ये दिल्लगी
ये दिल्लगी 1994 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसका निर्माण उदय चोपड़ा द्वारा किया गया और निर्देशन नरेश मल्होत्रा का है। इस फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में अक्षय कुमार, काजोल और सैफ अली खान हैं। यह इकलौती फिल्म है जिसमें काजोल और अक्षय ने एक साथ अभिनय किया था। इसे सैफ अली खान की पहली सफल फिल्म भी माना जाता है।[1]
ये दिल्लगी | |
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ये दिल्लगी का पोस्टर | |
निर्देशक | नरेश मल्होत्रा |
लेखक | सचिन भौमिक |
निर्माता |
यश चोपड़ा उदय चोपड़ा |
अभिनेता |
अक्षय कुमार, काजोल देवगन, सैफ़ अली ख़ान, |
संगीतकार | दिलीप सेन-समीर सेन |
वितरक | यश राज फिल्म्स |
प्रदर्शन तिथि |
6 मई 1994 |
लम्बाई |
154 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंसैगल परिवार के ड्राइवर की पुत्री सपना (काजोल) साधारण सादगी भरी खुशनुमा लड़की है, लेकिन उसके सपने उतने सरल नहीं हैं। वह सैगल परिवार की समृद्ध और आरामदायक जीवन शैली को देखकर खुद समृद्ध होने का सपना देखती है।
विजयेंद्र "विजय" सैगल (अक्षय कुमार) और विक्रम "विक्की" सैगल (सैफ अली खान) सैगल इंडस्ट्रीज के उत्तराधिकारी हैं। विजय जो व्यवहार से अंतर्मुखी है पूरे सैगल परिवार के व्यवसाय को चलाता है। जबकि विकी एक गैर जिम्मेदार लड़कीबाज़ और एक सख्त इश्कबाज है। एक घटना उनके बीच घर्षण का कारण बनती है, जब विकी सपना को चोट पहुँचाता है और उसे उसकी हैसियत की याद दिलाता है।
सपना अपने छोटे शहर को छोड़कर बॉम्बे जाती है। सपनों के शहर में उसकी किस्मत उसका साथ देती है और सफलता उसे गले लगाती है। प्रतिभा और कड़ी मेहनत से वह देश की सबसे बड़ी मॉडल बन जाती है। यही वह समय है जब वह विकी क्र सपनों की लड़की बन जाती है। वह अपने अपमान का बदला लेने के लिए अपने शहर वापस जाती है।
बड़ा भाई विजय सपना की सादगी से आकर्षित हो जाता है और खुद को उसके प्यार में पाता है। दूसरी तरफ, विकी सपना की मोहकता से उसे पसंद करने लगता है और अपने इश्कबाज स्वभाव के विपरीत, खुद को ऐसे व्यक्ति में बदल लेता है जो सच्चे प्यार के अर्थ को समझता है।
इन तीन व्यक्तियों के बीच इस जटिल परिस्थिति में कहानी कैसे विकसित होती है, इस चीज पर फिल्म का निर्माण होता है। एक भाई प्यार के लिए अपना जीवन देने के लिए तैयार होता है और दूसरा अपने भाई के जीवन के लिए अपने प्यार को त्यागने के लिए तैयार होता है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- अक्षय कुमार - विजयेंद्र "विजय" सैगल
- काजोल देवगन - सपना
- सैफ़ अली ख़ान - विक्रम "विक्की" सैगल
- सईद जाफ़री - विजय व विकी के पिता
- रीमा लागू - विजय व विकी की माता
- अच्युत पोद्दार - सपना के पिता
- देवेन वर्मा - गुरदास बनर्जी
- पंकज उधास - "मैं दीवाना हूँ" गीत में
- करिश्मा कपूर - कैमियो
संगीत
संपादित करें- संगीतकार - दिलीप सेन - समीर सेन
- गीतकार - समीर
# | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1 | "देखो जरा देखो" | लता मंगेश्कर, कुमार सानु | 04:45 |
2 | "गोरी कलाई" | लता मंगेश्कर, उदित नारायण | 05:15 |
3 | "होंठों पे बस" | लता मंगेश्कर, कुमार सानु | 04:54 |
4 | "लगी लगी ये दिल की लगी" | लता मंगेश्कर, उदित नारायण, अभिजीत | 04:21 |
5 | "मैं दीवाना हूँ" | पंकज उधास | 05:07 |
6 | "नाम क्या है" | लता मंगेश्कर, कुमार सानु | 03:28 |
7 | "ओले ओले" | अभिजीत | 04:32 |
8 | "डांस म्यूज़िक" | वाद्य संगीत | 01:05 |
नामांकन और पुरस्कार
संपादित करें- नामांकन
- फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक पुरस्कार - दिलीप सेन-समीर सेन
- फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार - अभिजीत "ओले ओले" के लिये
- फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - अक्षय कुमार
- फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - काजोल
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "हैप्पी बर्थडे सैफ अली खान: बॉक्स ऑफिस पर असफल हुई थी पहली फिल्म, 'ये दिल्लगी' से मिली पहचान". जनसत्ता. मूल से 7 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 जुलाई 2018.