रघुनन्दन त्रिवेदी
रघुनन्दन त्रिवेदी (१७ जनवरी १९५५-१० जुलाई २००४ हिन्दी के कवि और लेखक हैं। उन्होंने हिन्दी में एम ए तक की शिक्षा प्राप्त की और तीन कहानी संग्रह लिखे- १९८८ में प्रकाशित यह ट्रेजेडी क्यों हुई, १९९४ में वह लड़की अभी जिन्दा है तथा २००१ में हमारे शहर की भावी लोक-कथा। इसके अतिरिक्त विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में उनकी अनेक कहानियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं। यह ट्रेजेडी क्यों हुई कहानी संग्रह पर उन्हें राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर द्वारा रांगेय राघव पुरस्कार से तथा वह लड़की अभी ज़िन्दा है को अंतरीप सम्मान द्वारा सम्मानित किया गया था।
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