राष्ट्रपति निवास
राष्ट्रपति निवास (पूर्व नाम वाईसरिगल लॉज ) शिमला, हिमाचल प्रदेश, भारत के ऑब्जर्वेटरी हिल्स पर स्थित है।
राष्ट्रपति निवास | |
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पूर्व नाम | वाईसरिगल लॉज |
सामान्य जानकारी | |
स्थापत्य कला | एलिजाबेथन शैली |
कस्बा या शहर | शिमला, हिमाचल प्रदेश, भारत |
देश | भारत |
निर्देशांक | 31°06′13″N 77°08′31″E / 31.103730°N 77.141887°Eनिर्देशांक: 31°06′13″N 77°08′31″E / 31.103730°N 77.141887°E |
निर्माण आरंभ | 1880 |
पूर्ण | जुलाई 1888 |
डिजाइन और निर्माण | |
वास्तुकार | हेनरी इरविन |
इतिहास
संपादित करेंयह पहले भारत के ब्रिटिश वायसराय का निवास हुआ करता था। ये निवास ब्रिटिश आर्किटेक्ट हेनरी इरविन द्वारा डिजाइन किया गया था और लॉर्ड डफरिन के शासनकाल के दौरान एलिजाबेथन शैली में बनाया गया था। इसका निर्माण १८८० में शुरू हुआ और १८८८ में पूरा हुआ। लॉर्ड डफरिन ने २३ जुलाई १८८८ को वाईसरिगल लॉज में निवास शुरू किया।[1]
ब्रिटिश काल में शिमला ग्रीष्मकालीन राजधानी थी और ये निवास तब कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। शिमला सम्मेलन १९४५ यहाँ हुआ था और १९४७ में भारत के विभाजन का निर्णय भी यही लिया गया था।[1]
स्वतंत्रता के बाद
संपादित करेंस्वतंत्रता के बाद, वाईसरिगल लॉज भारत सरकार के कब्जे में आया। इसे राष्ट्रपति निवास का नाम दिया गया और राष्ट्रपति का ग्रीष्मकालीन निवास बना। लेकिन ग्रीष्मकालीन घर शायद ही कभी इस्तेमाल किया गया था इसलिए यह राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी के लिए दान किया गया।[1][2]
चित्रदीर्घा
संपादित करें-
वाईसरिगल लॉज में रखा वायसराय का हौदा (अंबारी)
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शिमला सम्मेलन १९४५ के दौरान भारत और भावी पाकिस्तान के नेता
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निवास के अंदरूनी भाग
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निवास के पीछे के बगीचे
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नक़्क़ाशी में हेनरी इरविन और लॉर्ड डफरिन के नाम दिखते हैं
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ राजेश बाली (२४ जूलाई २००५). "A stitch in time". मूल से 3 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १२ अक्टूबर २०१७.
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में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद) - ↑ "Shimla Architecture". District Administration Shimla. मूल से 27 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १२ अक्टूबर २०१७.