राबड़ी देवी
राबड़ी देवी (जन्म: 01/01/1955 गोपालगंज) स्वतन्त्र भारत में बिहार प्रान्त की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं।[1] राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी 25 जुलाई 1997 को बिहार की मुख्यमन्त्री उस समय बनीं जब बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में उनके पति को जेल जाना पड़ा था।
राबड़ी देवी | |
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21वीँ बिहार की मुख्यमंत्री
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कार्यकाल 2000 - 2005 | |
पूर्वा धिकारी | नीतीश कुमार |
उत्तरा धिकारी | राष्ट्रपति शासन |
कार्यकाल 1999 - 2000 | |
पूर्वा धिकारी | राष्ट्रपति शासन |
उत्तरा धिकारी | नीतीश कुमार |
कार्यकाल 1998 - 1999 | |
पूर्वा धिकारी | लालू प्रसाद यादव |
उत्तरा धिकारी | राष्ट्रपति शासन |
जन्म | {{{3}}} 01/01/1956 गोपालगंज, बिहार |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | राष्ट्रीय जनता दल |
जीवन संगी | लालू प्रसाद यादव |
निवास | पटना |
धर्म | हिन्दू धर्म |
राबड़ी देवी ने तीन कार्यकाल में मुख्यमन्त्री पद सम्भाला| मुख्यमन्त्री के रूप में उनका पहला कार्यकाल सिर्फ़ 2 साल का रहा जो 25-07-1997 - 11-02-1999 तक चल सका। दूसरे और तीसरे कार्यकाल में उन्होंने मुख्यमन्त्री के तौर पर अपना पाँच साल का कार्यकाल पूरा किया। उनके दूसरे और तीसरे कार्यकाल की अवधि क्रमशः सन् 09-03-1999 - 02-03-2000 और 11-03-2000 - 06-03-2005 रहा। सन् 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में राबड़ी देवी वैशाली के राघोपुर क्षेत्र से निर्वाचित हुईं।
राबड़ी का जन्म शिवप्रसाद चौधरी के घर बिहार के गोपालगंज जिले में हुआ था। 17 साल की उम्र में उनका विवाह सन् 1973 में लालू प्रसाद यादव के साथ हुआ।[1] राबड़ी के सात बेटियाँ और दो बेटे (तेज प्रताप यादव तथा तेजस्वी यादव) हैं। बिहार की मुख्यमंत्री रहते हुए उन पर दफ्तर न जाने और विधानसभा में सवालों का जवाब न देने का आरोप लगता रहा है।[2][3]
पन्द्रहवीं लोकसभा के लिये हो रहे चुनाव प्रचार के दौरान एक आम सभा में राबड़ी देवी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड(जदयू)के प्रदेश अध्यक्ष लल्लन सिंह के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की। मीडिया में इसको लेकर उनकी खूब किरकिरी हुई। और जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने पटना के सीजेएम कोर्ट में राबड़ी देवी के खिलाफ 13 अप्रैल 2009 को मानहानि का मुकदमा दायर किया।[4] राबड़ी के खिलाफ आदर्श चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप भी लगा। बिहार विधानसभा चुनाव, 2010 में, राबड़ी देवी ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा: राघोपुर और सोनपुर विधानसभा सीटें,[5][6] लेकिन दोनों को हार गई, जबकि राष्ट्रीय जनता दल को भारी हार का सामना करना पड़ा, केवल 22 सीटों पर जीत दर्ज की गई।[7][8] 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सारण निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।[9][10]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "Rabri Devi". Hindustan Times. 7 फ़रवरी 2005. मूल से 30 सितंबर 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अक्तूबर 2013.
- ↑ ""'I am not subordinate to Lalooji'", रीडिफ, February 22, 2000". मूल से 14 नवंबर 2005 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अक्तूबर 2013.
- ↑ ""Profile: Laloo Prasad Yadav", BBC". मूल से 22 फ़रवरी 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अक्तूबर 2013.
- ↑ "जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू परिवार को बड़ी राहत, राबड़ी देवी को मिली नियमित जमानत". प्रभात खबर. अभिगमन तिथि २२ मई २०२४.
- ↑ "राबड़ी दो क्षेत्रों से चुनावी मैदान में". मूल से 13 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 जून 2018.
- ↑ "'राघोपुर तो मिनी श्रीलंका है'". मूल से 12 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 जून 2018.
- ↑ "RJD Mobbed: Rabri Devi Loses Both Her Seats". मूल से 12 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 जून 2018.
- ↑ "Rabri loses in both seats".
- ↑ "सत्ता संग्राम: सारण में राबड़ी-रुडी नहीं, राजद-भाजपा में होती है दिलचस्प लड़ाई". मूल से 12 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 अगस्त 2018.
- ↑ "पत्नी ऐश्वर्या को लड़ाने की चाहत छोड़ी, सारण के चुनावी दंगल में उतरेंगे तेज प्रताप, राजीव प्रताप रूड़ी को देंगे चुनौती!". मूल से 7 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 अक्तूबर 2018.
राजनीतिक कार्यालय | ||
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पूर्वाधिकारी लालू प्रसाद यादव |
बिहार के मुख्यमंत्री 1997 |
उत्तराधिकारी राष्ट्रपति शासन |