यह पृष्ठ राम प्रसाद 'बिस्मिल' लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।

लेखन संबंधी नीतियाँ

how can i upload an image from my computer?Krantmlverma ०६:२०, २५ अप्रैल २०११ (UTC)विकीपीड़िया में रामप्रसाद बिस्मिल जी को हिन्दू ब्राह्मण बताया गया है जबकि कई अन्य लेखों में उनको तोमर (क्षत्रिय) बताया गया है! मैंने बिस्मिल जी की आत्मकथा को पढ़ा है जिसमें कहीं भी उनके ब्राह्मण या क्षत्रिय होने का कोई भी प्रमाण नहीं है अत:गूगलपर लोगों द्वारा अपलोड़ की गई गलत जानकारी से पाठक दिग्भ्रमित हो जाते हैं?

निष्पक्षता

संपादित करें

इसमें कोई शक नहीं कि राम प्रसाद 'बिस्मिल' एक महान व्यक्ति थे, लेकिन विकिपीडिया के लेखों को निष्पक्ष ढंग से लिखा जाना चाहिए. इस लेख से "होनहार तेजस्वी महापुरुष" जैसे अलंकारों को निकाल देना चाहिए. उत्कर्षराज ०४:१०, १८ जून २०११ (UTC)

आत्माराम जी! आपके उत्कर्षमय सुझाव में जो राज छिपा है मैं उसे समझता हूँ किन्तु यह विशेषण या अलंकार मेरा नहीं अपितु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरसंघचालक प्रो० राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का दिया हुआ है जिसे यहाँ पर देने का लोभ सवरण मैं कर नहीं पाया फिर भी यदि इससे विकीपीडिया के पाठकों की असहमति है तो इसे सहर्ष निकालने में मुझे कोई आपत्ति नहीं है।Krantmlverma (वार्ता) 07:33, 1 जुलाई 2011 (UTC)उत्तर दें

मैंने कुछ सामग्री निकाली दी है जो पूरी प्रशंसक नज़रिये से थी और कुछ कॉपीराइट और आपकी मूल शोध थी। कृपया लेखों में विश्वसनीय वि:स्रोत का ही इस्तेमाल करें न कि अपने किताबों का। साथ ही निष्पक्ष लहज़े में लिखिये लेख को। कोई असहमति होने पर यहाँ चर्चा करें। धन्यवाद।--पीयूष (वार्ता)योगदान 14:10, 20 मार्च 2015 (UTC)उत्तर दें

सुझाव व समीक्षा का स्वागत

संपादित करें

मेरे सभी सम्मानित विकीपीडिया सदस्यो व पाठको! इस लेख को और अधिक उत्तम बनाने के लिये हमें आपके सुझाव व समीक्षा चाहिये। यदि भेज सकें तो आभार मानूँगा। भवदीयडॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (talk•Email)

मैं इस लेख के लिये निम्न सुझाव दूँगा:

