सीआईडी (धारावाहिक)
सीआईडी सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाला हिन्दी भाषा का एक धारावाहिक है, जिसे भारत का सबसे लंबा चलने वाला धारावाहिक होने का श्रेय प्राप्त है। अपराध व जासूसी शैली पर आधारित इस धारावाहिक में शिवाजी साटम, दयानन्द शेट्टी और आदित्य श्रीवास्तव मुख्य किरदार निभा रहे हैं। इसके सर्जक, निर्देशक और लेखक बृजेन्द्र पाल सिंह हैं। इसका निर्माण फायरवर्क्स नामक कंपनी ने किया है जिसके संस्थापक बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर हैं।
सीआईडी | |
---|---|
शैली | अपराध कथा, लड़ाई, नाटक, हास्य, डरावना, प्रेम |
निर्माणकर्ता | बृजेन्द्र पाल सिंह |
लेखक | बृजेन्द्र पाल सिंह, श्रीराम राघवन, श्रीधर राघवन, रजत अरोड़ा, |
निर्देशक | बृजेन्द्र पाल सिंह, राजन वाघधरे, सीबा मिश्रा, संतोष शेट्टी, सलिल सिंह, नितिन चौधरी |
अभिनीत | नीचे देखें |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
सीजन की सं. | १ |
एपिसोड की सं. | १५४७ |
उत्पादन | |
कार्यकारी निर्माता |
|
निर्माता | बृजेन्द्र पाल सिंह, प्रदीप उपूर |
छायांकन | बृजेन्द्र पाल सिंह, राकेश सारंग |
संपादक | केदार गोतागे, भक्ति मायालों, शचिन्द्र वत्स |
प्रसारण अवधि | ४२ - ४४ मिनट |
उत्पादन कंपनी | फायरवर्क्स |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | सोनी |
प्रसारण | २१ जनवरी १९९८ – २७ अक्टूबर २०१८ |
संबंधित | |
सीआईडी: स्पेशल ब्यूरो |
इसका प्रसारण २१ जनवरी १९९८ से २७ अक्टूबर २०१८ तक हुआ। इसका प्रसारण प्रत्येक शनिवार और रविवार को रात १० बजे होता था। इसका पुनः प्रसारण सोनी पल चैनल पर रात ९ बजे होता है, जिसमें इसके पुराने प्रकरण दिखाये जाते हैं। इस धारावाहिक ने २१ जनवरी २०१८ को अपने प्रसारण के २० वर्ष पूर्ण किये और २१वें वर्ष में प्रवेश किया। इससे पहले, २७ सितम्बर २०१३ को इस धारावाहिक ने अपनी १०००वीं कड़ी पूरी की। इस धारावाहिक को कई अन्य भाषाओं में भी भाषांतरित किया गया है।
कहानी
इस धारावाहिक की जासूसी कहानियाँ मुंबई अपराध अनुसन्धान विभाग द्वारा आपराधिक मामलों की गुत्थी सुलझाने से संबंधित हैं। इसका संचालन एसीपी प्रद्युम्न (शिवाजी साटम) करते हैं, जो अपने दायित्व के कारण अपने अपराधी बेटे नकुल (राहील आज़म) को गोली मार देते हैं। वरिष्ठ निरीक्षक विरेन (आशुतोष गोवरिकर) के बच्चे को खेलते समय एक व्यक्ति सामने आने वाली गाड़ी से बचा लेता है जिसमें बच्चे को तो कुछ नहीं होता है, लेकिन उस व्यक्ति को चोट लग जाती है। विरेन उसे अपने घर लाकर उसे दवाई लगाते हुए उसका धन्यवाद करता है। बाद में विरेन को पता चलता है कि जिस व्यक्ति ने उसके बेटे की जान बचाई थी, वह एक अपराधी है। जैसे ही उस व्यक्ति को पता चल जाता है कि उसका राज खुल गया है, वैसे ही वह व्यक्ति विरेन के परिवार को अपने कब्जे में ले लेता है। वह विरेन से कहता है कि यदि वह सही सलामत किसी दूसरे शहर में उसे नहीं ले जा पाया तो वह उसके परिवार को मार देगा। विरेन मजबूरी में उसकी बात मान लेता है। हालांकि बाद में उसे ऐसा करना सही नहीं लगता और वह सारी बात सीआईडी को बता देता है। उस अपराधी की सहायता करने के कारण वह अपने आप को दोषी मानने लगता है और सीआईडी से बाहर जाने की सोचता है। हालांकि एसीपी प्रद्युम्न उसे ऐसा करने से रोक देता है और कहीं दूसरे स्थान पर उसका तबादला कर देता है।
इसके कुछ दिनों बाद एक मामले का अन्वेषण करते समय सीआईडी को गाड़ी से एक व्यक्ति मिलता है। उसके पहचान पत्र से पता चलता है कि वह पुलिस में काम करता है व उसका नाम अभिजीत (आदित्य श्रीवास्तव) है लेकिन उस व्यक्ति को अपना नाम भी याद नहीं रहता है। वह सीआईडी की कई तरह से मदद करता है जिसके कारण एसीपी प्रद्युम्न उसे सीआईडी से जुड़ने के लिए कहता है। अभिजीत पहले जुड़ने से मना कर देता है लेकिन बाद में मान जाता है। इसी के बाद अभिजीत और दया (दयानन्द शेट्टी) की दोस्ती हो जाती है।
निर्माण
सीआईडी श्रृंखला के निर्माता बृजेन्द्र पाल सिंह हैं, जिन्होंने वर्ष १९७३ में दूरदर्शन पर समाचारों के लिए कैमरामैन के रूप में लगभग दस वर्षों तक कार्य किया। इसी दौरान उनके मन में एक जासूसी धारावाहिक बनाने का विचार आया।[1] उस समय इस प्रकार के जासूसी के धारावाहिक नहीं बनते थे और उनके पास इस प्रकार के धारावाहिक बनाने का कोई ज्ञान भी नहीं था। उन्होंने दूरदर्शन से इस बारे में बात की और साथ-साथ वे अपने नए धारावाहिक की तैयारी में भी लगे रहे। इसी दौरान वे पुलिस की अपराध शाखा का दौरा करने के लिए भी गए। वहाँ उन्होंने कुछ पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की और उनके द्वारा हल किए गए मामलों और उनकी जासूसी की शैली के विषय में भी अच्छे से जाना।[1] श्रीकांत सिंकर द्वारा लिखित एक जासूसी उपन्यास से भी उन्होंने प्रेरणा ली। इसी दौरान उन्होंने एक रहस्यपूर्ण हत्या पर आधारित "सिर्फ चार दिन" नामक एक फिल्म भी बनाई जिसका प्रसारण दूरदर्शन पर हुआ। दूरदर्शन के लिए ही उन्होंने एक शून्य शून्य नामक एक धारावाहिक भी बनाया जो किसी समय में तीसरा सर्वाधिक प्रसिद्ध कार्यक्रम रहा।[1] मराठी भाषा में भी उन्होंने कई कार्यक्रम बनाए। फिर उन्होंने एक और जासूसी धारावाहिक शृंखला बनाने का कार्य शुरू कर दिया, जो बाद में सी आई डी के रूप में सामने आया।[1] सोनी चैनल १९९४ में प्रारम्भ हुआ जबकि आठ वर्ष पूर्व १९८६ में ही सिंह ने सी आई डी के छह एपिसोड बना लिए थे। फिर जब भारत में सैटेलाइट टेलिविज़न का आगमन हुआ तो सिंह ने इस धारावाहिक के लिए कई चैनलों से बात की, परन्तु सोनी ने इस धारावाहिक में अधिक रुचि दिखाई और इसके प्रसारण के लिए सहमति दे दी। इसके बाद सिंह को केवल इस धारावाहिक को बनाने के लिए इसके पात्र और इसके बनाने का स्थान चुनना था।[1][2]
