यलम्बर
किरात भील राजा
यलम्बर नेपाल के प्रथम किरात राजा थे। उनको महाभारत में बर्बरीक नाम से जाना जाता है। वे प्रथम किराँती राजा थे जिन्होने गोपाल वंश को पराजित करके 800बी .सी मे काठमाण्डू उपत्यका में किरात वंश की स्थापना की थी। और उनका किरात साम्राज्य पश्चिम मे त्रिशूली नदी से पुर्व मे भारत के तिस्ता नदी तक फैला हुवा था
सभी ३२ किरात राजाओं की सूची नीचे दी गयी है-
- राजा श्री यलम्बर - ९० वर्ष,
- राजा श्री पेलं - ८१ वर्ष,
- राजा श्री मेलं - ८९ वर्ष,
- राजा श्री चंमिं - ४२ वर्ष,
- राजा श्री धस्कं - ३७ वर्ष,
- राजा श्री वलंच - ३१ वर्ष ६ महीना,
- राजा श्री हुतिं - ४० वर्ष ८ महीना,
- राजा श्री हुरमा - ५० वर्ष,
- राजा श्री तुस्के - ४१ वर्ष ८ महीना,
- राजा श्री प्रसफुं - ३८ वर्ष ६ महीना,
- राजा श्री पवः - ४६ वर्ष,
- राजा श्री दास्ती - ४० वर्ष,
- राजा श्री चम्ब - ७१ वर्ष,
- राजा श्री कंकं - ५४ वर्ष,
- राजा श्री स्वनन्द - ४० वर्ष ६ महीना,
- राजा श्री फुकों - ५८ वर्ष,
- राजा श्री शिंघु - ४९ वर्ष ६ महीना,
- राजा श्री जुलम् - ७३ वर्ष ३ महीना,
- राजा श्री लुकं - ४० वर्ष,
- राजा श्री थोरम् - ७१ वर्ष,
- राजा श्री थुको - ८३ वर्ष,
- राजा श्री वर्म्म - ७३ वर्ष ६ महीना,
- राजा श्री गुंजं ७२ वर्ष ७ महीना,
- राजा श्री पुस्क - ८१ वर्ष,
- राजा श्री त्यपमि - ५४ वर्ष,
- राजा श्री मुगमम् - ५८ वर्ष,
- राजा श्री शसरू - ६३ वर्ष,
- राजा श्री गंणं - ७४ वर्ष,
- राजा श्री खिम्बुं - ७६ वर्ष,
- राजा श्री गिरीजं - ८१ वर्ष,
- राजा श्री खुरांज - ७८ वर्ष,
- राजा श्री गस्ती - ८५ वर्ष