स्वर्ग से सुन्दर

1986 की के. बापैया की फ़िल्म

स्वर्ग से सुन्दर 1986 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह टीनू इंटरनेशनल फिल्म्स बैनर के तहत ए. कृष्णा मूर्ति द्वारा निर्मित और के. बापैया द्वारा निर्देशित है। इसमें जितेन्द्र, मिथुन चक्रवर्ती, जयाप्रदा, पदमिनी कोल्हापुरे हैं और संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने दिया है। फिल्म का प्राथमिक कथानक खालिद अख्तर द्वारा निर्देशित मेरी भाभी (1969) के समान है। यह फिल्म तेलुगु फिल्म थल्ली प्रेमा की रीमेक है। यह उस साल की सफलतम फ़िल्मों में शामिल रही थी।[1]

स्वर्ग से सुन्दर

स्वर्ग से सुन्दर का पोस्टर
निर्देशक के बापैया
लेखक कादर ख़ान (संवाद)
निर्माता ए. कृष्णा मूर्ति
अभिनेता जितेन्द्र,
जयाप्रदा,
मिथुन चक्रवर्ती,
पदमिनी कोल्हापुरे
संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
प्रदर्शन तिथियाँ
28 फरवरी, 1986
देश भारत
भाषा हिन्दी

फिल्म की शुरुआत एक ऐसे गांव से होती है, जहां के माननीय सरपंच विजय कुमार चौधरी (जितेन्द्र) अपनी आदर्श पत्नी लक्ष्मी (जयाप्रदा) और छोटे रवि के साथ रहते हैं। विजय ने अपना समय गाँव के सुधार और लक्ष्मी की देखरेख में ही गुज़ारा है, इसलिए वे निःसंतान ही है। जब विजय एक सरकारी स्टोर खोलता है, तो किराने की दुकान चलाने वाला मिलावटराम कदाचार करके उसे बंद करवा देता है।

इधर, मिलावटराम (कादर ख़ान) के बहनोई पन्नालाल (प्रेम चोपड़ा) ने भी विजय से बदला लिया क्योंकि उसने उसके बेटे को दरिद्र बना दिया था। साथ में, रवि मिलावटराम की दयालु बेटी ललिता (पदमिनी कोल्हापुरे) से प्यार करता है और उससे शादी करता है। लक्ष्मी और ललिता सौहार्दपूर्ण तरीके से रहती हैं, और वे एक आनंदमय दुनिया का निर्माण करती हैं। दोनों एक साथ गर्भधारण होता है लेकिन ललिता का बाद में गर्भपात हो जाता है।

मुख्य कलाकार

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सभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित।

क्र॰शीर्षकगायकअवधि
1."अपना घर है स्वर्ग से सुन्दर"किशोर कुमार, आशा भोंसले5:43
2."देवी माता रानी"किशोर कुमार, लता मंगेशकर5:37
3."प्यार करने का मौसम आया"किशोर कुमार, आशा भोंसले6:31
4."सुन री मेरी बहना"लता मंगेशकर, आशा भोंसले4:47
5."वो तो मैंने झूठ बोला था"किशोर कुमार, आशा भोंसले6:27
  1. "Highest Grossing Hindi Movies of 1986". IMDb. अभिगमन तिथि 28 मार्च 2024.

बाहरी कड़ियाँ

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