उन्होंने सबसे पहले हिन्दी और मराठी फिल्म अभिनेता शिवाजी साटम को एसीपी प्रद्युम्न के किरदार के लिए चुना[3] जो कि पहले ही कई परियोजनाओं में उनके साथ कार्य कर चुके थे। सीआईडी के निर्माण दल के एक सदस्य संजय शेट्टी ने दयानन्द शेट्टी को पात्रों के चुनाव में हिस्सा लेने का सुझाव दिया था। सिंह उनसे इतने प्रभावित हुए कि पाँच मिनट में ही उन्हें दया के किरदार के लिए चुन लिया। उनका किरदार लोगों के बीच सबसे लोकप्रिय है। आशुतोष गोवरिकर को वरिष्ठ निरीक्षक विरेन की भूमिका के लिए चुना गया किन्तु अपनी फिल्म लगान के निर्देशन के कारण उन्हें इस धारावाहिक को छोड़ना पड़ा।[4] आदित्य श्रीवास्तव को १९९८ में अपराधी का किरदार मिला था, किन्तु अब उन्हें वरिष्ठ निरीक्षक अभिजीत का किरदार दे दिया गया। आदित्य ने राम गोपाल वर्मा की फिल्म सत्या में भी अभिनय किया था जिससे सिंह काफी प्रभावित थे। प्रारम्भ में वे केवल २६ एपिसोड हेतु सीआईडी में काम करने के लिए सहमत हुए थे लेकिन बाद में आगे भी कार्य करने के लिए मान गए।[3] वे २३ जुलाई १९९९ को पहली बार वरिष्ठ निरीक्षक अभिजीत की भूमिका में दिखाई दिये थे। अन्य सभी किरदारों को भी इसी तरह से चुना गया था। शिवाजी साटम, दयानन्द शेट्टी और आदित्य श्रीवास्तव के अलावा अन्य सभी किरदार आते जाते रहते हैं।[2][3]
इस धारावाहिक के पन्द्रह वर्ष पूरे होने के बाद फ़ोर्ब्स पत्रिका के साथ हुए साक्षात्कार में सिंह ने बताया कि प्रारम्भ में हर एपिसोड पर लगभग २ लाख रुपये खर्च आता था, जो कि पन्द्रह वर्ष के दौरान बढ़कर ₹५ लाख हो गया है।[4]
स्थान
इस धारावाहिक का निर्माण का कार्य मुम्बई में शुरू हुआ और मुख्यतः यहीं निर्मित किया जाता है। इसके अनेक भाग भारत के कई अन्य स्थानों में भी बनाए गए हैं। इन स्थानों में दिल्ली, जयपुर, कोलकाता, मनाली, चेन्नई, शिमला, जोधपुर, जैसलमेर, गोवा, पुणे, औरंगाबाद, कोल्हापुर, हिमाचल प्रदेश, केरल और कोच्चि आदि सम्मिलित है।[5][6] दिल्ली के सदर बाजार और जामा मस्जिद में भी इसे बनाने की योजना थी।[7] लेकिन बहुत भीड़ के कारण यह संभव नहीं हो पाया। इसे संगम विहार, दिल्ली हाट और लाजपत नगर इलाके में बनाया गया। इसके बाद आगरा और मथुरा में भी अगले एपिसोड की शूटिंग हुई, जिसका प्रसारण २४ से २६ जुलाई को "मर मिटेंगे" नाम से हुआ।[8] इसके अलावा कुछ भागों का निर्माण विदेशों में भी हुआ है। सीआईडी की आखिरी चुनौती नामक एक छोटी शृंखला को लंदन में भी बनाया गया था जिसमें महेश मांजरेकर ने हरगिज़ डोंगारा नामक अपराधी की भूमिका निभाई। २००४ में ‘सीआईडी’ के तीन प्रकरणों का निर्माण इंग्लैंड में हुआ और २०१० में ८ प्रकरणों का निर्माण स्विटजरलैंड और पेरिस में हुआ था।[9]
प्रसारण
२१ जनवरी १९९८ को रात ९:३० बजे इसका प्रसारण सोनी चैनल पर शुरू हुआ। इस धारावाहिक के २६ प्रकरण होने के पश्चात आदित्य श्रीवास्तव को वरिष्ठ निरीक्षक अभिजीत की भूमिका में दिखाया गया। इसके पश्चात यह अब तक चल रहा है। इसका प्रसारण शुरू में बुधवार को रात ९:३० बजे होता था जिसे बाद में बदलकर शुक्रवार को रात १० बजे कर दिया गया।[10] २१ मई २०१० से इसका प्रसारण शुक्रवार के साथ साथ शनिवार को भी होने लगा।[11] ३ फरवरी २०१३ से इसका प्रसारण शुक्रवार और शनिवार के साथ साथ रविवार को भी होने लगा।[12] मई २०१६ में द कपिल शर्मा शो के कारण इसका प्रसारण कुछ सप्ताह नहीं हुआ। इसके निर्माताओं ने कहा कि द कपिल शर्मा शो नया होने के कारण उसे और लोगों तक पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया था और यह भी कहा कि सीआईडी का जल्द ही नए समय पर प्रसारण होगा।[13] ४ जून २०१६ से इसका प्रसारण फिर से शुरू हो गया और इसका समय १० बजे से बदल कर १०:३० हो गया।[14]
इसकी लोकप्रियता को देखते हुए इसे अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवादित किया गया है। इसका तेलुगू संस्करण मां टीवी में और तमिल संस्करण ज़ी तमिल में प्रसारित हो रहा है। इसके अलावा बंगाली में इसकी भिन्न शृंखला निकाली गई है।[15][16] इसे दिसम्बर २००४ में अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और यह ३.७ रेटिंग प्राप्त कर पूरे भारत में पहली बार २९वें स्थान पर रहा।[17] टीएएम के अनुसार इसे सितम्बर २०१० में ५.१७ का उच्चतम रेटिंग मिला, जो इसके पिछले कुछ वर्षों का सबसे अधिक रेटिंग है।[18] २०१५ में इस धारावाहिक को ४.१ के आसपास का रेटिंग मिल रहा था।[19][20]
कलाकार
- बृजेन्द्र पाल सिंह : पुलिस उपायुक्त चित्रोले (निर्देशक, निर्माता, लेखक और सर्जक)[21]
- शिवाजी साटम : एसीपी प्रद्युमन (१९९८–वर्तमान)[22]
- दयानन्द शेट्टी : वरिष्ठ निरीक्षक दया (१९९८–वर्तमान)[23]
- आदित्य श्रीवास्तव : वरिष्ठ निरीक्षक अभिजीत (१९९९–वर्तमान)[24]
- दिनेश फड्निस : उप निरीक्षक फ्रेडरिक्स/फ्रेडी (१९९८–वर्तमान)[25]
- अंशा सयद : निरीक्षक पूर्वी (२०११–वर्तमान)[26]
- अजय नागरथ : उप निरीक्षक पंकज (२०१२–वर्तमान)
- नरेंद्र गुप्ता : डॉ॰ सालुंखे (१९९८–वर्तमान)
- श्रद्धा मूसले : डॉ॰ तारिका (२००७–वर्तमान)
- पूर्व किरदार
- ऋषिकेश पांडे : निरीक्षक सचिन (२०१०–२०१६)[27]
- जान्वी छेड़ा : निरीक्षक श्रेया (२०१२–२०१७)[28]
- मनिन्दर सिंह : वरिष्ठ निरीक्षक दुष्यंत (२०१४)[29]
- विकास कुमार : वरिष्ठ निरीक्षक रजत (२०१२–२०१३)
- विकास सल्गोत्रा उप निरीक्षक मयूर (२०१४)[30]
- तान्या अब्रोल : उप निरीक्षक जयवंती शिंदे (२०१४–२०१६)
- अभय शुक्ला : उप निरीक्षक निखिल (२०११–२०१६)
- गौरव खन्ना : वरिष्ठ निरीक्षक काविन (२०१४)[31]
विशेष उपस्थिति
- ११ नवम्बर २००९ को सलमान खान अपनी फिल्म वांटेड के प्रचार हेतु आए। जिसमें वे फ़िल्म प्रदर्शित होने के पूर्व अनाधिकृत रूप से सीडी बेचने वालों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु सीआईडी से मिलते हैं।[32]
- ३१ जुलाई २०१० को इमरान हाशमी और प्राची देसाई अपनी फ़िल्म वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई के प्रचार हेतु।[33]
- १ जनवरी २०११ को रानी मुखर्जी अपनी फिल्म नो वन किल्ड जेसिका के प्रचार हेतु आयी। जिसमें वे एक टीवी पत्रकार की भूमिका में रहती हैं व सीआईडी को एक अपराधी के हत्या करते हुए समय का वीडियो देती हैं।[34]
