो ने हिरासत में लिया था --राजीवमास ०९:२९, २९ अप्रैल २०१० (UTC)
समर्थन।-- मयुर कुमार | वार्ता १८:२४, १० जुलाई २०१० (UTC)
मै भि उपर कही बात से सहम्त हु, निर्वाचित लेख महत्वपुर्ण विषय पे होना चाहीये, इसे किसि मुगल शाशक के लेख मे जोड्कर दिखाया जावे तो अच्छा लगेगा--Bankelal १५:४१, २१ मई २०१० (UTC)
- कृपया ध्यान दें, कि :
- हुमायुं का मकबरा भारत के कुछ गिने चुने विश्व धरोहर स्थलों में से एक है और इसे ताजमहल की शैली के मकबरों और चारबाग शैली का भारत में प्रथम दृष्टांत बताय़ा गया है। इन सभी बिन्दुओं से देखें तो लेख अतिमहत्त्वपूर्ण है।
- यह स्मारक दिल्ली के अच्छी तरह अनुरक्षित, प्राचीनतम स्मारकों में अग्रणी है। इससे पुराना इस स्तर का स्मारक कुतुब मीनार ही है।
- यह समूह विश्व धरोहर घोषित है, एवं भारत में मुगल वास्तुकला का प्रथम उदाहरण है।
- लेख में दी गईं जानकारियां महत्त्वपूर्ण होती हैं, न कि मात्र लेख का नाम। कोई भी सारगर्भित, विस्तृत जानकारी से परिपूर्ण लेख निर्वाचित किया जा सकता है। कृपया इस बारे में पहले विकिपीडिया:निर्वाचित लेख आवश्यकताएं पढ़ें और तब टिप्पणी करें, उनका हार्दिक स्वागत होगा।
- हां यदि कोई सुधार आदि से संबंधित विचार हों तो स्वागत है।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०२:३१, २२ मई २०१० (UTC)
- लेख में अन्य कई भाषा और वर्तनी संबंधी सुधार किये गए हैं।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०६:०३, २२ मई २०१० (UTC)
- कृपया ध्यान दें, कि :
१- यह लेख ताजमहल जितना महत्व्पुर्ण नहि, दूसरी बात यह इतना प्रसीद नहि कि इसे निर्वाचित लेख बनाय जाये, अंग्रेजी विकी में तो यह B class लेको मे रखा ग्या है व्हा तो इसे अच्छे लेको मे भि नहि रखा गया, यह लेख पुरा वहि से कापी मारा गया है अत इसे निर्वाचित लेख मत बनाये
२-लेख मे आवशकता से जयादा चित्र डाले गये है जिनका कोई मतबल व मतलब नही, केवल चित्र ज्याद लगाने से निर्वाचित लेख न बनते है, अनावशयक चित्र हटावे
३-पहले तो लेक का नाम हिन्दि मे करे, हुमायु की समाधि ,यह हिन्दी विकि है यहा हिन्दि मे लिखे, लेख मे कई शब्द उर्दु के है उन्हे सुधारे
४-इसे निर्वाचित बनाने का हठ छोडे, जब अंग्रेजी विकी में तो यह B class मे रखा गया है तो यहा निर्वाचित होना हिन्दि विकि की क्वालटि को कम करेगा, हा वाराणसि मे अंरेजी विकि से अधिक मेहनत व क्वालटि दिखति है--Bankelal १२:२०, २२ मई २०१० (UTC)
- मान्यवर बांकेलाल जी, कृपया ध्यान दें:
- अंग्रेज़ी में अंग्रेज़ी विकी में उपलब्ध लेख बी-क्लास में रखा गया है, इसका अर्थ ये नहीं कि किसी अन्य भाषा में भि ये लेख बी-क्लास का ही होगा। लेख की श्रेणी उस लेख में उपलब्ध पाठ की मात्रा/गुणवत्ता और अन्य मानकों पर निर्भर करती है।
- किसी मकबरे को हिन्दी में भी मकबरा ही कहा जायेगा, न कि समाधि। ठीक वैसे ही जैसे मस्जिद को हिन्दी में मंदिर नहीं कहा जाता है।
