रैक और पिनियन गियर
इंसान जितना चाहे उठना सोच समझ लेता है पर हकीकत ये है हम सोचते नही पढ़ते है।
रैक और पिनियन गियर (rack and pinion gear) का उपयोग घूर्णी गति को स्थानान्तरी गति में, या स्थानान्तरी गति को घूर्णी गति में बदलने के लिए किया जाता है। इस व्यवस्था में एक वृत्ताकार गियर होता है, जिसे पिनियन (pinion) कहते हैं और दूसरा रैखिक गियर होता है जिसे रैक (rack) कहते हैं। पिनियन को घूर्णी गति कराने पर (घुमाने पर) वह रैक को रैखिक गति कराता है। इसी प्रकार यदि रैक को रखिक गति करायी जाय तो वह पिनियन को घूर्णी गति कराएगा। रैक और पिनियन की व्यवस्था में दाँते या तो सीधे (अक्ष के समानान्तर) हो सकते हैं या सर्पिल (helical) हो सकते हैं। सर्पिल गियर अधिक लगाए जाते हैं क्योंकि काम करते समय उनसे कम आवाज आती है और उनकी लोड लेने की क्षमता भी अधिक होती है।
उपयोग
संपादित करें- नहरों के गेट खोलने-बन्द करने के लिए
- वाहनों के स्टीयरिंग में
- पहाड़ी रास्तों पर चलने वाली रेलों में (रैक रेलवे)
- ऐक्चुएटर (दो रैक एवं एक पिनियन का प्रयोग करके)