Neuroholo एक भविष्य की तकनीक है जो न्यूरल इंटरफेस (दिमागी संकेतों को समझने वाली तकनीक) और होलोग्राफिक प्रोजेक्शन (3D इमेज) को एक साथ जोड़ती है। यह तकनीक लोगों को अपने दिमाग से ही टेक्नोलॉजी को कंट्रोल करने और एक इमर्सिव डिजिटल दुनिया में प्रवेश करने की सुविधा देती है।

Neuroholo के जरिए आप अपने विचारों से वर्चुअल चीज़ों को नियंत्रित कर सकते हैं, 3D होलोग्राम के जरिए बातचीत कर सकते हैं, और काम, शिक्षा, मनोरंजन को बिल्कुल नए स्तर पर अनुभव कर सकते हैं। यह तकनीक 2050 के जीवन का एक अहम हिस्सा बन सकती है।

प्रमुख घटनाएँ

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