- १ जून २०१२ को अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा अपनी फिल्म राउडी राठौर के प्रचार हेतु आये।[35]
- २ सितम्बर २०१२ को बिपाशा बसु और ईशा गुप्ता अपनी फिल्म राज ३डी के प्रचार हेतु आये।[36]
- २१ सितम्बर २०१२ को करीना कपूर अपनी फिल्म हीरोइन के प्रचार हेतु आये। इस कहानी में उन्हें कोई मारने की कोशिश करता है और उनके रक्षक को मार डालता है। इस कारण वे सीआईडी से मिलती हैं।[37]
- २३-२४ नवम्बर २०१२ को आमिर खान अपनी फिल्म तलाश के प्रचार हेतु आये। जिसमें वे निरीक्षक सुर्जन सिंह शेखावत बने थे और सीआईडी का अपराधी को पकड़ने में साथ देते हैं।[38]
- १६ अगस्त २०१३ को इमरान खान और सोनाक्षी सिन्हा अपनी फिल्म वंस अपॉन अ टाइम इन मुम्बई-दोबारा के प्रचार हेतु आये।[39]
- २२ नवम्बर २०१३ को सन्नी देओल अपनी फिल्म सिंह साहब द ग्रेट के प्रचार हेतु आये। इसमें वे सिंह साहब की भूमिका में रहते हैं और सीआईडी से एक अपराधी का पता करने हेतु मिलते हैं।[40]
- २१ मार्च २०१३ को सन्नी लियोन अपनी फिल्म रागिनी एमएमएस २ के प्रचार हेतु आयी।[41]
- २१ फरवरी २०१४ को जिमी शेरगिल अपनी फ़िल्म डर एट द माल के प्रचार हेतु आये।[42][43]
- २७ जून २०१४ को सिद्धार्थ मल्होत्रा और श्रद्धा कपूर अपनी फ़िल्म एक विलन के प्रचार हेतु आये। यहाँ वे कुछ गुमशुदा बच्चों के अपहरण की जानकारी सीआईडी को देते हैं।[44]
- २५-२७ जुलाई २०१४ को सलमान खान अपनी फिल्म किक के प्रचार हेतु आये।[45][46]
- २१ नवम्बर २०१४ को सैफ अली खान और गोविंदा अपनी फिल्म हैपी एंडिंग के प्रचार हेतु आये।[47]
- ५ दिसम्बर २०१४ को अजय देवगन अपनी फिल्म एक्शन जैकसन के प्रचार हेतु आये।[48]
- १३-१४ फरवरी २०१५ को वरुण धवन अपनी फ़िल्म बदलापुर के प्रचार हेतु आये।[49][50] उनके साथ इस फिल्म के निर्देशक श्रीराम राघवन भी आए थे।[51]
- ३ अप्रैल २०१५ को सुशांत सिंह राजपूत अपनी फ़िल्म डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी! के प्रचार के लिए।[52]
- १३ अप्रैल २०१५ को इमरान हाशमी ने अपनी फिल्म मिस्टर एक्स का प्रचार किया और स्वयं मिस्टर एक्स के किरदार में अभिनय भी किया।[53]
- १९ दिसम्बर २०१५ को शाहरुख खान अपनी फिल्म दिलवाले के प्रचार के लिए आए।[54] जिसमें दिखाया जाता है कि एसीपी प्रद्युमन की गाड़ी अचानक रुक जाती है और शाहरुख खान उनकी मदद करते हैं।[55][56]
- १६ जनवरी २०१६ को सनी देओल ने अपनी फ़िल्म घायल वन्स अगैन के प्रचार के दौरान सीआईडी के एपिसोड में अजय मेहरा की भूमिका निभाई।[57]
पुरस्कार एवं कीर्तिमान
विश्व कीर्तिमान
इस धारावाहिक के दल ने ७ नवम्बर, २००४ को मुम्बई में शाम ६:३० से ८:२० बजे तक पूरे १११ मिनट तक बिना कैमरे को बंद किए एक पूरी कहानी बना दी। यह कीर्तिमान लिम्का कीर्तिमान पुस्तक[58] तथा गिनीज विश्व कीर्तिमान पुस्तक में पंजीकृत कर लिया गया था।[59] ७ नवम्बर को बने इस कथांश को ८ नवम्बर को शाम ८ बजे से १० बजे तक दिखाया गया।
इस प्रकार के विश्व कीर्तिमान बनाने का विचार सिंह को इसके ७ से ८ महीने पहले आया था। इससे पहले १९८७ में मराठी कार्यक्रम "एक शून्य शून्य" में फिल्मांकन को बिना रोके २२ मिनट का कार्यक्रम बना दिया था। वर्ष २००२ में उन्होंने इस कीर्तिमान को गिनीज़ विश्व कीर्तिमान पुस्तक में दर्ज करवाने के बारे में सोचा लेकिन उन्हें पता चला कि इसके लिए उन्हें २५ मिनट का बिना रुके कार्यक्रम तैयार करना होगा। उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी, लेकिन उनके इस कीर्तिमान को बनाने से पूर्व ही एक रूसी वृत्त फिल्म ने ८८ मिनट तक लगातार फिल्मांकन का कीर्तिमान बना लिया। इसके बाद बीपी सिंह ने इससे भी अधिक लम्बे कीर्तिमान बनाने के बारे में सोचा और 'विरासत' नाम का एक प्रकरण की योजना बनाई। इसके लिए वे उसी समय से इसकी तैयारी में लग गए। इस कीर्तिमान को बनाने के लिए सीआईडी के सभी किरदारों को ९० पन्नों का संवाद याद करना पड़ा और इस कहानी के कैमरामैन नितिन राव को २८ किलो ग्राम के कैमरे को लगातार १११ मिनट तक अपने कंधो पर रखना पड़ा, जिसमें ३ मंजिल के घर में उन्हें ऊपर से नीचे भी कई बार होना पड़ा। इसे बनाने के लिए ३४ लाख रुपए खर्च हुए। यह सीआईडी का सबसे महंगा प्रकरण था। यह एक ऐसे होटल मालिक की कहानी थी, जो भारत में अपना कारोबार समेटने के लिए दक्षिण अफ्रीका से आता है। उसे अपने वारिस की तलाश रहती है। उसकी सम्पत्ति में हिस्सा पाने की आस में सभी रिश्तेदार होटल में जमा हो जाते हैं। फिर एक के बाद एक खून होना शुरू हो जाता है। इस एपिसोड को कीर्तिमान बनाने के मकसद से ही बनाया गया था। इसमें सीआईडी के निरीक्षकों के अतिरिक्त केके मेनन, राज ज़ुत्शी, अविनाश वधावन, कृतिका देसाई और मुकेश रावल शामिल थे। इसे ७ नवम्बर २००४ को बिना किसी विज्ञापन के रात ८ से १० बजे तक दिखाया गया। इसके बाद सीआईडी का १० बजे का धारावाहिक शुरू हुआ।[60]
पुरस्कार
वर्ष | पुरस्कार | श्रेणी | कलाकार | टिप्पणी एवं सन्दर्भ |
---|---|---|---|---|
२००२ | भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ धारावाहिक - नाटक | बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर | [61] |
भारतीय टेली पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ व्यक्तित्व | शिवाजी साटम | [62] | |
२००३ | भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ रोमांचक/डरावना धारावाहिक | बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर | [63] |
२००४ | भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ निर्देशक - नाटक | बृजेन्द्र पाल सिंह | [64] |
भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ रोमांचक/डरावना धारावाहिक | सोनी (भारत) | [64] | |
भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ अभिनय | रजत अरोड़ा | [64] | |
भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ वीडियोग्राफी | बृजेन्द्र पाल सिंह | [64] | |
२००५ | भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ अभिनेता - नकारात्मक भूमिका | मकरंद देशपांडे | [65] |
