एम॰ जे॰ अकबर

भारतीय पत्रकार
(एम जे अकबर से अनुप्रेषित)

एम॰ जे॰ अकबर (अंग्रेजी: Mobashar Jawed Akbar,बांग्ला भाषा: মবাসের জাবেদ একবার) (जन्म: 11 जनवरी 1951) एक प्रमुख भारतीय पत्रकार, लेखक और राजनेता हैं।[1][2] सम्प्रति वे भारत के विदेश मामलों के राज्य मंत्री (एमओएस)[3] और मध्य प्रदेश से राज्यसभा में संसद सदस्य हैं।[4][5] प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ५ जुलाई २०१६ को उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया था। अक्टूबर 2012 में अपने इस्तीफे तक वे लिविंग मीडिया समूह द्वारा प्रकाशित भारत के प्रमुख साप्ताहिक अंग्रेजी समाचार पत्रिका इंडिया टुडे के संपादकीय निदेशक रह चुके हैं। इस दौरान उन्हें मीडिया कंपनियों के संगठन तथा अंग्रेजी समाचार चैनल हेडलाइंस टुडे की देखरेख के लिए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी भी मिली हुई थी।

एम॰ जे॰ अकबर

पदस्थ
कार्यालय ग्रहण 
जून 2016
चुनाव-क्षेत्र मध्य प्रदेश

जन्म 11 जनवरी 1951 (1951-01-11) (आयु 73)
जन्म का नाम मोबासर जावेद अकबर
राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (1989–2014)
भारतीय जनता पार्टी (2014–पदस्थ)
जीवन संगी मल्लिका यूसुफ
व्यवसाय पत्रकार, लेखक एवं राजनीतिज्ञ
धर्म इस्लाम
जालस्थल एम जे अकबर का ब्लॉग

उन्होने 2010 में साप्ताहिक समाचार पत्र "दि संडे गार्जियन" का शुभारम्भ किया और वे लगातार इसके प्रधान संपादक रहे। पूर्व के दिनों में वे दक्षिण भारत की प्रमुख अँग्रेजी पत्रिका "एशियन एज" के संस्थापक और वैश्विक परिप्रेक्ष्य के साथ इसके दैनिक मल्टी संस्करण भारतीय समाचार पत्र के प्रबंध निदेशक भी रह चुके हैं। वे हैदराबाद के दैनिक समाचार पत्र डेक्कन क्रॉनिकल के प्रधान संपादक रह चुके हैं।[6]

उन्होने कई पुस्तकें लिखी है, जिसमें जवाहर लाल नेहरू की जीवनी "द मेकिंग ऑफ इंडिया" और कश्मीर पर आधारित "द सीज विदिन" चर्चित रही है। वे "दि शेड ऑफ शोर्ड" और "ए कोहेसिव हिस्टरी ऑफ जिहाद" के भी लेखक हैं। उनकी हाल ही में प्रकाशित पुस्तक "ब्लड ब्रदर्स" है, जिसमें भारत में घटनाओं की जानकारी और दुनिया, खासकर हिंदू-मुस्लिम के बदलते संबंधों के साथ तीन पीढ़ियों की गाथा है। उनकी यह पुस्तक "फ्रेटेली डी संग" के नाम से इतालवी में अनुवादित हुई है, जो 15 जनवरी 2008 को रोम में जारी किया गया था। पाकिस्तान में पहचान के संकट और वर्ग संघर्ष पर आधारित उनकी पुस्तक "टिंडरबॉक्स: दि पास्ट एंड फ्यूचर ऑफ पाकिस्तान" जनवरी 2012 में प्रकाशित हुई है।[7]

अकबर राजनीति में भी सार्थक हस्तक्षेप रखते हैं। वे 1989 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में पहली बार बिहार के किशनगंज से लोकसभा के लिए चुने गए थे। वे किशनगंज से दो बार सांसद रहे हैं। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रवक्ता भी रहे हैं।[8][9] मार्च 2014 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुये हैं और वर्तमान में इस पार्टी के प्रवक्ता हैं।[10]

इन्हें भी देखें

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  1. "Muslim Women Will No Longer Live Under Fear Of Talaq: MJ Akbar". मूल से 30 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 दिसंबर 2017.
  2. "M J Akbar mounts spirited defence of triple talaq bill". मूल से 30 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 दिसंबर 2017.
  3. "Cut out the nonsense, there is no Uncle Quattrocchi in the Rafale deal". मूल से 17 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 सितंबर 2018.
  4. "एमजे अकबर ने कहा कि यह विधेयक नौ करोड़ मुस्लिम महिलाओं के दर्द और परेशानियों को समझता है।". मूल से 30 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 दिसंबर 2017.
  5. "#MeToo: Government set to lose sex-pest minister MJ Akbar". मूल से 11 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 अक्तूबर 2018.
  6. एक मुलाक़ात- एमजे अकबर के साथ Archived 2013-02-12 at the वेबैक मशीनबीबीसी (हिन्दी),19 अप्रैल 2009
  7. "M J Akbar – Biography". मूल से 24 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 मार्च 2014.
  8. वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर भाजपा में शामिल Archived 2014-03-24 at the वेबैक मशीन(प्रभात खबर)
  9. सीनियर जर्नलिस्ट एम.जे. अकबर BJP में शामिल Archived 2014-03-24 at the वेबैक मशीन(नवभारत टाइम्स)
  10. "संग्रहीत प्रति". मूल से 22 मार्च 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 मार्च 2014.

बाहरी कड़ियाँ

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