  • अनावश्यक कड़ियाँ नहीं होनी चाहियें। इस समय लेख की भूमिका (lead) में जन्म, फाँसी जैसे शब्द अन्य लेखों से जुड़े हुए हैं। इनकी कड़ियों की आवश्यकता नहीं है, चूँकि ऐसा कोई पाठक नहीं होगा जिसे ये न पता हो कि ये क्या होती हैं। कड़ियाँ केवल प्रासंगिक ही होनी चाहियें। इसी प्रकार हिन्दी और पिता और अन्य ऐसी कड़ियों की आवश्यकता नहीं है।
  • उपनाम की जगह तखल्लुस (उपनाम) या उपनाम (तखल्लुस) लिखना चाहिये ताकि बात स्पष्ट हो जाए।
  • शब्दों को रसीला बनाने का प्रयत्न नहीं किया जाना चाहिये। जब ऐसा किया जाता है, तो कहीं-न-कहीं किसी एक पक्ष की ओर झुकाव उत्पन्न हो जाता है। उदाहरण: "उनकी जीवन-लीला समाप्त कर दी" पढ़ के पाठक के मन में आता है, "बेचारे" या ऐसा ही कुछ। इसलिए हमें सिर्फ़ जानकारी देनी चाहिये। इसकी जगह सिर्फ़ "फाँसी पर लटकाया गया" से भी काम चलता है। और इसमें कोई झुकाव नहीं है।
  • स्रोत के बिना कोई भी तारीफ़ या बुराई नहीं की जानी चाहिये, चूँकि विकिपीडिया की बुनियाद सत्य (truth) नहीं, सत्यापन (verifiability) है। भूमिका में लिखा है, "वे बड़े ही होनहार तेजस्वी महापुरुष थे।" इसका कोई स्रोत नहीं है। जब तक इसका कोई स्रोत न हो ऐसा कहना अनुचित है, चाहे यह सत्य हो या न हो। यह किसी-न-किसी का मानना है कि वे महापुरुष थे या नहीं। यदि किसी एक व्यक्ति के विचार हैं तो यह स्पष्ट किया जाना चाहिये कि किसके और तभी रखे जाने चाहियें यदि ऐसा किसी उल्लेखनीय व्यक्ति ने कहा हो।
  • 'यदि उन्हें फाँसी न दी गयी होती तो वे भारत की सम्पूर्ण सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक व्यवस्था बदल सकते थे - यह क्षमता उनमें थी।' यह भी बिना स्रोत के है।
  • भूमिका का अंतिम वाक्य अनावश्यक है चूँकि यही बात चित्र के नीचे भी लिखी है। यदि चित्र के नीचे लिखी बात स्पष्ट न होने (बहुत छोटी लिखी होने) के कारण यह जोड़ा गया है तो फिर ज्ञानसन्दूक को ठीक कर के इसे हटा देना चाहिये।

अभी यह समीक्षा केवल भूमिका की ही करी है। इसके आधार पर पूरे लेख में सुधार किये जाने चाहियें। आगे फिर देखेंगे।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 22:16, 11 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें



एक और अति-आवश्यक बात, अंत में एक भाग है "संदर्भ एवं आभार"। इस भाग का क्या अर्थ है, क्या इन वेबसाइटों से सामग्री डाली गई है?--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 22:28, 11 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें

सर्वप्रथम इसकी जाँच करने की आवश्यकता है चूँकि ऐसी सामग्री कॉपीराइट सुरक्षित होती है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 20:09, 18 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें
सिद्धार्थ जी! मैंने इस उपशीर्षक को बदल दिया है कृपया देख लें धन्यवाद डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (talk•Email)Krantmlverma (वार्ता) 13:22, 20 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें
क्रांत जी, बात अनुभाग शीर्षक की नहीं है। बात यह है कि अगर इन साइटों से कोई सामग्री ली गई है (कॉपी-पेस्ट की गई है), तो उसे हटाना होगा चूँकि वह कॉपीराइट सुरक्षित होगी।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 20:12, 20 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें


सिद्धार्थ जी! ये कडियाँ बहुत पहले सम्भवतः प्रारम्भ से ही इस लेख में चली आ रही थीं जबकि इनमें से कोई विशेष सामग्री कॉपी पेस्ट करके नहीं ली गयी थी फ़िलहाल मैंने विकिसोर्स वाली बिस्मिल की आत्मकथा को छोड़कर शेष दोनों वेबसाइटों को हटा दिया है, एक निवेदन और इस लेख को मैंने बड़े ही परिश्रम से तैयार किया था इसमें विकिपीडिया के पाठकों के लिये अत्यधिक महत्वपूर्ण जानकारियाँ हैं अत: इसमें अधिक काट-छाँट न करें धन्यवाद Krantmlverma (वार्ता) 07:01, 21 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें


लेख में तीन बार "स्वाधीनता संग्राम के क्रान्तिकारी साहित्य का इतिहास" किताब का नाम आया है:

  1. स्वाधीनता संग्राम के क्रान्तिकारी साहित्य का इतिहास (ग्रन्थावली) के तीसरे भाग में[8] इस पत्र का अविकल हिन्दी काव्यानुवाद व सरफरोशी की तमन्ना (ग्रन्थावली) के पहले भाग में[9] इसका मूल अँग्रेजी पाठ कोई भी व्यक्ति या शोध छात्र दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी या किसी भी अन्य प्रतिष्ठित पुस्तकालय में जाकर देख सकता है।
  2. इस बात की पुष्टि का दस्तावेज स्वाधीनता संग्राम के क्रान्तिकारी साहित्य का इतिहास नामक ग्रन्थावली के भाग-३ में ८४६वें पृष्ठ पर दिया गया है।
  3. किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को स्वाधीनता संग्राम के क्रान्तिकारी साहित्य का इतिहास नहीं पढाया जाता।