२००९ | भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ रोमांचक/डरावना धारावाहिक | बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर | [66] |
२०१० | भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ रोमांचक/डरावना धारावाहिक | बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर | [67] |
२०१५ | भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ रोमांचक/डरावना धारावाहिक | बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर | [68] |
सीआईडी स्पेशल ब्यूरो
यह सीआईडी का एक विशिष्ट संस्करण था, जिसका प्रसारण एक अलग धारावाहिक के रूप में २७ दिसम्बर २००४ से शुरू हुआ और १६८ एपिसोड प्रसारित होने के बाद ८ अगस्त २००६ में बंद हो गया। यह सोमवार व मंगलवार को रात १०:३० बजे प्रसारित होता था। इसके आधे घंटे पहले, रात १० बजे सीआईडी और उसके आधे घंटे बाद इस धारावाहिक का प्रसारण होता था। इसमें शिवाजी साटम, अनूप सोनी, दयानन्द शेट्टी और आदित्य श्रीवास्तव मुख्य किरदार में थे।[69]
इसकी कहानी के अनुसार "सीआईडी पिछले कई वर्षों से लंबित मामलों की जाँच करने हेतु एक नए दल का गठन करती है, जिसका नाम सीआईडी स्पेशल ब्यूरो रखा जाता है। यह दल बहुत पुराने आपराधिक मामलों की जाँच करती है।" इसमें कई बार सीआईडी की कहानी को भी जोड़ कर दिखाया जाता था। इसी कारण कुछ मामलों में सीआईडी के किरदार सीआईडी स्पेशल ब्यूरो में और सीआईडी स्पेशल ब्यूरो के किरदार सीआईडी में भी दिखते थे।[70]
अन्य पहल
७ जुलाई २००६ को एक राष्ट्रव्यापी खोज कार्य का प्रारम्भ किया गया जिसे सीआईडी ऑपरेशन तलाश नाम दिया गया। इसमें जीतने वाले को एक पुलिस निरीक्षक की भूमिका में कार्य करने का मौका दिया जाना था। १ सितम्बर २००६ को विवेक मशरू को विजेता घोषित किया गया था। इसके बाद कुछ वर्षो तक विवेक एक निरीक्षक की भूमिका में दिखाई दिए।[71] २६ जनवरी २०१० से वीरता को प्रोत्साहित करने और समाज में बहादुरी के कार्यों का सम्मान करने के लिए सीआईडी वीरता पुरस्कार नामक एक पुरस्कार प्रारम्भ किया गया। इसे २६ जनवरी २०१० को पहली बार साहस दिखाने वाले लोगों को दिया गया।[72] २३ जनवरी २०११ को दूसरी बार प्रदान किया गया था।[73] बड़ों के वीरता को प्रोत्साहित करने के बाद, बच्चों के लिए भी एक नयी उप-शृंखला सीआईडी छोटे हीरोज नाम से बनायी गई।[74] यह १ फरवरी २०१३ से दिखाया गया। यह शुक्रवार को सीआईडी से एक घंटे पहले ९ बजे से १० बजे रात को दिखाया जाता था। इसमें बच्चों के द्वारा दिखाये गए साहस को दिखाया जाता था।[75] ३० मई २०१२ को एक साक्षात्कार के दौरान बीपी सिंह ने कहा कि वे सीआईडी पर एक फिल्म बनाने जा रहे हैं। इसमें धारावाहिक के कलाकार ही काम करेंगे, लेकिन एक मुख्य खलनायक को बाहर से लिया जाएगा। उन्होंने कहा, सैद्धांतिक रूप से फिल्म को इस वर्ष के अन्त तक शुरू हो जाना चाहिए। चैनल के पास इसके अधिकार हैं, यदि चैनल आज अपनी सहमति देता है, तो हम इस पर अगले वर्ष की शुरुआत से काम करना शुरू कर देंगे।[76]
२१ जनवरी २०१५ को सीआईडी ने अपने यात्रा के अठारवें वर्ष में प्रवेश किया। इसे सोनी ने एक उत्सव के रूप में २६ जनवरी २०१५ को एक विशेष कार्यक्रम के रूप में बनाया। जिसमें सोनी पर पूरे दिन सीआईडी का कार्यक्रम दिखाया गया। इसके अलावा बीच बीच में सीआईडी के किरदार व अन्य लोग भी आते थे और अपने व इस धारावाहिक के बारे में बताते थे।[77]
अन्य धारावाहिकों में
सीआईडी के किरदारों ने इस धारावाहिक के अलावा भी अन्य धारावाहिकों में भी अभिनय किया है और अन्य धारावाहिकों के किरदार भी कई बार सीआईडी में आ चुके है। जैसे अदालत के प्रारम्भ में अभिजीत के ऊपर आरोप लगता है कि उसने जोरावर नाम के एक अपराधी पर ६ गोलियां चलाई और हत्या कर दी। इस कारण उसे अदालत में ले जाया जाता है, जिसमें के॰ डी॰ पाठक उसका वकील रहता है। यह सीआईडी और अदालत, दोनों धारावाहिकों में दिखाया जाता है। इसके बाद सीआईडी और के॰ डी॰ पाठक मिल कर इस मामले को सुलझा लेते हैं।[78]
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में इसी के कुछ किरदार सीआईडी के धारावाहिक में आते है और उसके कुछ दिन बाद एक अन्य प्रकरण में इस धारावाहिक में सीआईडी के सारे किरदार आ जाते है। जिसमें दयाबेन को एसीपी प्रदूमन का नकली प्रमाणपत्र मिलता है और वह उसे लेकर सीआईडी के कार्यालय में जाती है। जहाँ सीआईडी के दल को पता चलता है की कोई एसीपी प्रद्युम्न के जैसे बनकर कोई गैर-कानूनी कार्य करना चाहता है लेकिन उस अपराधी को पकड़ते समय एक ने जेठालाल का चेहरा बना दिया और वह इस मामले में फंस जाता है। परन्तु बाद में पता चलता है कि वह दोषी नहीं है। इसके पश्चात गोकुलधाम में एक नया सदस्य आता है, जिसके पास करोड़ों का हीरा रहता है। जिसे वह बेचना चाहता है। वह गोकुलधाम के लोगों को लालच देता है कि यदि कोई उस हीरे को बेचने में उसकी सहायता करेगा तो वह उसे एक करोड़ रुपये देगा। लेकिन हीरा बेचने से पूर्व ही वो लापता हो जाता है और उसी मामले की जाँच करते हुए सीआईडी वहाँ आती है। पूरे गोकुलधाम में सभी के घरों की तलाशी लेने के बाद उन्हें अय्यर और बबीता जी के घर में वह हीरा मिलता है। वे लोग बबीता और अय्यर को पकड़ लेते हैं। परन्तु बाद में पता चलता है कि दोषी कोई और है।[79] इसके साथ-साथ कौन बनेगा करोड़पति में भी सीआईडी के तीनों पात्र (शिवाजी साटम, आदित्य श्रीवास्तव और दयानन्द शेट्टी) जा चुके हैं।[80]
