रुकैया बिन्त मुहम्मद
हजरत रुकैया बिन्त मुहम्मद (Ruqayya bint Muhammad) (सी. 601-मार्च 624) इस्लामी पैगंबर मुहम्मद और खदीजा की दूसरी सबसे बड़ी बेटी थीं। उसने तीसरे ख़लीफ़ा उस्मान से शादी की और इस जोड़े का एक बेटा अब्दुल्लाह था। 624 में, रुकय्या की एक बीमारी से मृत्यु हो गई।[1]
'हजरत रुकैया बिन्त मुहम्मद' | |
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जन्म |
ल. 601 (21 BH) Mecca, Hejaz, Arabia |
मौत |
March, 624 (aged 23) (2 AH) Medina, Hejaz, Arabia |
समाधि | |
जीवनसाथी | Uthman |
बच्चे | Abd Allah |
संबंधी | |
विवाह
संपादित करेंउसकी शादी अगस्त 610 से पहले उत्बाह इब्न अबू लहब से हुई थी, लेकिन रुकय्या मुसलमान बन गई।615 में रुकय्या की दूसरी शादी एक प्रमुख मुस्लिम उस्मान इब्न अफ्फान से हुई थी। 619 में एक बेटे, अब्द अब्दुल्लाह को जन्म दिया। मदीना में छह साल की उम्र में अब्दुल्लाह की मृत्यु हो गई। उसके आगे कोई संतान नहीं थी।
मृत्यु
संपादित करेंमार्च 624 में बीमार पड़ गई। हज़रत उस्मान को उसकी देखभाल करने के लिए अपने सैन्य कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया। मार्च महीने में उनकी मृत्यु हो गई, जिस दिन जायद इब्न हरिता बद्र की लड़ाई में उनकी जीत की खबर के साथ मदीना लौट आए। जब मुहम्मद लड़ाई के बाद मदीना लौटे, तो परिवार उनकी कब्र पर शोक मनाने गया।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ मोहम्मद (ﷺ) के बेटे और बेटियाँ https://bahareshariat.com/mohammad-s-a-w-sons-daughters/.html[मृत कड़ियाँ]
- ↑ Muhammad ibn Ishaq. Sirat Rasul Allah. Translated by Guillaume, A. (1955). The Life of Muhammad, p. 83. Oxford: Oxford University Press.