विभिन्न संस्थान और उनके संस्कृत ध्येय-वाक्य
नीचे कुछ महत्वपूर्ण संस्थानों के नाम और उनके संस्कृत में ध्येय-वाक्य या मोट्टो दिये गये हैं :
संस्थान | ध्येय वाक्य | हिन्दी अर्थ |
---|---|---|
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय | विद्ययाऽमृतमश्नुते | विद्या से अमृत की प्राप्ति होती है। |
श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय,कटड़ा (जम्मू-कश्मीर) | विज्ञानं ब्रम्ह | विज्ञान ही ब्रम्ह है। |
गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय हरिद्वार, उत्तराखण्ड | ब्रह्मचर्येण तपसा देवा मृत्युमपाघ्नत | ब्रहमचर्य के तप से देव लोग मृत्यु को जीत लेते हैं |
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान | शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम् | शरीर ही सभी धर्मों (कर्तव्यों) को पूरा करने का साधन है। |
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग | ज्ञान-विज्ञानं विमुक्तये | ज्ञान-विज्ञान से विमुक्ति प्राप्त होती है। |
आन्ध्र विश्वविद्यालय | तेजस्विनावधीतमस्तु | हमारा ज्ञान तेजवान बने। |
बिड़ला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी | ज्ञानं परमं बलम् | ज्ञान सबसे बड़ा बल है। |
वनस्थली विद्यापीठ | सा विद्या या विमुक्तये | विद्या वह है जो मुक्ति दिलाए । |
बंगाल अभियांत्रिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय, शिवपुर | उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान् निबोधत | उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक अपने लक्ष्य तक ना पहुँच जाओ |
भारतीय प्रशासनिक कर्मचारी महाविद्यालय, हैदराबाद | संगच्छध्वं संवदध्वम् | साथ चलो, साथ बोलो। |
प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, त्रिवेन्द्रम | कर्म ज्यायो ही अकर्मणः | कर्म, अकर्म की तुलना में श्रेष्ठ है। |
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इन्दौर | धियो यो नः प्रचोदयात् | दैवीय विद्वता हमारे कर्मो को प्रेरित करे। |
गोविंद बल्लभ पंत अभियांत्रिकी महाविद्यालय (पौड़ी) | तमसो मा ज्योतिर्गमय | हमें अन्धकार से प्रकाश की ओर ले चलें। |
गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय | आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः | हमारी तरफ सब ओर से शुभ विचार आएँ। |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर | योगः कर्मसु कौशलम् | परिश्रम, उत्कृष्टता का मार्ग है |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई | ज्ञानं परमं ध्येयम् | ज्ञान परम ध्येय है। |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर | तमसो मा ज्योतिर्गमय | हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलें |
हरकोर्ट बटलर प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर | श्रम एवं परं तप: | श्रम ही उत्तम तपस्या है |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान चेन्नई | सिद्धिर्भवति कर्मजा | सफलता का मूलमन्त्र कठिन परिश्रम है |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की | श्रमं विना न किमपि साध्यम् | कोई उपलब्धि श्रम के बिना असम्भव है |
भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद | विद्या विनियोगाद्विकासः | विद्या-विनियोग से विकास होता है। |
भारतीय प्रबंधन संस्थान, बंगलौर | तेजस्वि नावधीतमस्तु | हमारा ज्ञान तेजवान बनें। |
भारतीय प्रबंधन संस्थान, लखनऊ | सुप्रबन्धे राष्ट्र समृद्धिः | सुप्रबन्ध से राष्ट्र समृद्ध होता है। |
भारतीय प्रबंधन संस्थान, कोझीकोड | योगः कर्मसु कौशलम् | कर्मों में कौशल[1] ही योग है। |
भारतीय सांख्यिकी संस्थान | भिन्नेष्वेकस्य दर्शनम् | अनेकता में एकता का दर्शन। |
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड | असतो मा सद्गमय | हमें असत्य से सत्य की ओर ले चलें |