इसके अलावा अदालत व सीआईडी में १२ जुलाई २०१२ को रात १० बजे और रविवार १३ जुलाई २०१२ को रात ७:३० व १० बजे सीआईडी विरुद्ध अदालत नाम से धारावाहिक का प्रसारण हुआ था। इसमें अदालत और सीआईडी दोनों को एक ही कहानी में दिखाया गया। जिसमें दिखाया गया कि डॉ॰ सालुंखे को एक सबूत मिलता है, जिसे दिखाने से पहले ही वह लापता हो जाता है। उसकी गाड़ी डीसीपी चित्रोले के घर के आगे मिलती है और घर की तलाशी में एक लाश भी प्राप्त होती है, जिसे पहले डॉ॰ सालुंखे मानते हैं। सीआईडी को डीसीपी चित्रोले के खिलाफ काफी ठोस सबूत मिलते हैं, इस कारण उसे हिरासत में ले लिया जाता है। अदालत में के॰ डी॰ पाठक उसे बचाने की कोशिश करता है, परंतु सीआईडी उसे दोषी साबित करने का कार्य करती है। आखिरी में के॰ डी॰ पाठक और सीआईडी मिलकर इस मामले को हल कर लेते हैं।[81] इसके बाद २० दिसम्बर २०१४ को ३ घंटे का प्रसारण होता है। इसका निर्देशन सीआईडी के सिबा मित्र और अदालत के रमिन्दर सूरी ने मिल कर किया है। इसे मुम्बई के अलग अलग भागों में बनाया गया, जिसके लिए १५ दिन का समय लग गया।[82] इसका नाम सीआईडी विरुद्ध अदालत - कर्मयुद्ध रखा गया है, जिसमें एक और बार सीआईडी और अदालत साथ में आते हैं।[83] जिसमें एक आश्रम में एसीपी प्रद्युम्न के दोस्त की बेटी का खून हो जाता है।[84] सीआईडी को लगता है कि इसकी हत्या आत्मानन्द ने की है और वहीं के॰ डी॰ पाठक उसे बचाता है।[85] बाद में पता चलता है कि असल में हत्या किरण ने की है।[86]
प्रभाव
सीआईडी धारावाहिक देखने के बाद जनमानस पर अच्छा और बुरा दोनों प्रकार का प्रभाव पड़ा। कुछ लोगों को अपराध करने की इच्छा जागृत हुई तो कुछ लोगों को निशानेबाजी आदि में आगे बढ़ने की भी प्रेरणा मिली। कुछ घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
पाकिस्तान के लाहौर में ३० जून २०१७ को एक ९ वर्षीय लड़की ईमान तनवीर की लाश उसके दादी के घर से प्राप्त हुई। पुलिस को पहले उसकी सौतेली माँ पर शक हुआ, पर बाद में उसे बेगुनाह मान कर पुलिस ने छोड़ दिया।[87] हत्या के चार दिन बाद पुलिस एक बयान जारी किया कि उस लड़की के ११ वर्षीय भाई ने ही ये हत्या की है।[88] उसने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसी ने अपनी बहन की हत्या की है। पूछने पर उसने बताया कि उसे सीआईडी देख कर इस हत्या को करने का विचार आया था।[89]
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक युवक ने सीआईडी धारावाहिक देख कर अपनी पत्नी के साथ मिल कर अपने ही अपहरण की झूठी कहानी बना डाली। वह जहाँ काम करता था, उसी के संचालक के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज करवा दिया। वह मुकदमे से उसे बचा कर उससे पैसे लेने की योजना बना रहा था। लेकिन पुलिस उसके पास पहुँच गई और तब उसकी योजना का पता चला।[90]
१७ वर्षीय निशानेबाज मेहुली घोष ने जापान के प्रतियोगिता में अपना पहला स्वर्ण पदक हासिल किया और केरल में हुए राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता में एक ही दिन में आठ स्वर्ण पदक हासिल करने के बाद उनका कहना था कि उन्हें इसकी प्रेरणा सीआईडी धारावाहिक को देखने से मिली।[91]
समीक्षात्मक प्रतिक्रिया
एक दशक से अधिक चलने का कीर्तिमान बनाने के पश्चात भी यह लोकप्रिय धारावाहिक वर्तमान(जनवरी २०१८ में अद्यतन) में भी सोनी पर प्रसारित हो रहा है। इसके कई संवाद जैसे एसीपी प्रद्युमन का "अब तो इसे फाँसी ही होगी" और दया का दरवाजा तोड़ना आदि अत्यधिक लोकप्रिय हो चुके हैं। यह इतना लोकप्रिय हो चुका है कि लोग इस पर कई चुट्कुले भी बना चुके हैं।[92]
दैनिक ट्रिब्यून में दिये एक साक्षात्कार में शिवाजी साटम ने कहा कि "अब यह मेरी पहचान बन गया है। पर यह केवल एक धारावाहिक भर नहीं है। बच्चे और बड़े अब मुझसे सीआईडी के पात्र की तरह व्यवहार करते हैं। उन्हें लगता है कि सचमुच किसी जासूसी करने वाले समूह का हिस्सा हूँ। शायद इसलिए पिछले दो सालों से यह लगातार पुरस्कार जीत रहा है। इसे राष्ट्रपति तक की सराहना मिली है। दरअसल यह आम और ईमानदार लोगों को न्याय दिलाने वाला धारावाहिक है।"[93][94] वहीं रांची एक्सप्रेस ने कहा कि सीआईडी १९९८ से लगातार चल रही है और उसे हमेशा से ही दर्शकों ने पसन्द किया। जबकि २००३ में इसी चैनल में शुरू हुए एक धारावाहिक क्राइम पेट्रोल को कम लोकप्रियता के कारण बंद करना पड़ा था। लेकिन अब भी सीआईडी को उतने ही नहीं, उससे भी अधिक दर्शक मिल गए है। वर्तमान में इस धारावाहिक ने हर उम्र वर्ग को अपनी ओर आकर्षित किया है। इसी के कारण अन्य चैनलों में भी आपराधिक धारावाहिकों की संख्या में इजाफा हुआ है।[95] वहीं दयानन्द शेट्टी ने कहा कि "१७ वर्षों से अधिक समय तक एक साथ काम करने से एक जुड़ाव बन गया है। सीआईडी को सबसे अधिक बच्चे पसंद करते है और इसी कारण इसमें हम लोगों ने हास्य बनाने का प्रयास किया है।"[96] टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए दयानन्द शेट्टी ने बताया कि उन्हें अपने कार्यक्रम के बारे में ऑनलाइन चुटकुले पढ़ने में बहुत गर्व महसूस होता है और यह जान कर और भी खुशी होती है कि केवल दया ही नहीं बल्कि इसके अन्य सभी किरदार भी बहुत प्रसिद्ध हैं।[97]
सन्दर्भ
- ↑ अ आ इ ई उ लालवानी, विक्की. ""Soaps are not my domain and I don't think I will be able to direct them well"" [धारावाहिक बनाना मेरा कार्यक्षेत्र नहीं है और मुझे नहीं लगता कि मैं अच्छे से निर्देशित कर सकता हूँ।] (अंग्रेज़ी में). इंडियन टेलिविजन. मूल से 12 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जनवरी २००४.
- ↑ अ आ माथुर, चांदनी (८ अप्रैल २०१४). "सीआईडी: कहानी भारत के सबसे सफल जासूसी धारावाहिक की". टेलीविज़न पोस्ट. मूल से 2 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० जुलाई २०१६.
- ↑ अ आ इ सेथुरमन, श्रेया (२७ जुलाई २०१२). "Chasing criminals, cracking cases" [अपराधियों का पीछा करना और प्रकरण हल करना]. हिंदुस्तान टाइम्स (अंग्रेज़ी में). मूल से १५ जून २०१५ को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १६ जनवरी २०१३.
- ↑ अ आ रघुनाथ, अभिषेक (२६ अक्टूबर २०१२). "Sony's CID: Fifteen Years and Counting" [सोनी का सीआईडी: पन्द्रह वर्ष और जारी है।] (अंग्रेज़ी में). फ़ोर्ब्स. मूल से 8 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० जुलाई २०१६.
- ↑ "CID team mistook for real one!" [सीआईडी का दल और वास्तविक दिखने के लिए एक नए जगह पर!] (अंग्रेज़ी में). टेली चक्कर. मूल से ६ जुलाई २०१६ को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ११ जनवरी २०१३.