- ठीक है, कि हुमायुं का मकबरा ताजमहल के बराबर प्रसिद्ध नहीं है, किंतु फिर भी काफी प्रसिद्ध ऐ। आप को इसके बारे में ज्ञान न हो तो लेख की गलती नहीं है। क्या रंगोली, सूक्ष्मजैविकी, कोशिकीय श्वसन और अनेक ऐसे निर्वाचित लेख हैं, जिनसे अधिक प्रसिद्ध या महत्त्वपूर्ण विषय उपलब्ध हैं, किंतु उस स्तर के लेख तो उन विषयों पर उपलब्ध नहीं हैं। हां ये कोई किसी गली में छिपा कोई छोटा-मोटा मकबरा नहीं है, वरन युनेस्को द्वारा घोषित एवं मान्य विश्व धरोहर स्थल है, वह भी दिल्ली में स्थित मात्र तीन धरोहर स्थलों में से एक। मात्र ये बात ही इसका महत्त्व सिद्ध कर देती है। वैसे तो चित्र कुछ अधिक नहीं थे, किन्तु फिर भी कुछ व्यवस्थित कर दिये हैं। यदि आपका आशय नीचे दी गई चित्र दीर्घा से है, तो उससे लेख की गुणवत्ता पर कोई अंतर नहीं पड़ता है।
- इसके आगे कोई संवाद हों तो कृपया लेख की वाता पर रखें, या मेरी वार्ता पर सीधे दें।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता १९:०१, २८ मई २०१० (UTC)
- मान्यवर बांकेलाल जी, कृपया ध्यान दें:
- देकिये आशीष इस लेख को ऐज ईट ईज अंगेजी विकि से अनुवाद करके दिया गया है और आप्के इस महत्त्वपुर्न स्मारक के लेक को वहा बी श्रेनि मे रखा गया है , युनेस्को ने तो पता नहि कितने स्मारको को विश्व धरोहर स्थल घोसित किय है तो क्या सारे लेको को अंगेजी से टेप कर यहां निर्वाचित लेक बना दे, आपका ये लेख मात्र अंगेजी का अनुवाद है, लेख मे व्याकरन एवं शब्दो की अनेको गलतिय है, आप अपने इस घटीया लेख की तुलना अन्य अनुबवी लोगो के अच्छे लेको के साथ कर इसकी कमीयो को उजाकर कर रहे है, केवल आंगेजी का अनुवाद करने से ही लेक ने बने, और हा तेरे अनुसार इस लेख को अंगेजी मे makabara of hamayun होनी चाहिये न कि tomb of hamayun, परन्तु इस्का ऊलटा है यदि हिन्दि न आती तो बहाने मत बनावे
यदि ये लेक इतना अच्छ ता, तो इसे केवल २ समर्थन २ विरोद कयो मिले, अन्य सक्रिय सद्स्यो ने इसे समर्थ्न क्यो न्न दिया, यदि १० सम्र्थ्न मिले तो मे मानु कि ये अच्छ लेक है वरना अपनो हठ छोद देवे, तेरे इस लेख न कोई सायद हि समर्तन देयेगा, धन्योवाद--Bankelal १९:४२, २८ मई २०१० (UTC)
- प्रथम तो आपको ये पता होना चाहिये कि युनेस्को पता नहीं कितने नहीं, गहन व कड़े मानदण्डों के बाद ही किसी स्मारक को ये दर्जा देते हैं। इस बारे में पहले आप अपना ज्ञान अद्यतन कीजिये। ये कोई बंदर का खेल नहीं जो कोई राह चलता भी देख पाये। वर्ना शायद आपको पता न हो, कि दिल्ली विश्व में सर्वाधिक ऐतिहासिक धरोहरों की नगरी है, तो सभी को धरोहर घोषित किया जा चुका होता। किन्तु मात्र ३ ही स्थल विश्व धरोहर घोषित हुए हैं।
- हां, यदि सारे युनेस्को घोषित विश्व धरोहर स्थल हिन्दी में सही और अच्छे अनुवाद सहित उपलब्ध हों, तो कहना ही क्या। अवश्य उनमें से निर्वाचित लेख चुने जा सकते हैं।
- जिन्हें हिन्दी की लिखना भी सही प्रकार नहीं आता, वे शायद किसी लेख के निर्वाचन हेतु अधिकारी नहीं हैं।
- निर्वाचन के लिये मत देने से पूर्व निर्वाचित लेख की आवश्यकताएं देखें।
- ३ सदस्यों के अलावा किसी अन्य सदस्य ने समर्थन नहीं दिया है, तो विरोध भी नहीं किया है। इसके कई कारण संभव हैं, जिन्हें यहां लिखना आवश्यक नहीं है।
- इसके अलावा भी अन्य कई प्रशासनिक कारण हैं, जिनके चलते ये राय यहां मायने नहीं रखती है।