इनके विषय में:

  • पहली बार की जानकारी का इस लेख के विषय से कोई रिश्ता नहीं। विकिपीडिया का कार्य यह बताना नहीं है कि कौनसी किताब कहाँ मिलेगी। हाँ अगर यह सन्दर्भ है तो इसे सन्दर्भ की तरह ही होना चाहिये।
  • दूसरी बात भी शायद सन्दर्भ ही है और वैसे ही प्रयोग की जानी चाहिये।
  • तीसरी बात के आस-पास की बहुत सी सामग्री, विशेषकर " कांग्रेस की सरकार हिन्दू - मुस्लिम एकता ... भगवान जाने इस देश का क्या होगा?" व्यक्तिगत टिप्पणी की तरह लिखी गई है। यह लेख बिस्मिल के बारे में है, न ही इस बात के बारे में के भारत देश कैसे चल रहा है, न ही इस बात के बारे में कि क्या सही होगा या होना चाहिये। इस पूरी सामग्री में ऐसा कुछ भी नहीं जो इस लेख के विषय से जुड़ा हो। इस पूरे हिस्से को हटा दिया जाना चाहिये।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 22:37, 11 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें

इसका अगला अनुच्छेद "यह बात हमारे देश के ... वास्तविक क्रान्ति-दर्शन समझाने की आवश्यकता है।" भी पूरी तरह विषय से अलग और व्यक्तिगत विचार एवं टिप्पणी है (चाहे सही हो या गलत)। इसे भी यहाँ से हटा देना चाहिये।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 22:43, 11 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें

एक सप्ताह तक किसी विरोध के ना होने पर मैंने ये परिवर्तन कर दिये हैं।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 20:09, 18 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें
प्रिय सिद्धार्थ जी! आपने मेरा कार्य आसान कर दिया एतदर्थ आभारी हूँ आप जैसे सज्जनों से ऐसी ही अपेक्षा थी बहुत-बहुत धन्यवाद डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (talk•Email)Krantmlverma (वार्ता) 13:22, 20 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें

लेख से अनावश्यक छेड़छाड़

संपादित करें

दिनांक २५ अक्टूबर २०११ को १२.२४ पर किन्हीं सिद्धार्थ घई User:Siddhartha Ghai नाम के सज्जन ने बिना कोई कारण दिये इस लेख से १६२७६० बाइट्स एक झटके में साफ़ कर दिये। मैं अभी भी इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूँ । ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने ऐसा भूल वश किया हो. मैंने उनके कृतित्व को पूर्ववत कर दिया है। बेहतर होगा वे सज्जन मुझसे इसकी चर्चा कर लिया करें इसके लिये मैं सभी विकिपीडिया दर्शकों, पाठकों व सम्पादकों से इससे पूर्व अनुरोध भी कर चुका हूँ। प्रबन्धकगण कृपया इस उत्पात को रोकने का कष्ट करें। धन्यवाद,डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (talk•Email)Krantmlverma (वार्ता) 07:57, 27 अक्टूबर 2011 (UTC)उत्तर दें

आपने सही पकड़ा था, यह किसी गड़बड़ी के कारण ही हुआ होगा जिसका ज्ञान मुझे आज तक नहीं था। आपने उसे पूर्ववत कर के सही ही किया।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 22:01, 11 मार्च 2012 (UTC)उत्तर दें
रामप्रसाद विस्मिल पर क्रान्तिकारियों पर विश्व में सबसे अधिक महाकाव्य लिखने वाले श्रीकृष्ण सरल ने बहुत महत्वपूर्ण लेखन किया है, इस लेख में सरल जी का नाम तक नहीं दिया गया है--डा० जगदीश व्योमवार्ता 11:44, 14 मई 2014 (UTC)उत्तर दें
व्योम जी! कृपया इस लेख में उद्धरण हेतु सन्दर्भ-सूची अनुभाग का अवलोकन करें मैंने श्रीकृष्ण सरल जी की गूगल पुस्तक क्रान्तिकारी कोश के चतुर्थ खण्ड का फार्मेट सहित उल्लेख कर दिया है. डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 06:45, 24 मई 2014 (UTC)उत्तर दें
धन्यवाद क्रान्त जी--डा० जगदीश व्योमवार्ता 12:08, 24 मई 2014 (UTC)उत्तर दें