केन्द्रीय विद्यालय | तत् त्वं पूषन् अपावृणु | हे ईश्वर, आप उसे अनावृत्त कीजिए (= ज्ञान पर छाए आवरण को हटाइए)। |
जवाहर नवोदय विद्यालय | प्रज्ञानम ब्रह्म | उच्च ज्ञान ही ब्रह्म है। |
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एन॰सी॰ई॰आर॰टी॰) | विद्ययाऽमृतमश्नुते | विद्या से अमृत की प्राप्ति होती है |
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर | योगः कर्मसु कौशलम् | कर्मों में कौशल[2] ही योग है। |
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद | सिद्धिर्भवति कर्मजा | सफलता का मूलमन्त्र कठिन परिश्रम है |
इंडिया विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय विधि विद्यालय | धर्मो रक्षति रक्षितः | जो धर्म की रक्षा करते हैं, वे धर्म द्वारा रक्षित होते हैं |
सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय | श्रुतं में गोपाय | (हे भगवान!) मेरे श्रुत (सीखे हुए) की रक्षा करें। |
श्री सत्य सांई विश्वविद्यालय | सत्यं वद् धर्मं चर | सत्य बोलें, धर्म के मार्ग पर चलें। |
श्री वैंकटेश्वर विश्वविद्यालय | ज्ञानं सम्यग् वेक्षणम् | सम्यक् वेक्षण ही ज्ञान है। |
संत स्टीफन महाविद्यालय, दिल्ली | सत्यमेव विजयते नानृतम् | सत्य ही सदैव विजयी होता है, असत्य नहीं। |
कालीकट विश्वविद्यालय | निर्माय कर्मणा श्री | कर्म के द्वारा श्री (सम्पत्ति) का निर्माण करके |
कोलम्बो विश्वविद्यालय | बुद्धिः सर्वत्र भ्राजते[3] | बुद्धि सर्वत्र प्रकाशमान होती है। |
दिल्ली विश्वविद्यालय | निष्ठा धृतिः सत्यम् | निष्ठा, धृति और सत्य |
केरल विश्वविद्यालय | कर्मणि व्यज्यते प्रज्ञा | प्रज्ञा (ज्ञान), कर्म के द्वारा अभिव्यक्त होती है। |
मोराटुवा विश्वविद्यालय | विद्यैव सर्वधनम् | विद्या ही सारे प्रकार का धन है। |
पेरादेनिया विश्वविद्यालय | सर्वस्य लोचनं शास्त्रम् | शास्त्र (ज्ञान) सभी का नेत्र है |
राजस्थान विश्वविद्यालय | धर्मो विश्वस्य जगतः प्रतिष्ठा | धर्म सारे जगत् की प्रतिष्ठा (आधार) है। |
विश्वेश्वरैय्या राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर | योगः कर्मसु कौशलम् | कर्मों में कौशल लाना ही योग है |
पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय | युक्तिहीने विचारे तु धर्महानिः प्रजायते | युक्तिहीन विचार से धर्म की हानि हो जाती है। |
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड | असतो मा सद्गमय | असत्य से मुझे सत्य की तरफ ले चलो। |
आर्य वीर दल | अस्माकं वीरा उत्तरे भवन्तु | |
हिन्दी अकादमी | अहम् राष्ट्री संगमनी वसूनाम् | |
डाक तार विभाग, सैन्य अभियन्ता सेवाएं | अहर्निशं सेवामहे | (हम) दिनरात सेवा करते हैं। |
गोरखपुर विश्वविद्यालय | आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः | हमारे लिए सभी ओर से कल्याणकारी विचार आयें। |
सेना एयर डिफेन्स | आकाशेय शत्रुन जहि | |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, धनबाद | उत्तिष्ठ जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत | उठो, जागो और श्रेष्ठ लोगों से सीखो। |
ज.रा.रा.संस्कृत विश्विद्यालय | ऋतंच स्वाध्याय-प्रवचने च | |
सेना डोगरा रेजिमेन्ट | कर्तव्यं अन्वात्मा | |
आर्य समाज | कृण्वन्तो विश्वमार्यम् | विश्व को आर्य बनाते हुए |
नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन | गुरुः गुरुतमो धामः | गुरु गुरुतम (सबसे श्रेष्ठ) धाम है |
नेपाल सरकार | जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी | जननी (माँ) और जन्मभूमि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ हैं। |
इंडोनेशिया-जलसेना | जलेष्वेव जयामहे | जल में ही जीतना चाहिए |
बंगलुरु विश्विद्यालय | ज्ञानं विज्ञान सहितम् | ज्ञान-विज्ञान सहित |
राजस्थान अभियांत्रिक विश्वविद्यालय | ज्ञानं सम्यगवेक्षणम् | |
इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय | ज्योतिर्व्रणीततमसो विजानन | |
उस्मानिया विश्वविद्यालय | तमसो मा ज्योतिर्गमय | अन्धकार से मुझे प्रकाश की तरफ ले चलो। |
पंजाब विश्वविद्यालय | तमसो मा ज्योतिर्गमय | अन्धकार से मुझे प्रकाश की तरफ ले चलो। |
हरियाणा बोर्ड | तमसो मा ज्योतिर्गमय | अन्धकार से मुझे प्रकाश की तरफ ले चलो। |
लोक सभा | धर्मचक्र प्रवर्तनाय | धर्मचक्र के प्रवर्तन (आगे ले जाने) के लिए |
सैनिक स्कूल चित्तौड़ | न दैन्यं न पलायनम् | न दीनता, न पलायन |
मैसूर विश्वविद्यालय | न ही ज्ञानेन सदृशम् | ज्ञान के सदृश (कुछ) नहीं |
वायु सेना | नभः स्पृशं दीप्तम् | आकाश को स्पर्श करने वाले देदीप्यमान |
असेह राज्य (इंडोनेशिया) | पंचचित | |
सेना कुमायू रेजिमेन्ट | पराक्रमो विजयते | पराक्रम ही विजयी होता है। |
सेना जम्मू काश्मीर रायफल | प्रस्थ रणवीरता | |
सेना कश्मीर लाइट इंफैन्ट्री | बलिदानं वीर लक्ष्यम् | बलिदान ही वीर का लक्ष्य होता है। |
सैन्य अनुसंधान केंद्र | बलस्य मूलं विज्ञानम् | विज्ञान ही बल का मूल (आधार) है। |
उच्चतम न्यायालय | यतो धर्मस्ततो जयः | जहाँ धर्म है, वहाँ जय (विजय) है। |
सेना महार रेजिमेन्ट | यश सिद्धि | यश की सिद्धि |
सैन्य विद्यालय | युद्धं प्रज्ञाय | प्रज्ञा के लिए युद्ध |
सेना गढवाल रायफल | युद्धाय कृत निश्चय | युद्ध करने का निश्चय करके |
राष्ट्रिय संस्कृत संस्थान | योऽनूचानः स नो महान् | |
भारतीय प्रशासनिक सेवा अकादमी | योगः कर्मसु कौशलं | कर्मों में कौशल ही योग है। |
भारतीय जीवन बीमा निगम | योगक्षेमं वहाम्यहम् | मैं योग-क्षेम का वहन करता हूँ। |
संत जेवियर स्कूल बोकारो | रूपान्तरीकरणीय | |
भारतीय तट रक्षक | वयम् रक्षामः | हम रक्षा करते हैं। |
सेना शिक्षा कोर | विद्यैव बलम् | विद्या ही बल है। |
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय | विद्या शक्तिः समस्तानां शक्तिः | विद्या की शक्ति सबकी शक्ति है। |
सेना राजपूताना राजफल | वीरभोग्या वसुन्धरा | धरती का भोग वीर ही करते हैं। |
नौसेना | शं नो वरुणः | |
मुम्बई विश्विद्यालय | शीलवृतफला विद्या | विद्या रूपी वृक्ष का फल शील है। |
श्रम मंत्रालय | श्रम एव जयते | श्रम ही विजयी होता है। |
श्री सत्य सांई विश्वविद्यालय | सत्यं वद् धर्मं चर | सत्य बोलो, धर्ममार्ग पर चलो |
दूरदर्शन | सत्यं शिवम् सुन्दरम | सत्य, कल्याणप्रद और सुन्दर। |
भारत सरकार | सत्यमेव जयते | सत्य की ही जीत होती है। |
आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय | सत्ये सर्वं प्रतिष्ठितम् | सत्ये में सबकुछ प्रतिष्ठित है। |
मुंबई पुलिस | सद्रक्षणाय खलनिग्रहणाय | सच्चे लोगों की रक्षा के लिए, दुष्ट लोगों पर नियन्त्रण के लिए |
आल इंडिया रेडियो | सर्वजन हिताय सर्वजनसुखाय | सबके हित के लिये, सबके सुख के लिये। |
गोवा राज्य | सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत् | सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े। |
थल सेना | सेवा अस्माकं धर्मः | सेवा हमारा धर्म है। |
भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी | हव्याभिर्भगः सवितुर्वरेण्यं | |
श्रीमद्द्यानन्द वेदार्ष महाविद्यालय गुरुकुल नई दिल्ली | पावका नः सरस्वती | सरस्वती हमें पवित्र करने वाली हैं। |
विश्व हिन्दू परिषद | धर्मो रक्षति रक्षितः | (धर्म की) रक्षा की जाय तो धर्म (भी) रक्षा करता है। |
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान | सा विद्या या विमुक्तये | विद्या वह है जो विमुक्त करे। |
फिट इंडिया क्लब | स्वस्थं शरीरं स्वस्थं मनः | स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ यहाँ कौशल शब्द का अर्थ skill से कुछ भिन्न है।
- ↑ यहाँ कौशल शब्द का अर्थ skill से कुछ भिन्न है।
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 19 अक्तूबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2011.