इयाजुद्दिन अहमद (बांग्ला: ইয়াজউদ্দিন আহম্মেদ) (जन्म: 1 फरवरी, 1931) बांग्लादेशके राष्ट्रपति थे, जिन्होंने 6 सितंबर 2002 से 12 फरवरी 2009 तक सेवा की। अक्टूबर 2006 से जनवरी 2007 तक, उन्होंने कार्यवाहक सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में भी काम किया। अक्टूबर 2006 से 2008 की शुरुआत तक, राष्ट्रपति के रूप में उनकी जिम्मेदारियों में कार्यवाहक सरकार का रक्षा मंत्रालय शामिल था।

मृदा विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने के बाद अहमद ढाका विश्वविद्यालय में पूर्ण प्रोफेसर और विभाग के अध्यक्ष बन गए। 1991 से ही उन्होंने सार्वजनिक पदों पर नियुक्तियाँ स्वीकार करना शुरू कर दिया, जैसे कि लोक सेवा आयोग (1991 से 1993) के अध्यक्ष और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (1995 से 1999), 2002 में उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में चुनाव जीता। 2004 में उन्होंने निजी विश्वविद्यालय, आतिश दीपांकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (ADUST) की स्थापना में मदद की।[1]

अपने राष्ट्रपति काल के दौरान, अहमद ने राष्ट्र के बारे में दो पुस्तकों के लेखन और प्रकाशन का निर्देशन किया, सौ साल का बंगभवन और बंगभवन शतवर्ष। इन्हें 2006 में बंगभवन के प्रेस विंग द्वारा उनके सलाहकार मुखलेसुर रहमान चौधरी की पहल पर प्रकाशित किया गया था। [2]

  1. "Ministry of Foreign Affairs Bangladesh :: MOFA Bangladesh". web.archive.org. 2007-08-10. मूल से पुरालेखित 10 अगस्त 2007. अभिगमन तिथि 2024-08-23.सीएस1 रखरखाव: BOT: original-url status unknown (link)
  2. "'Hundred Yrs of Bangabhaban' launched". The Daily Star. 5 (610). 15 February 2006. अभिगमन तिथि 10 December 2012.