- ↑ "ACP Pradyuman asks cops to help them shoot in peace" [एसीपी प्रद्युमन ने निरीक्षक से पूछा कि क्या वे उन्हें शांति से धारावाहिक बनाने में सहायता करेंगे।] (अंग्रेज़ी में). टेली चक्कर. मूल से 6 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ११ जनवरी २०१३.
- ↑ "Team 'CID' shoots new murder-mystery in the capital" [सीआईडी एक नई हत्या की पहले राजधानी में बनाने जा रहा है।] (अंग्रेज़ी में). एबीपी न्यूज़. १४ जुलाई २०१५. मूल से 2 अक्तूबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जुलाई २०१६.
- ↑ "Sony's 'CID' looks to target viewers from north India" [सोनी का सीआईडी अब उत्तर भारत के दर्शकों को लक्ष्य के रूप में देख रहा है।] (अंग्रेज़ी में). इंडियन टेलीविजन. १४ जुलाई २०१५. मूल से 22 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ जुलाई २०१६.
- ↑ "इतिहास बनाता सीआईडी।". जागरण. ७ अक्टूबर २०१०. मूल से 6 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १५ जनवरी २०१३.
- ↑ "२१ दिसम्बर २००५ को सोनी में सीआईडी का समय". setindia.com. मूल से २१ दिसम्बर २००५ को पुरालेखित.
- ↑ "३ जून २०१० को सोनी में सीआईडी का समय". setindia.com. मूल से ३ जून २०१० को पुरालेखित.
- ↑ "३ मार्च २०१३ को सोनी में सीआईडी का समय". setindia.com. मूल से २ मार्च २०१३ को पुरालेखित.
- ↑ "CID goes off, makers say it is a short break for TV's favourite show" [सीआईडी का प्रसारण बंद, निर्माताओं के अनुसार केवल कुछ समय की छुट्टी है।] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. २५ मई २०१६. मूल से 8 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० जुलाई २०१६.
- ↑ "CID to return on small screen soon, will air its fresh episode on June 4" [सीआईडी ताजा एपिसोड के साथ 4 जुलाई से छोटे पर्दे पर आ रहा है।] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. २६ मई २०१६. मूल से 29 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० जुलाई २०१६.
- ↑ "सोनी पर आने वाला धारावाहिक सीआईडी अब बंगाली भाषा में भी बन रहा है।". एनडीटीवी. ३१ अक्टूबर २०१२. मूल से 29 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १६ जनवरी २०१३.
- ↑ इंडो-एशियन समाचार सेवा (३१ अक्टूबर २०१२). "बंगाली भाषा में अनुवादित 'सीआईडी' का १२ नवम्बर से होगा प्रसारण शुरू।". याहू! समाचार. मूल से 11 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १६ जनवरी २०१३.
- ↑ "Sony's stellar show 'CID' on an upswing" [सोनी का तारकीय धारावाहिक सीआईडी शिखर पर]. इंडियन टेलीविज़न (अंग्रेज़ी में). मूल से १८ फरवरी २०१५ को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ६ दिसम्बर २००४.
- ↑ "सीआईडी सोनी का दूसरा सबसे देखा जाने वाला धारावाहिक". इंडियन टेलिविजन. मूल से 18 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २९ दिसम्बर २०१०.
- ↑ "Tam Ratings: Week 3 (2015)" [टीएएम रेटिंग ३ सप्ताह का (२०१५)]. टेली चक्कर (अंग्रेज़ी में). मूल से 19 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २३ जनवरी २०१५.
- ↑ "टीवी रेटिंग: टॉप 10 शो में एक बार फिर आया 'सीआईडी'". अमर उजाला. मूल से 18 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ११ मई २०१५.
- ↑ "B.P. Singh back to acting in CID" [बृजेन्द्र पाल सिंह पुनः सीआईडी में लौटे चित्रोले के किरदार में।] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. ५ नवम्बर २०१२. मूल से 24 मई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "C.I.D. means the world to me: Shivaji Satam aka ACP Pradyuman" [सीआईडी का अर्थ मेरे लिए, मेरी पूरी दुनिया है।: शिवाजी साटम] (अंग्रेज़ी में). बॉलीवुड भास्कर. मूल से 10 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "People imitating my style indicates success of my role: Daya of CID" [लोग का मेरी शैली दिखाने की कोशिश करना यह दिखाता है की मेरा पात्र कितना सफल हुआ: दयानन्द शेट्टी] (अंग्रेज़ी में). इंडियन एक्सप्रेस. २ फरवरी २०१४. मूल से 8 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "Abhijeet ka jalwa" [आदित्य श्रीवास्तव, जो की वरिष्ठ निरीक्षक अभिजीत नाम से जाने जाते है, सीआईडी के वीरता पुरस्कार २०११ के समय अपने कुछ नृत्य की कला को दिखाया।] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. २३ जनवरी २०११. मूल से 23 मई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "TV's most lovable idiots" [सीआईडी का सबसे प्यारा बेवकूफ] (अंग्रेज़ी में). डीएनए इंडिया. २१ अगस्त २०१३. मूल से 14 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 December 2014.
- ↑ "Ansha Sayeed is super happy playing Purvi in CID" [अंशा सयद अपने निरीक्षक पूर्वी के किरदार से बहुत खुश हैं।]. २४ नवम्बर २०१२. मूल से 6 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "New team to be formed in Sony's CID; Hrishikesh Pandey comes back" [सोनी के सीआईडी का नया दल पुनः अपने स्थिति में और ऋषिकेश पांडे पुनः लौट आए।] (अंग्रेज़ी में). इंडिया फॉरम. १ मई २०१०. मूल से 10 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "New Faces, Old Shows" [नए चेहरे, पुराने धारावाहिक में!] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. १० मई २०१२. मूल से 22 मई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "Gaurav Khanna & Maninder Singh’s dhamakedar entry on CID" [गौरव खन्ना और मनिन्दर सिंह की धमाकेदार प्रवेश सीआईडी में।] (अंग्रेज़ी में). ३ अप्रैल २०१४. मूल से 24 मई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "Newbie Vikas Salgotra and 'The Bachelorette India' fame Jagjit Athwal to enter CID as the new cops" [दो नए लोग, विकास सलगोत्रा और जगजीत अथवाल सीआईडी में लिया प्रवेश।] (अंग्रेज़ी में). २४ मार्च २०१४. मूल से 28 मार्च 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "Actor Gaurav Khanna to enter "CID"" [अभिनेता गौरव खन्ना सीआईडी में वरिष्ठ निरीक्षक काविन के पात्र में आ रहे हैं।] (अंग्रेज़ी में). ३० मार्च २०१४. मूल से 11 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "Salman Khan Wanted by CID" [सलमान खान सीआईडी में अपनी फिल्म वांटेड के प्रचार के लिए।]. वन इंडिया (अंग्रेज़ी में). १० सितम्बर २००९. अभिगमन तिथि १५ जनवरी २०१३.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "अपनी फिल्म 'वंस अपॉन ए टाइम इन मुम्बई' के प्रचार के लिए आए इमरान हाशमी और प्राची देसाई". टाइम्स ऑफ इंडिया. ३१ जुलाई २०१०. मूल से 21 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १५ दिसम्बर २०१४.
- ↑ लालवानी, विक्की (२२ दिसम्बर २०१०). "Rani overshadows Vidya?" [रानी विद्या पर छाया है?।]. टाइम्स ऑफ इंडिया (अंग्रेज़ी में). मूल से 26 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १६ जनवरी २०१३.
- ↑ "अक्षय और सोनाक्षी राउडी राठोर फिल्म के प्रचार में।". टाइम्स ऑफ इंडिया. २२ मई २०१२. मूल से 8 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २२ जनवरी २०१४.
