सोकोटो ख़िलाफ़त पश्चिम अफ्रीका के सूडानी मैदान में 19वीं सदी में स्थापित एक बड़ा इस्लामी साम्राज्य था। यह ख़िलाफ़त गोबिर, कात्सीना और कानो जैसे हौसा नगर-राज्यों को मिलाकर बना था। अपनी स्थापना के समय, यह अफ्रीका का सबसे बड़ा साम्राज्य था।

सोकोटो ख़िलाफ़त

خلافة صكتو
1804–1903
Statusइस्लामी साम्राज्य
राजधानीसोकोटो
प्रचलित भाषाएँअरबी, फुलफुलदे, हौसा
धर्म
सुन्नी इस्लाम
सरकारखलीफा शासन
खलीफा 
इतिहास 
• जिहाद की शुरुआत
1804
• ब्रिटिश विजय
1903
पूर्ववर्ती
परवर्ती
गोबिर
उत्तरी नाइजीरिया संरक्षित क्षेत्र
अब जिस देश का हिस्सा हैनाइजीरिया, नाइजर, कैमरून, बुर्किना फासो

पृष्ठभूमि

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16वीं सदी के अंत में सांगाई साम्राज्य के पतन के बाद, हौसा नगर-राज्य जैसे कात्सीना, कानो और गोबिर ने इस क्षेत्र में राजनीतिक और आर्थिक वर्चस्व स्थापित किया। ये नगर-राज्य ट्रांस-सहारा व्यापार से समृद्ध हुए और इस्लामी प्रशासन और शिक्षा में अग्रणी थे।

उस्मान दान फोडियो का उदय

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गोबिर में पैदा हुए उस्मान दान फोडियो ने इस्लामी कानून और सूफी आंदोलन के माध्यम से धार्मिक और सामाजिक सुधारों का नेतृत्व किया। उन्होंने हौसा शासकों की धार्मिक भ्रष्टाचार और सामाजिक अन्याय की निंदा की। उनके विचारों ने किसानों, फुलानी पशुपालकों और अन्य समुदायों को आकर्षित किया।

जिहाद और ख़िलाफ़त की स्थापना

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1804 में, उस्मान दान फोडियो ने गोबिर के सुल्तान के खिलाफ जिहाद शुरू किया। 1808 तक, उन्होंने कानो, कात्सीना और गोबिर जैसे नगर-राज्यों पर विजय प्राप्त कर ली। उनकी इस्लामी सेना ने पुराने हौसा शासकों को हराकर एक केंद्रीय ख़िलाफ़त की स्थापना की।

प्रशासनिक संरचना

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सोकोटो ख़िलाफ़त 30 अर्ध-स्वतंत्र अमीरातों में विभाजित था। इन अमीरातों के शासक (अमीर) शरिया कानून के तहत शासन करते थे और सालाना कर और सैनिक प्रदान करते थे। सोकोटो का प्रशासन स्थानीय सूफी आंदोलन और हौसा-फुलानी परंपराओं पर आधारित था।

आर्थिक और सामाजिक संरचना

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ख़िलाफ़त की अर्थव्यवस्था कृषि, वस्त्र उत्पादन और दासता पर आधारित थी। सोकोटो का कपड़ा उद्योग अत्यधिक विकसित था, और इसका निर्यात दूर-दराज़ के क्षेत्रों में होता था। युद्ध और आक्रमण से दास श्रम का निरंतर प्रवाह सुनिश्चित होता था।

ब्रिटिश विजय और पतन

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1897 में, ब्रिटिश साम्राज्य ने सोकोटो ख़िलाफ़त पर आक्रमण शुरू किया। 1903 में, अंतिम स्वतंत्र सुल्तान मुहम्मदु अताहिरु प्रथम की मृत्यु के बाद, ब्रिटिशों ने ख़िलाफ़त को समाप्त कर दिया। हालांकि, ब्रिटिश प्रशासन ने अमीरात प्रणाली को बरकरार रखा और "अप्रत्यक्ष शासन" की नीति अपनाई।

सोकोटो ख़िलाफ़त ने पश्चिम अफ्रीका में इस्लाम को गहराई से स्थापित किया। इसके प्रशासनिक और आर्थिक मॉडल ने इस क्षेत्र को स्थिरता प्रदान की। आज भी, सोकोटो के सुल्तान का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व बना हुआ है, और यह पश्चिम अफ्रीका के इतिहास में एक प्रमुख स्थान रखता है।