श्रीमान जी कृपया एडिट ऑप्शन लॉक करने का कष्ट करें कुछ अनजान उपयोगकर्ता लेख से छेड़छाड़ कर रहे हैं Imrishi14 (वार्ता) 16:27, 11 जून 2021 (UTC)उत्तर दें

निर्वाचित लेख उम्मीदवार के लिए समीक्षा (प्रथम चरण)

संपादित करें

कुछ प्राथमिक सुझाव:

  1. लेख में "बिस्मिल", "राम", "अज्ञात", "उ से उल्लू", "मातृवेदी", "इश्तिहार" और ऐसे ही विभिन्न शब्दों को गहरा किया गया है। क्या इसका कोई कारण बताया जा सकता है?
  2. लेख में दिया गया चित्र चित्र:बिस्मिल की माँ1225.gif किसी पुस्तक से लिया गया है जबकि उसका स्रोत यहाँ नहीं दिया गया है अतः यह चित्र कॉपीराइट उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
  3. लेख में प्रयुक्त चित्र चित्र:A rare photo of Har Dayal.jpg के स्थान पर चित्र:Lala Har Dayal Young.jpg जोड़ा जाये।
  4. चित्र:Accused of Cacori Conspiracy1271.gif सहित लेख के अधिकतर चित्र यदि मुक्त है तो इसे कॉमन्स पर स्थानान्तरित किया जाये।
  5. लेख की भूमिका में सन्दर्भों की भरमार है। कृपया भूमिका में कोई सन्दर्भ न रखें क्योंकि भूमिका लेख का सार होती है।

उपरोक्त सुधार पूर्ण होने के बाद आगे के सुझाव दिये जायेंगे।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:16, 8 जुलाई 2015 (UTC)उत्तर दें

सुझावों पर अमल

संपादित करें

@संजीव कुमार: जी द्वारा सुझाए गये महत्वपूर्ण सुझावों का स्वागत करते हुए अमल कर दिया गया है।