- यहां प्रबंधकों ने भी समर्थन दिये हैं, जिनके भरपूर योगदान हैं। उनके सामने अनुभवहीन और योगदान मात्रा के आधार पर न्यूनतम श्रेणी में भी रखने योग्न न हों, ऐसे सदस्यों के समर्थन या विरोध अर्थहीन हैं।
कृपया इसके आगे से मुझसे किसी उत्तर की अपेक्षा न रखें।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता १४:११, ३१ मई २०१० (UTC)
- हा तेरे अनुसार इस लेख को अंगेजी मे makabara of hamayun होनी चाहिये न कि tomb of hamayun, परन्तु इस्का ऊलटा है यदि हिन्दि न आती तो बहाने मत बनावे
- ये एड्मिन केबल अप्ने लेको को हि निर्वाचिय्त कर रहा है पहले लखनऊ, फिर महाभारत,फिर वारान्सी,और अब हुमायु की समाधि,
- ऐसे तानसह एड्मिन की तानासाहि खत्म करे, मेरी अन्य एड्मिन से दरखवास्त है--Bankelal
- सदस्य बांकेलाल जी द्वारा कहे गये वाक्य हास्यपूर्ण लग रहे है, इनके उपरोक्त प्रशनों के उत्तर कुछ इस प्रकार है
- विकिपीडिया पर केवल कही प्रकाशित या छपी हुए तथ्य को लिखने का विधान जिमि वेल्स(विकि ग्रुप के संस्थापक) व अन्य कुशल प्रबंधको द्वारा बनाया गया है आप विकि पर कोई भी नयी रिसर्च नहीं डाल सकते जो कहीं प्रकाशित न हुई हो, अतः इस हिसाब से हुमायुँ का मकबरा सही नाम है न कि हुमायुँ की समाधि
- विकि पर कोई भी लेख किसी एक अकेले सदस्य का बनाया नहीं होता इसमें सभी सक्रिय परिश्र्मी सदस्यों का योगदान होता है हाँ किसी का ज्यादा तो किसी का कम ऐसा हो सकता है, उपरोक्त बताये लेखो के पहले संपादन इतिहास जाँचे फिर मनन करे कि क्या आपका सोचना सही है
- विकि के किसि भी सक्रिय परिश्र्मी सदस्य को हतोत्साहित करना धार्मिक, समाजिक एवं मानवता की दृष्टि से एक अच्छा कार्य नहीं, क्योंकि वह सदस्य अपना अमुल्य समय बचाकर यहाँ ज्ञान वर्धक लेख बना रहा है जिससे पता नहीं कितने पाठकों का भला होता है
- आशीष जी जैसे अत्यंत परिश्र्मी एवं कुशल प्रबंधक को तानाशाह समझना केवल आपके मन की कल्पना या बुद्धि का भ्रम है आप उनके कार्यो को देखे तो स्वयं समझ जायेंगे कि क्यों सभी सदस्य उन्हें इतना सम्मान देते है
आशा है कि आपके विचारों में कुछ परिवर्तन होगा--मयुर कुमारवार्ता १९:३६, ३१ मई २०१० (UTC)
३ प्रबंधकिय समर्थनों तथा १ ब्लाक्ड सदस्य के विरोध के साथ यह लेख बहुमत में होने के कारण निर्वाचित लेख चुना गया-- मयुर कुमार | वार्ता ०४:५१, १६ जुलाई २०१० (UTC)
प्रस्तावकर्त्ता: --प्र:आशीष भटनागर वार्ता १३:१५, ३० अप्रैल २०१० (UTC)
- लेख में कुछ सुधार संभव हैं। सुझाव अपेक्षित हैं।
- लेख पूर्णतया तैयार है।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०८:४८, १७ मई २०१० (UTC)
समर्थन। -- सौरभ भारती (वार्ता) ०४:१३, २२ अप्रैल २०१० (UTC)
समर्थन। --राजीवमास ०९:२९, २९ अप्रैल २०१० (UTC)
- समर्थन --गुंजन वर्मासंदेश ११:०८, १७ मई २०१० (UTC)
- पूर्ण समर्थन, यह लेख वाराणसी शहर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देता है तथा इसके चित्रों के साथ लिखावट की शैली लेखक के अनुभव एवं प्रतिभा को प्रदर्शित करती है। मेरे विचार से यह लेख विकिपरियोजना भारत के शहर का बेहतरीन लेख है, इसके लिये संपादक एवं प्रबंधक आशीष जी को साधुवाद--मयुर कुमार वार्ता १७:०२, १८ मई २०१० (UTC)