- ↑ "Bipasha Basu & Esha Gupta promote Raaz 3D on CID" [बिपाशा बसु और ईशा गुप्ता सीआईडी में राज़ 3 फिल्म के प्रचार हेतु।]. टाइम्स ऑफ इंडिया. २४ अगस्त २०१४. मूल से 3 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २२ जनवरी २०१४.
- ↑ भोपटकर, तेजश्री (१३ सितम्बर २०१३). "अक्षय सेठी बने है करीना कपूर के प्रशंसक सीआईडी में". टाइम्स ऑफ इंडिया. मूल से 24 अक्तूबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १३ फरवरी २०१३.
- ↑ IANS (१७ नवम्बर २०१३). "तलाश: आमिर खान फिल्म के प्रचार में सीआईडी में।". मूल से 19 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १५ जनवरी २०१३.
- ↑ "Imran and Sonakshi on 'CID' to promote 'OUATIMD'" [इमरान और सोनाक्षी अपनी फिल्म के प्रचार में सीआईडी में।]. टाइम्स ऑफ इंडिया (अंग्रेज़ी में). १२ अगस्त २०१३. मूल से 1 सितंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २२ जनवरी २०१३.
- ↑ "Sunny Deol was promoting his film Singh Saab The Great" [सीआईडी में अपनी फिल्म के प्रचार में सन्नी देओल।]. movies.ndtv.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 23 मई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १३ नवम्बर २०१३.
- ↑ "सन्नी लियॉन अपनी फिल्म रागिनी एमएमएस के प्रचार में सीआईडी।". टाइम्स ऑफ इंडिया. मूल से 4 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ६ मई २०१३.
- ↑ "जिमी शेरगिल अपनी फिल्म के प्रचार के लिए सीआईडी में।". टाइम्स ऑफ इंडिया. २१ फरवरी २०१४. अभिगमन तिथि १५ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "जिमी शेरगिल का सीआईडी नामक धारावाहिक के स्थान पर उनके फिल्म के प्रचार के समय के कुछ छवि". आईबीएन लिव. २१ फरवरी २०१४. मूल से 15 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १५ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "सिद्धार्थ मल्होत्रा और श्रद्धा कपूर अपनी फिल्म एक विलन के प्रचार में सीआईडी के एक प्रकरण में सहायता भी करेंगे।". बॉलीवुड लाइफ. २५ जून २०१४. मूल से 15 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १५ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "किक: सलमान खान अपनी फिल्म के प्रचार में।". मूल से 14 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २७ जुलाई २०१४.
- ↑ "Only Salman Khan Can and Will Make CID's ACP Pradyuman Dance" [केवल सलमान खान ही एसीपी प्रदूमन को नचवा सकते है।] (अंग्रेज़ी में). मूल से 8 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २७ जुलाई २०१४.
- ↑ "Saif Ali Khan and Govinda join the CID team in solving a case" [सैफ अली खान और गोविंदा भी शामिल हुए सीआईडी में सुलझाने के लिए।]. टेली चक्कर (अंग्रेज़ी में). मूल से 29 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २१ नवम्बर २०१४.
- ↑ "'सीआईडी' के सेट पर दिखा अजय देगवन का एक्शन-जैक्सन अवतार". पंजाब केशरी. २ दिसम्बर २०१४. अभिगमन तिथि २ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "Badlapur Star Varun Dhawan on the sets of CID" [वरुण धवन पहुंचे सीआईडी में] (अंग्रेज़ी में). १५ फरवरी २०१५. मूल से 8 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १५ फरवरी २०१५.
- ↑ "वरुण धवन ने किया सीआईडी में अपनी फ़िल्म बदलापुर का प्रचार". १५ फरवरी २०१५. मूल से 7 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १५ फरवरी २०१५.
- ↑ "वरुण धवन श्रीराम राघवन के साथ सीआईडी में अपनी फ़िल्म के प्रचार करने आए।". १५ फरवरी २०१५. मूल से 5 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १५ फरवरी २०१५.
- ↑ "सीआईडी के सेट पर पहुंचे सुशांत, किया '..ब्योमकेश बख्शी' को प्रमोट". दैनिक भास्कर. १३ अप्रैल २०१५. मूल से 21 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३१ मार्च २०१५.
- ↑ "मिस्टर एक्स का प्रचार: इमरान ने सीआईडी के विशेष प्रकरण में किया अभिनय।". बिहार प्रभा. १३ अप्रैल २०१५. मूल से 21 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ४ मई २०१५.
- ↑ "Shah Rukh Khan to appear in 'CID'" [शाहरुख खान सीआईडी में दिखने वाले हैं।] (अंग्रेज़ी में). इंडियन एक्सप्रेस. १० दिसम्बर २०१५. मूल से 16 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० जुलाई २०१६.
- ↑ "अब शाहरूख टीवी शो सीआईडी में आएंगे नजर". पत्रिका. १२ दिसम्बर २०१५. मूल से 15 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० जुलाई २०१६.
- ↑ "Here's how Shah Rukh Khan saves ACP Pradyuman from trouble, on CID" [सीआईडी में कैसे शाहरुख खान एसीपी प्रद्युमन को परेशानी से बचाते हैं। यहाँ है] (अंग्रेज़ी में). इंडिया टूडे. ११ दिसम्बर २०१५. मूल से 18 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० जुलाई २०१६.
- ↑ "Sunny Deol to appear on 'CID'" [सन्नी देओल सीआईडी में दिखने वाले हैं।] (अंग्रेज़ी में). द इंडियन एक्सप्रेस. २०१६. मूल से 14 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १४ अप्रैल २०१६.
- ↑ "'CID' enters Limca Book of Records" [सीआईडी ने किया अपना नाम लिमका पुस्तक में दर्ज।] (अंग्रेज़ी में). ८ अक्टूबर २००४. मूल से 26 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "CID's Guinness World Record episode, Indian Idol and Facebook: 10 things in popular culture that turn 10 in 2014" [सीआईडी का गिनिज विश्व कीर्तिमान वाला एपिसोड, इंडियन आइडल और फेसबूक: 10 चीजें जो 2014 में प्रसिद्ध हुई।] (अंग्रेज़ी में). आईबीएन लाइव. १२ नवम्बर २०१४. मूल से 4 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "Sony's on 'record' with C.I.D, a date with Guinness" [सोनी के एक धारावाहिक 'सीआईडी' ने बनाया एक नया विश्व कीर्तिमान, जो गिनीज़ विश्व कीर्तिमान में होगा दर्ज।] (अंग्रेज़ी में). इंडियन टेलिविजन. २९ अक्टूबर २००४. मूल से 26 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "The ITA Awards » The Indian Television Academy Awards" [भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार » भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार २००२]. indiantelevisionacademy.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 29 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "The Winners of The Indian Telly Awards 2002" [भारतीय टेली पुरस्कार विजेता २००२] (अंग्रेज़ी में). मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ मार्च २००२.
- ↑ "The ITA Awards » The Indian Television Academy Awards" [भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार » भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार २००३]. indiantelevisionacademy.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 4 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ अ आ इ ई "The ITA Awards » The Indian Television Academy Awards" [भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार » भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार २००४]. indiantelevisionacademy.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 26 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "The ITA Awards » The Indian Television Academy Awards" [भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार » भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार २००५]. indiantelevisionacademy.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 4 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "The ITA Awards » The Indian Television Academy Awards" [भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार » भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार २००९]. indiantelevisionacademy.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 9 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "The ITA Awards » The Indian Television Academy Awards" [भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार » भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार २०१०]. indiantelevisionacademy.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 20 अगस्त 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "The ITA Awards » The Indian Television Academy Awards" [भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार » भारतीय टेली अकादमी पुरस्कार २०१५]. indiantelevisionacademy.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 10 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० जुलाई २०१६.
- ↑ "सीआईडी: स्पेशल ब्यूरो का सोनी के जालस्थल में समय व विवरण". setindia.com. मूल से १९ दिसम्बर २००५ को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "'सीआईडी का 'सीआईडी: स्पेशल ब्यूरो' नामक धारावाहिक २७ दिसम्बर से सोनी में शुरू हो रहा है।". इंडियन टेलिविजन. मूल से 14 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १४ दिसम्बर २००४.