  1. इन शब्दों को वास्तविक लेखक ने क्यों गहरा किया था यह तो मैं भी समझ नहीं पाया, जहाँ जरूरी लगा वहाँ छोडकर सभी शब्दों को सामान्य कर दिया है।
  2. बिस्मिल जी की माँ का चित्र लेखक के द्वारा लिखी गई पुस्तक के पन्ने से लिया गया है जिसे स्वँय लेखक ने अपलोड किया है, फिर भी वास्तविक चित्र जो पुस्तक में मुद्रित है के बारे में जानकारी के अभाव में मैंने चित्र को हटा दिया है।
  3. लाला हरदयाल जी का प्रस्तावित चित्र लगा दिया है।
  4. काकोरी कांड से सम्बन्धित चित्र को कॉमन्स पर स्थानान्तरित कर दिया है, अन्य चित्रों का भी अध्धयन कर रहा हूँ, जो मिला उसे स्थानान्तरित कर दूंगा।
  5. भूमिका से सभी गैर जरूरी संदर्भ हटा दिये गये हैं व ज्ञानसंदूक व अन्य जगहों पर डाल दिये गये हैं। फिर भी कोई गैर जरूरी रह गया हो तो बताएँ, हटा दूँगा।
    --चंद्र शेखर/Shekhar 07:57, 15 जुलाई 2015 (UTC)उत्तर दें
@संजीव कुमार: जी, @Manojkhurana: जी, @सत्यम् मिश्र: जी इस विषय पर कुछ कार्यवाई करिये व इस पृष्ठ को मुख पृष्ठ पर जगह दीजिये। एक महीने से ज्यादा हो गया मुखपृष्ठ पर मुख्य लेख बदला नहीं है।— इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -चंद्र शेखर (वार्तायोगदान) 13:35, 25 अगस्त 2015
@चंद्र शेखर: आपने बहुत कार्य किया है और यदि आपने अपने योगदान इसी तरह से देना आरम्भ रखा तो बहुत जल्दी ही लेख को निर्वाचित करना मुमकिन होगा। लेकिन आपने न ही तो भूमिका से सभी सन्दर्भ हटाये हैं और न ही चित्रों पर कोई कार्यवाही की है। लेख की सुन्दरता तब झलकती है जब ज्ञानसन्दूक और भूमिका में एक भी सन्दर्भ न हो तथा इनमें उल्लिखीत प्रत्येक विषय विभिन्न अनुभागों में सन्दर्भ सहित विवरण दिया होना चाहिए। इसके अलावा यदि चित्र मुक्त लाइसेंस के अन्दर जारी किये गये हैं तो उन्हें इस उपकरण की सहायता से कॉमन्स पर स्थानान्तरित कर दें। यदि किसी तरह की कोई समस्या आये तो आप मुझे बता सकते हैं।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:17, 2 सितंबर 2015 (UTC)उत्तर दें
@संजीव कुमार: जी, इस पर मैंने और सुधार कर दिया है। भूमिका से अवांक्षित संदर्भों को हटा दिया है। एकाध हैं जो ठीक हैं। तस्वीरें भी कोई गैर मुक्त नहीं बची हैं। सो अब आप इसे मुख पृष्ठ पर जगह दे दें। फिर कोई दूसरा लेख नामांकित करता हुँ। बहुत सारे अन्य लेख लिखें है जो मुख पृष्ठ पर जगह पाने की लगभग योग्यता रखते हैं। --चंद्र शेखर/Shekhar 12:38, 4 सितंबर 2015 (UTC)उत्तर दें
@चंद्र शेखर: कृपया पिछले ३-४ वर्षों के निर्वाचित लेख देखें। यहाँ इस नियम को कठोरता से लागू किया गया है कि भूमिका में एक भी सन्दर्भ नहीं जोड़ा गया। आपको इसका कारण पहले ही बता चुका हूँ कि भूमिका लेख का सारांश होता है और भूमिका में उल्लिखीत किसी भी विषय को यदि लेख में विस्तार से नहीं दिया गया है तो इसका अर्थ होता है कि लेख अधूरा है। अतः कुल मिलाकर भूमिका में एक भी सन्दर्भ नहीं होना चाहिए।
जब बात तस्वीरों की आती है तो मैं आपको कुछ चित्रों के बारे में बताता हूँ:
उपरोक्त सभी चित्रों को भी कॉमन्स पर स्थानान्तरित करके ऑटीआरएस की जरूरत है। हमारे यहाँ कोई भी ओटीआरएस सदस्य नहीं होने के कारण हम यहाँ पर इसकी जाँच नहीं कर सकते। इसके अतिरिक्त सम्बंधित पुस्तकों के कॉपीराइट क्रान्त जी के पास नहीं हैं क्योंकि पुस्तक को प्रकाशित करते समय उन्होंने प्रकाशन अधिकार निर्माता को बेच दिये हैं और आप उनकी पुस्तक के शुरुआती पन्नों में देख सकते हो। अतः आपके द्वारा निर्धारित करने से यह निर्धारित नहीं होता कि चित्र मुक्त है।
निर्वाचित लेख, विकिपीडिया के सर्वश्रेष्ठ लेखों में से एक होता है अतः इसे केवल मुखपृष्ठ पर प्रदर्शित करने के लिए लेख न समझें। आपने लेख पर काफी मेहनत की है और अब थोड़ी और भी मेहनत की आवश्यकता है अतः हिम्मत मत हारो। इसके अलावा यदि आप इसे नकारात्मक लोगे तो इसका अर्थ यह होगा कि मैं भी इस लेख की समीक्षा नहीं कर पाऊँगा और समीक्षा के अभाव में ही लेख निर्वाचित नहीं हो पायेगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 21:51, 4 सितंबर 2015 (UTC)उत्तर दें
इसके अलावा कुछ चित्रों की मेरी बॉट ने समीक्षा की है। आप अन्य पुनरीक्षकों अथवा प्रबन्धकों से अनुरोध करो कि उन चित्रों की पूर्ण समीक्षा करके इसे कॉमन्स पर स्थानान्तरित करना पड़ेगा। चूँकि ये समीक्षा मेरे बॉट खाते ने की है अतः अच्छा होगा कि इसकी समीक्षा अन्य कोई प्रबन्धक अथवा पुनरीक्षक करेगा तो अच्छा रहेगा। आप चाहो तो आप भी समीक्षा पूर्ण करके इसे स्थानान्तरित कर सकते हो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 21:54, 4 सितंबर 2015 (UTC)उत्तर दें
@संजीव कुमार: जी, मैंने आपके द्वारा सुझाए ये बदलाव भी पूर्ण कर दिये हैं। जिन चित्रों के मुक्त होने के बारे में जानकारी नहीं थी उन्हें लेख से हटा दिया है। आलेख से संदर्भ भी हटा दिए हैं। अभी देखें व उचित कार्यवाई करें। --चंद्र शेखर/Shekhar 13:32, 11 सितंबर 2015 (UTC)उत्तर दें