- लेख वारानसी शहर के बारे में पूरि जानकारि देता है, परन्तु काफि बड़ा है, इसे लोड करने मे काफि समय लग जाता है, इसका साईज भी ३२ के बी से बहुत ज्यादा है, इन कमियो को सुधार लिया जावे तो लेख बहुत अच्छा लगेगा--सुलोचना वार्ता १७:२२, २० मई २०१० (UTC)
- यही तो इस लेख की शोभा है कि यह वाराणसी के बारे में विस्तृत जानकारी देता है, निर्वाचित लेख बड़े आकार के ही बनाये जाते है। लोडिंग की समस्या ब्राउजर के कारण हो सकती है या धीमे नेटवर्क के कारण, अन्य कोई कमी अथवा सुधार है तो अवश्य बतायें।--मयुर कुमारवार्ता ०९:२०, २१ मई २०१० (UTC)
- लेख वारानसी शहर के बारे में पूरि जानकारि देता है, परन्तु काफि बड़ा है, इसे लोड करने मे काफि समय लग जाता है, इसका साईज भी ३२ के बी से बहुत ज्यादा है, इन कमियो को सुधार लिया जावे तो लेख बहुत अच्छा लगेगा--सुलोचना वार्ता १७:२२, २० मई २०१० (UTC)
सक्रिय प्रबंधकों के नितांत अभाव में, चार समस्थनों के बाद लेख जून माह से निर्वाचित किया जाता है।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०१:१८, ९ जून २०१० (UTC)
मैने इस लेख का पुनर्निमाण कर दिया है,मेरा लक्ष्य इस लेख मे महाभारत से सम्बन्धित अधिक से अधिक सुचनाओ को रखना था,महाभारत के विषय मे जितनी सुचना और जानकारी इस लेख मे है,उतनी शायद ही किसी encyclpedia मे डाली गयी हो,यह अपने आप मे सम्पूर्ण है,मैने कई encyclpedia तथा महाभारत से सम्बन्धित सामग्री का अधय्यन करके इस लेख को बनाया है,आशा है कि आपको यह पसन्द आयेगा।अगर कोई त्रुटि रह गयी हो तो अवश्य बताये,मै आपका आभारी रहुंगा।आशा है हम सब मिलकर हिन्दी विकीपिडिया को अधिक से अधिक सम्पूर्ण और प्रसिद्ध बना सकेंगे। धन्यावाद
- लेख में कुछ वर्तनी दोष हैं, जिन्हें सुधारा जा सकता है। कुछ मैंने सुधारे भी हैं। इसके अलावा सामग्री की ओर से भरपूर सामग्री व जानकारी है। इसे व्याकरण की ओर से शुद्ध कर लें तो शायद हिन्दी विकी के बेहतरीन लेखों में से एक होगा।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ११:०२, १९ अप्रैल २०१० (UTC)
- लेख मे कई वर्तनी दोष और व्याकरण दोष थी, जो मैने ९९% तक काफि प्रयास करके सुधार दी है,वैसे तो यह लेख हिन्दी विकिपिडिया के शीर्ष २३ सबसे अधिक देखे जाने वाले पेजों में है तथा शीर्ष १२ सबसे अधिक देखे जाने वाले मुख्य लेखो में है और इस महीनें इसके पुनर्निमाण के पश्चात इसके दर्शकों की संख्या औसत से कई अधिक बढी है।अत इस लेख में कम से कम वर्तनी और व्याकरण अशुद्धि होनी चाहिये। मैनें अपनी तरफ प्रयास करके इस लेख से कई वर्तनी दोष और व्याकरण भी सुधार दी है। हाँ अगर अभी भी कुछ कमिया हो सकती है तो उसे आप जैसे अनुभवी प्रबंधक ही खोज सकते है,आपके सुझाव और सुधार के लिये साधुवाद----मयुर बंसल वार्ता
समर्थन। महाभारत का यह लेख तो निर्वाचित लेख पर आना चाहिए। -- सौरभ भारती (वार्ता) ०४:१२, २२ अप्रैल २०१० (UTC)
समर्थन --राजीवमास ०९:३०, २९ अप्रैल २०१० (UTC)
समर्थन ---- अनुनाद सिंहवार्ता ०७:५४, १ मई २०१० (UTC)
- निर्णय
- चार समर्थन और शून्य विरोध के साथ, अधिक सक्रिय प्रबंधकों के नितांत अभाव में महाभारत को मई माह से निर्वाचित किया गया।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०८:१३, १ मई २०१० (UTC)
