सदस्य:Dizna james/प्रयोगपृष्ठ
भ्यानडियम
एक भौतिक तत्त्व है।
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6 | 55 | 56 | * | 72 | 73 | 74 | 75 | 76 | 77 | 78 | 79 | 80 | 81 | 82 | 83 | 84 | 85 | 86 | ||
7 | 87 | 88 | ** | 104 | 105 | 106 | 107 | 108 | 109 | 110 | 111 | 112 | 113
Uut |
114
Uuq |
115
Uup |
116
Uuh |
117
Uus |
118
Uuo | ||
* लैन्थनाइड | 57 | 58 | 59 | 60 | 61 | 62 | 63 | 64 | 65 | 66 | 67 | 68 | 69 | 70 | 71 | |||||
** ऐक्टिनाइड | 89 | 90 | 91 | 92 | 93 | 94 | 95 | 96 | 97 | 98 | 99 | 100 | 101 | 102 | 103 |
आवर्त सारणी के इस प्रचलित प्रबन्ध में लैन्थनाइड और ऐक्टिनाइड को अन्य धातुओं से अलग रखा गया है। विस्तृत और अति-विस्तृत आवर्त सारणीओं में f-ब्लॉक और g-ब्लॉक धातुओं को भी एक साथ प्रबन्धित किया जाता है।
आवर्त सारणी में तत्त्वों की श्रेणियाँ
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भयानडियम एक रासायनिक तत्व है जिसका परमाणु क्रमांक २३ है। इसे आमतौर पर 'v' वर्णाक्षर से सूचित करते है। वे ठोस,चांदी ग्रे,कोमल,नाज़ुक और लचीले प्रकार की एक संक्रमण धातु है। यह धातु प्रकृति में कम पाया जाता है। लेकिन अगर एक बार कृत्रिम तरीके से अलग किया तो, ऑक्साइड परत के गठन इस धातु के आगे का ऑक्सीकरण को रोकता है और धातु को स्थिर बनाता है।भयानडियम का परमाणु भार ५०.९ है।भयानडियम मुख्य रूप से इस्पात मिश्रों का उत्पादन के लिए इस्तेमाल करते है। 'भयानडियम पैन्टोक्सैड ' भयानडियम का एक खास औद्योगिक परिसर है,जो सल्फ्यूरिक एसिड के उत्पादन के लिए उत्प्रेरक की रूप में इस्तेमाल करते है।भयानडियम का दो आइसोटोप है,एक स्थिर आइसोटोप ' 51 V ' और दूसरा रेडियोधर्मी आइसोटोप '50 V '। इसका इलेक्ट्रोनिक विन्यास [[[Argon|Ar]]] 3d3 4s2 है।[1]भयानडियम आमतौर पर ठोस अवस्था में पाया जाता है।आवर्त सारणी में भयानडियम का जगह डि-खंड,दल ५ और पीरीड ४ है।भयानडियम का सब यौगिकों ज़हरीली हैं।
इतिहास
संपादित करेंभयानडियम तत्व १८०१ में 'एन्ड्रेस मैनुअल डेल रियो' ने एक नई सीसा धारक खनिज जिसका नाम 'ब्रौण लेड' था,उसके ज़रिए ढूंढ निकाला था। भयानडियम के क्लोराइड का आविष्कार १८३० में निल्स गब्रियेल ने किया था।१८६७ में हेनरी एनफिल्ड रोसको ने भयानडियम का शुद्ध धातु को खोज लिया। भयानडियम प्राकृतिक रूप में ६५ विभिन्न खनिजों में दिखाई देते हैं जिसमें वनेडिनीट और कारनलैट भी शामिल हैं।भयानडियम का खनन सबसे ज़्यादा चैना और रष्या जैसे देशों में होता है।भौक्सैड में भी भयानडियम उपस्थित है। समुद्री जल में भयानडियम का औसत उपस्थिति ३० nM है।
प्रयोग
संपादित करेंभयानडियम का पन्ने स्टील को टाइटेनियम की आवरण देने के लिए प्रयोग किया जाते है क्योंकि यह दोनों लोहा और टाइटेनियम के साथ संगत है।भयानडियम डाइऑक्साइड कांच के परत देने के लिए इस्तेमाल करते है जो इन्फरा रेड किरणों को रोकता है।भयानडियम बैटरी, प्रवाह बैटरी का एक प्रकार है जिसमें भयानडियम आईनों हैं।भयानडियम स्टील के रक्षा करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।[2]
जैविक भूमिका
संपादित करेंभयानडियम मानव जीव विज्ञान में एक सीमित भूमिका निभाते है। यह स्थलीय भूमि से ज़्यादा समुद्री वातावरण में महत्वपूर्ण है।कई प्रकार समुद्री काई भायनडियम ब्रोमोपेरोक्सिडेस का उत्पादन करते है।वे साल भर में १-२ लाख टन ब्रोमोफोम और ब्रोमोइतैन बनाता है।कुछ नाइट्रोजन फ़िक्सिंग सूक्ष्मजीवों जैसे असेटोबाक्टर एक प्रकार की भयानडियनम नैट्रोजिनेस का इस्तेमाल करते है ताकि वे आम मोलिब्डेनम और लौह को बदल सके और नैट्रोजिनेस को थोड़ा अलग गुण दे सकें।मुस्केरिया नामक एक कवक भयानडियम को जमा करता है।भयानडियम 'अमावडिन' जैसे समन्वय परिसरों में उपस्थित है जो फ्ंगल फल शरीर में दिखाई देता है।स्तनधारियों और पक्षियों मे भी भयानडियम मौजूद है।इसका कमी चूहों और चिकन में कम वृद्धि का कारण बनता है।भयानडियम इंसुलिन संवेदनशीलता और शरीर निर्माण बढ़ाने के लिए एक आहार अनुपूरक के रूप में इस्तेमाल करते है।[3]
सुरक्षा
संपादित करेंसभी भयानडियम यौगिकों विषाक्त कर रहे हैं। voso4 पैन्टावालन्ट होने के वजह से v2o3 से ज़्यादा विष है। वे गैस्ट्रो आत्र्ं सिस्टम से इतनी जल्दी अवशोषित नहीं हो जाती है।इसलिए कई रोगों हो सकती है।इसके साँस लेना श्वसन प्रणाली पर जल्दी असर करता है जिसकी वजह से मौत भी हो सकती है।डीज़ल ईंधन में भयानडियम का मौजूदगी,उच्च तापमान में संक्षारण का कारण बन सकता है।