श्रीमान जी कृपया एडिट ऑप्शन लॉक करने का कष्ट करें कुछ अनजान उपयोगकर्ता लेख से छेड़छाड़ कर रहे हैं Imrishi14 (वार्ता) 16:28, 11 जून 2021 (UTC)उत्तर दें

निर्वाचित लेख उम्मीदवार के लिए समीक्षा (दूसरा चरण)

संपादित करें

प्रथम चरण में मैंने लेख में सीधे दिखाई देने वाली बातों को सामने रखा था। अब लेख की सामग्री और इसकी व्यवस्था पर चर्चा कर रहा हूँ:

  • लेख में मुहावरेदार भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए। लेख में निम्नलिखित वाक्य मुहावरेदार भाषा में लिखे हुये हैं जिन्हें छोटा करके आम भाषा में बदलें:
    • भूमिका में: शुक्रवार ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी (निर्जला एकादशी) ... ने गोरखपुर जेल में फाँसी दे दी।
    • मैनपुरी षडयन्त्र में: अब तलाश थी तो एक संगठन की ...
    • पलायनावस्था में साहित्य-सृजन में: "जब अपने घर वाले ही उन्हें न पहचान पाये तो बेचारी पुलिस की क्या औकात!"
  • शीर्षक एवं अन्य शब्दों में सुधार:
    • लेख में एक अनुभाग का नाम "दादाजी एवं पिताजी" है। इसे बदलकर "पूर्वज" करना उचित रहेगा।
    • कृपया "न होता था।", "न रखता था।" अथावा इसी तरह के वाक्यों में "न" के स्थान पर "नहीं" लिखें।
    • एकवचन एवं बहुवचन: "दो-तीन वर्ष" के स्थान पर "दो-तीन वर्षों" ठीक रहेगा।
    • अनुभाग "जन्म, आरम्भिक जीवन एवं शिक्षा" का शीर्षक बदलकर "प्रारम्भिक जीवन एवं शिक्षा" करना उचित रहेगा।
    • उपरोक्त अनुभाग में ही "... घुसकर फल आदि तोड़ लाता था।" यहाँ "फल आदि" का क्या तात्पर्य है?
    • इसी अनुभाग में बिस्मिल के लिए "लाता था", "करता था", "उसके" आदि शब्द प्रयुक्त हुये हैं जिन्हें क्रमशः "लाते थे", "करते थे", "उनके" की तरह बदलने की आवश्यकता है।
    • इसी अनुभाग में "... अर्थात वह अपने विचारों में जन्म से ही बड़ा पक्का था।" वाक्य इसे मूल शोध की श्रेणी में लेकर जाता है। कृपया इसका सन्दर्भ दें।
    • इसी अनुभाग में: "संयोग से एक दिन भाँग के नशे में होने के कारण रामप्रसाद को चोरी करते हुए पकड़ लिया गया।", किसने पकड़ा? पुलिस ने या घर वालों ने?
    • अनुभाग "पलायनावस्था में साहित्य-सृजन" में "... जंगलों में घूमते हुए गाँव के गूजरों की ..." यहाँ "गूजरों" शब्द अशुद्ध है।
    • उपरोक्त अनुभाग में ही "अरविन्द घोष की एक अति उत्तम बांग्ला पुस्तक ..." में कृपया सन्दर्भ दें।
    • उपरोक्त अनुभाग में ही "खादर जमीन", "निरापद स्थान" का क्या तात्पर्य है? कृपया सरल शब्दों का प्रयोग करें।
  • गहरे एवं तीरछे अक्षर:
    • "जन्म, आरम्भिक जीवन एवं शिक्षा" नामक अनुभाग में "र" एवं "राम" को गहरे अक्षरों में लिखा गया है, इसके स्थान पर इनका कारण स्पष्ट करें। मुझे लगता है इन्हें तीरछे अक्षरों में लिखना उचित रहेगा। आप अन्य प्रबन्धकों से सुझाव भी माँग सकते हैं।
    • अनुभाग "पलायनावस्था में साहित्य-सृजन" में "अमर शहीद पं॰ राम प्रसाद बिस्मिल उद्यान" को गहरा रखने का क्या औचित्य है?
  • सन्दर्भ एवं अन्य सुधार:
    • सन्दर्भ संख्या २ "आखिर कौन बनेगा मुरैना का सरताज?...." का शीर्षक आवश्यकता से अधिक लम्बा हो गया है। कृपया इसे सुधारें।
    • सन्दर्भ संख्या ३ में |trans_title= और |language= प्राचल जोड़ें।
    • सन्दर्भ संख्या ४: "सरफरोशी की तमन्ना भाग-१ पृष्ठ १७" में सुधार करें। वर्तमान स्थिति में यह अर्थहीन लग रहा है।
    • "मैनपुरी षडयन्त्र" नामक अनुभाग में एक भी सन्दर्भ नहीं है।
    • "पलायनावस्था में साहित्य-सृजन" अनुभाग के अन्तिम पैरा में सन्दर्भ दें।