प्रस्ताव:--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०९:१५, २२ फ़रवरी २०१० (UTC)
- पूर्ण समर्थन है। क्या "अन्य जिलों के शहर" को साँचा में रखना आवश्यक है? उसके नीचे जिलों की सूची तो दी हुई ही है।-- सौरभ भारती (वार्ता) १५:२४, २ मार्च २०१० (UTC)
- निर्वाचन हेतु त्वरित समर्थन का धन्यवाद। अन्य जिलों के शहर जो उस सांचे में देये गए हैं, उन जिलों के सांचों की कड़ी देते हैं, जबकि जिलों की सूची, उन जिलों के लेखों की कड़ियां देती है। साथ ही ये भी, कि ये सांचा, जिलों के पृष्ठ के नीचे लगाने हेतु बनाया गया है। और क्योंकि लखनऊ शहर के साथ-साथ जिला भी है, व निर्वाचन हेतु अधिकतम जानकारी उपलब्ध हो सके इस ध्येय की पूर्ति हेतु इस सांचे को जैसे का तैसा लगाया गया है। आशा है आप अब सहमत होंगे।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०२:५४, ३ मार्च २०१० (UTC)
- लेख तो उत्तम है पर एक खामी है (जो हो सकता है मेरे ब्राउज़र मात्र की हो) कि इस पृष्ठ (बल्कि साँचे में) प्रयुक्त निर्देशांक, लेख के शीर्षक के उपर, दाहिनी तरफ़ दीख रहा है । अगर आपको भी ऐसा दिखता हो तो इसका मतलब साँचे में त्रुटि लगती है । --अमित प्रभाकर ०३:५०, ३ मार्च २०१० (UTC)
- सांचे में कोई त्रुटि नहीं है, ये समस्या या तो विकी बीटा के संग आती है, जो मुझे भी आयी, और वापस पुराने वर्ज़न में देखने पर सही दिखी।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता १५:२१, ४ मार्च २०१० (UTC)
- लेख सुन्दर बना है । यह लेख पाठक के अनुरूप उसे लखनऊ शहर के बारे में जानकारी देता हैं --राजीवमास ०६:२९, ३ मार्च २०१० (UTC)
- निर्णय
-
- चार प्रबंधकों के समर्थन व अन्य प्रबंधकों के नितांत अभाव (संदेश व मेल लिखने के बावजूद) के साथ लखनऊ को मार्च माह से निर्वाचित लेख निश्चित किया जाता है।--प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०८:५९, ६ मार्च २०१० (UTC)
प्रस्ताव- यह लेख अनेक विषयों और संदर्भों से भरपूर तो है ही इसकी भाषा और रचना शैली भी स्तरीय है। इस कारण इसे अगले निर्वाचित लेख के लिए प्रस्तावित करती हूँ।--सुरुचि १८:४७, १२ नवंबर २००९ (UTC)
- समर्थन - अच्छा लेख है।--मुक्ता पाठक ०९:४४, १३ नवंबर २००९ (UTC)
- समर्थन--Munita Prasadवार्ता १५:४१, २७ नवंबर २००९ (UTC)
- समर्थन--राजीवमास १५:१८, ३ दिसंबर २००९ (UTC)
- लेख लगभग सभी अर्हताओं पर खरा उतरता है। --प्र:आशीष भटनागर वार्ता ०७:४२, ४ दिसंबर २००९ (UTC)
- पूर्ण समर्थन है। -- सौरभ भारती (वार्ता) १७:१९, ४ दिसंबर २००९ (UTC)
- इस लेख में वर्तनी की कई अशुद्धियाँ दिख रही हैं..... मैंने १४-१५ अशुद्धियों को अभी ठीक किया है। शेष को आज या कल तक ठीक करने के बाद मेरा समर्थन होगा।--आलोचक ०७:५०, ६ दिसंबर २००९ (UTC)
- समर्थन --आलोचक १३:२९, १४ दिसंबर २००९ (UTC)
- समर्थन ----डा० जगदीश व्योम १६:३६, ६ दिसंबर २००९ (UTC)
- समर्थन --गुंजन वर्मासंदेश ०७:३६, १० दिसंबर २००९ (UTC)
- समर्थन ----पूर्णिमा वर्मन ११:५०, १४ दिसंबर २००९ (UTC)
९ समर्थन तथा ० विरोध के साथ यह लेख प्रमुख लेख के लिए निर्वाचित किया जाता है।--पूर्णिमा वर्मन १७:४४, ४ जनवरी २०१० (UTC)