- ↑ "एक और सीआईडी का निरीक्षक सीआईडी में प्रवेश किया। - मनोरजन - डीएनए". डीएनए इंडिया. १५ सितम्बर २००६. मूल से 30 सितंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ६ अगस्त २०१०.
- ↑ "सोनी ने प्रारंभ किया सीआईडी वीरता पुरस्कार". इंडियन टेलिविजन. मूल से 14 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १२ अगस्त २००९.
- ↑ "सामान्य के लिए सम्मान". इंडियन एक्सप्रेस. अभिगमन तिथि १७ सितंबर २०११.
- ↑ ""Kids Play 'C.I.D.' Instead Of 'Chor Police'" – Dayanand Shetty" [“बच्चे अब 'चोर पुलिस' के जगह सीआईडी खेलेंगे” – दयानन्द शेट्टी] (अंग्रेज़ी में). ३० जनवरी २०१३. मूल से 23 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १० दिसम्बर २०१४.
- ↑ "Sony airs CID Chote Heroes from 1 February" [सोनी द्वारा दिखाया जाएगा १ फरवरी से सीआईडी छोटे हीरोज]. इंडियन टेलिविजन (अंग्रेज़ी में). मूल से 14 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १ फरवरी २०१३.
- ↑ "टीवी शो सीआईडी पर बन सकती है फिल्म". जागरण. ३० मई २०१२. मूल से 19 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ११ मई २०१५.
- ↑ "सीआईडी के १८वर्ष पर २६ जनवरी को पूरे दिन सीआईडी". मूल से 4 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २१ जनवरी २०१५.
- ↑ "CID joins hands with KD Pathak from Adaalat!" [सीआईडी और अदालत के के डी पाठक दोनों ने हाथ मिलाया।]. द टाइम्स ऑफ इंडिया (अंग्रेज़ी में). मूल से 17 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३ जुलाई २०१२.
- ↑ "CID & Tarak Mehta Ka Oolta Chashma to have a Mahasangram episode" [सीआईडी और तारक मेहता का उल्टा चश्मा दोनों का महासंग्राम वाला प्रकरण]. द टाइम्स ऑफ इंडिया (अंग्रेज़ी में). मूल से 29 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २ जुलाई २०१४.
- ↑ "Amitabh Bachchan reveals CID team's funny side on Kaun Banega Crorepati" [कौन बनेगा करोड़पति में अमिताभ बच्चन ने दिखाया सीआईडी दल का हंसमुख पहलू।] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. २३ सितम्बर २०१४. मूल से 23 मई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १८ दिसम्बर २०१४.
- ↑ "KD Pathak defends DCP Samsher Singh Chitrole" [के॰ डी॰ पाठक डीसीपी शमशेर सिंह चित्रोले को बचाएंगे।] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. मूल से 3 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जुलाई २०१६.
- ↑ "Sony to screen a telefilm with CID and Adaalat's cast" [सोनी अब सीआईडी और अदालत के कलाकारों के साथ टेलीफिल्म ला रहा है।] (अंग्रेज़ी में). एएफ़एक्यूएस. १९ दिसम्बर २०१४. मूल से 20 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जुलाई २०१६.
- ↑ "CID and KD Pathak come together to solve a murder mystery!" [मौत की उलझन सुलझाने के लिए साथ आ रहे हैं सीआईडी और अदालत] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. २० दिसम्बर २०१४. मूल से 8 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जुलाई २०१६.
- ↑ "'C.I.D.', Ronit Roy's 'Adaalat' teams come together for telefilm" [सीआईडी और रोनित रॉय का अदालत टेलीफिल्म के लिए एक साथ आ रहे हैं।] (अंग्रेज़ी में). इंडियन एक्सप्रेस. १९ दिसम्बर २०१४. मूल से 29 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जुलाई २०१६.
- ↑ "It's 'CID v/s Adaalat' in 3 hour movie on Sony TV" [इन तीन घंटों में यह सीआईडी विरुद्ध अदालत है।] (अंग्रेज़ी में). टेलीचक्कर. १० दिसम्बर २०१४. मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जुलाई २०१६.
- ↑ "C.I.D and Adaalat teams up for a telefilm" [सीआईडी और अदालत टेलीफिल्म के लिए एक साथ जुट रहे हैं।] (अंग्रेज़ी में). बॉलीवुड लाइफ. १९ दिसम्बर २०१४. मूल से 9 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जुलाई २०१६.
- ↑ इद्रीस, महमूद (४ जुलाई २०१७). "Inspired by Indian TV drama CID, 11-year-old brother murders minor sister in Lahore" [लाहौर में भारतीय धारावाहिक सीआईडी से प्रेरणा ले कर ११ वर्षीय लड़के ने की अपनी छोटी बहन की हत्या] (अंग्रेज़ी में). लाहोर: डैली पाकिस्तान. मूल से 7 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ७ जनवरी २०१८.
- ↑ "Pak 11-yr-old strangles his sister to death, says he was 'inspired' by CID" [सीआईडी से प्रेरणा लेकर ११ वर्षीय पाकिस्तानी लड़के ने की अपनी बहन की हत्या] (अंग्रेज़ी में). लाहोर: मिड डे. ५ जुलाई २०१७. मूल से 5 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ७ जनवरी २०१८.
- ↑ "Inspired by CID, Pakistani boy kills sister over poor handwriting jibe" [बेकार लिखावट के कारण सीआईडी से प्रेरणा लेकर पाकिस्तानी लड़के ने की अपनी बहन की हत्या] (अंग्रेज़ी में). लाहोर: इंडियन एक्सप्रेस. ४ जुलाई २०१७. मूल से 8 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ७ जनवरी २०१८.
- ↑ "सीआईडी टीवी सीरियल देखकर रची खुद के अपहरण की साजिश". आज तक. १६ जून २०१६. मूल से 4 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ जुलाई २०१६.
- ↑ डेकुना, जेनिया (२० दिसम्बर २०१७). "Inspired by Sholay and CID, Youth Olympics-bound Mehuli Ghosh is shooting down records" [सीआईडी और शोले से प्रेरणा लेकर मेहुली घोष ने बनाया कीर्तिमान] (अंग्रेज़ी में). स्क्रॉल. अभिगमन तिथि ७ जनवरी २०१८.
- ↑ "Just What Makes CID So Popular?" [सीआईडी को क्या बनाता है इतना लोकप्रिय?]. रेडिफ (अंग्रेज़ी में). मूल से 14 जून 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २० मार्च २०१२.
- ↑ "मेरी पहचान बन गया है सीआईडी शिवाजी साटम". दैनिक ट्रिब्यून. १५ जनवरी २०११. मूल से 21 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १४ मई २०१५.
- ↑ "'सीआईडी' से लोगों को अपराध से लड़ने की प्रेरणा मिली: शिवाजी साटम". एबीपी लिव. २७ सितम्बर २०१३. अभिगमन तिथि १४ मई २०१५.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "टीवी में बढ़ते आपराधिक धारावाहिक, यानी बढ़ती नकारात्मकता". रांची एक्सप्रेस. २२ जून २०१३. अभिगमन तिथि १४ मई २०१५.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "हम 'सीआईडी' को जीते हैं : दया". समाचार हिन्दी. १० अप्रैल २०१४. अभिगमन तिथि १४ मई २०१५.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "I feel proud when I read the online jokes about my show" [मुझे अपने कार्यक्रम के बारे में ऑनलाइन चुटकुले पढ़ने से गर्व महसूस होता है।] (अंग्रेज़ी में). टाइम्स ऑफ इंडिया. 21 जनवरी 2016. मूल से 30 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जून 2016.
बाहरी कड़ियाँ
सीआईडी से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |
- सीआईडी (धारावाहिक) इंटरनेट मूवी डेटाबेस पर
- आधिकारिक जालस्थल (हिन्दी में)
- आधिकारिक जालस्थल (अंग्रेजी में)