सुखदा प्रीतम हरियाणा में न्यायिक अधिकारी प्रथम श्रेणी हैं[1]। इनके पिता प्रीतम पाल हरियाणा के लोकायुक्त के पद से १८ जनवरी २०१६ को सेवानिवृत्त हुए हैं।

इन्होनें मानवाधिकार के विषय पर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय[2] से Ph.D. की डिग्री हासिल की है। इससे पहले इन्होंने मानवाधिकार पर सनातकोत्तर डिप्लोमा प्रथम श्रेणी में हासिल किया। अपनी कानून की पढ़ाई के समय भी ये प्रथम स्थान हासिल करने में सफल रही थीं। सुखदा प्रीतम माननीय उच्चतम न्यायालय में हरियाणा राज्य की ओर से स्टेंडिंग काउंसल रह चुकी हैं एवं इस दौरान इन्हें कई उपलब्धियां हासिल करने का मौका मिला।

न्यायाधीश के रूप में

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इन्हें न्यायाधीश के रूप में बेहद कड़क माना जाता है[3][4]। इन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में चंडीगढ़ में विडियो कांफ्रेंसिंग प्रारंभ करने का श्रेय हासिल है[5]

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 23 जनवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जनवरी 2015.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जनवरी 2015.
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 13 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जनवरी 2015.
  4. http://timesofindia.indiatimes.com/india/Court-frames-charges-against-Kuldeep-Bishnoi-26-others-in-assault-case/articleshow/39326526.cms
  5. "संग्रहीत प्रति". मूल से 26 फ़रवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जनवरी 2015.