मैंने लेख के आरम्भिक अनुभागों का अध्ययन करके ये त्रुटियाँ प्राप्त की हैं। आशा करता हूँ कि आगे के अनुभागों से भी इस तरह की त्रुटियाँ सुधारी जायेंगी। समय मिला तो पूर्ण लेख की समीक्षा जल्दी ही कर दी जायेगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:31, 25 सितंबर 2015 (UTC)उत्तर दें

@संजीव कुमार, सत्यम् मिश्र, और Manojkhurana: जी, मैंने इस लेख में सुझाए गये उपरोक्त उचित बदलाव भी कर दिये हैं। कृप्या निरीक्षण करें। --चंद्र शेखर/Shekhar 12:05, 5 अक्टूबर 2015 (UTC)उत्तर दें
@चंद्र शेखर: कृपया "यतीन्द्रनाथ" पर लाल कड़ी को हटायें अथवा संबंधित पृष्ठ निर्मित करें। इसके अलावा सन्दर्भों में आ रही त्रुटि को भी ठीक करें। यह त्रुटि <ref name="[[आशारानी व्होरा]]" के कारण आ रहा है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:12, 9 नवम्बर 2015 (UTC)उत्तर दें
@संजीव कुमार: जी, कभी कभी छोटे मोटे काम स्वयं भी कर लेने चाहिये लेकिन समझ सकता हूँ आप भी व्यस्त होंगे, खैर मैं लेख ठीक करने के लिये आशारानी वोहरा वाला संदर्भ सुधार दूंगा, मैंने महीनों तक इस पृष्ठ में बहुत सुधार किया है लेकिन अब यतींद्रनाथ का पृष्ठ बनाने में और इस पृष्ठ को और ज्यादा निर्वाचन योग्य बनाने में मेरी कोई रूचि नहीं रह गई है। मुखपृष्ठ पर बदलाव करते रहने की जिम्मेदारी सिर्फ मेरी नहीं है, इसलिये क्षमा करियेगा। चंद्र शेखर/Shekhar 16:51, 11 नवम्बर 2015 (UTC)उत्तर दें

अमर क्रांतिकारी पं राम प्रसाद बिस्मिल जी के सम्बन्ध में भ्रामक जानकारी अपलोड है गूगल पर

संपादित करें

कृपया जिनके पास इस बात की पुष्ट जानकारी हो कि वे ब्राह्मण थे या क्षत्रिय सत्य प्रकाश तिवारी (वार्ता) 19:08, 25 जुलाई 2021 (UTC)उत्तर दें

@सत्य प्रकाश तिवारी
वे ब्राह्मण थे
https://en.wiki.x.io/wiki/Talk%3ARam_Prasad_Bismil#Ram_Prasad_Bismil_was_a_Brahmin Master racer 55 (वार्ता) 13:45, 10 दिसम्बर 2024 (UTC)उत्तर दें
पृष्ठ "राम प्रसाद 'बिस्मिल'" पर वापस जाएँ।