सहवृध्दि

सहवृध्दि दांतों की वह असामान्यता है जिसमे २ दांतों की सीमेनटम जड़ो से आपस में जुड़ जाती है| इस स्थिति में २ दांतों की जड़े आपस में जुडके १ हो जाती है जिससे दांतों के बीच की जगह भर जाती है| इस असामान्यता से २ दांतों की अनुवंशिका १ हो जाती है और अगर कभी १ दंत में तकलीफ हो तोह उस समय दोनों ही दांतों को निकालना ही उपाय बन जाता है| यह स्थति उपर वाले दांतों में दिखाई देती है जो की प्राथमिक और पक्के दोनों ही दांतों मे हो सकती है|यह बहुत ही कम होने वाली समस्या है और जो की केवल दांतों के निष्करण के समय ही दिखाई देती है|[1]

दांतों में सहवृध्दि होने से दांतों के इलाज में समस्या होती है| और इसका इलाज यही है की हम दांतों के विस्फोट के समय ध्यान रखे की २ दंत आपस में जुड़े तोह नही हुए और अगर ऐसा है तो एक तरफ से उन दांतों को विस्फोट के समय ही अलग क्र देना चाहिए|

  1. Gunduz K, Sumer M, Sumer A, Gunhan O। Concrescence of a mandibular third molar and a supernumerary fourth molar: Report of a rare case. British Dental Journal 2006;200(3):141-2.