मैं सुंदर हूँ
मैं सुंदर हूँ 1971 में बनी हिन्दी भाषा की है।[2] इसका निर्देशन कृष्णन-पंजू द्वारा किया गया और मुख्य कलाकार महमूद, विश्वजीत और लीना चंदावरकर हैं। यह निर्देशक-निर्माता जोड़ी की अपनी ही एक तमिल फ़िल्म की रीमेक है।
मैं सुंदर हूँ | |
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मैं सुंदर हूँ का पोस्टर | |
निर्देशक | कृष्णन-पंजू |
लेखक | के बालाचंदर |
निर्माता |
मुरुगन कुमारन एम. मुरुगन |
अभिनेता |
महमूद, विश्वजीत, लीना चंदावरकर |
संगीतकार | शंकर-जयकिशन[1] |
प्रदर्शन तिथियाँ |
23 अप्रैल, 1971 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंसुंदर (महमूद) राम स्वरूप (डेविड अब्राहम) के होटल में वेटर के तौर पर काम करता है। वह बहुत ही मजाकिया और अनपढ़ व्यक्ति है जिसका चेहरा उसके नाम के विपरीत काफी बदसूरत है। राधा (लीना चंदावरकर) राम स्वरूप की बेटी है। वह अक्सर होटल में आती है और सुंदर उसे मजेदार चुटकुले सुनाता है। वह सोचता है कि वह उसे पसंद करती है। वह उसे पसंद करता भी है लेकिन उसे बताने से डरता है, क्योंकि वह उसके पिता के होटल में काम करता है।
फिर, वह अपने दोस्त अमर (विश्वजीत) से मदद मांगता है। वह उसे फिल्म उद्योग में काम दिलाने में मदद करता है। कुछ ही समय में, सुंदर एक प्रमुख हास्य अभिनेता के रूप में उभरता है। लेकिन इस समय अमर, अपने दोस्त के प्यार के बारे में जानता नहीं है। वह और राधा के बीच प्यार हो जाता है। जब उसे पता चलता है कि सुंदर का प्यार राधा है। तो वह राधा से इस बारे में पूछता है, जो कहती है कि उसने कभी सुंदर से प्यार नहीं किया। अब अमर सुंदर को राधा के सामने अपनी भावनाएँ व्यक्त करने से कई बार रोकता है। वह सोचता है कि सच्चाई सुंदर को अंदर से तोड़ देगी।
एक इंटरव्यू में, सुंदर कहता है कि वह किसी ऐसे व्यक्ति से शादी करने जा रहा है जिससे वह प्यार करता है। अमर और राधा रेडियो पर यह सुनते हैं। राधा अमर से उसे सच बताने का आग्रह करती है क्योंकि अब सुंदर उसके लिए अपने प्यार का इजहार करने आएगा। लेकिन वह कहता है, वह ऐसा नहीं कर पायेगा। सुंदर आता है और राधा उसे सच बताती है। फिर, एक दिन वह एक फिल्म की शूटिंग कर रहा होता है। काम खत्म करने के बाद सुंदर घर जाता है। वहां वह अपनी माँ (सुलोचना लाटकर) को मृत पाता है। उसे एक सेलिब्रिटी होने का पछतावा होता है।
अमर और राधा शादी कर लेते हैं। उस समारोह में सुंदर अपनी पुरानी वर्दी में आता है जो कि वेटर की वर्दी है। वह कहता है, वह अब फिल्मों में काम नहीं करेगा। वह अब से अपनी माँ के लिये गरीब और अनाथ बच्चों की मदद करेगा।[3]
मुख्य कलाकार
संपादित करें- महमूद — सुंदर
- विश्वजीत — अमर
- लीना चंदावरकर — राधा
- सुलोचना लाटकर — सुंदर की माता
- अरुणा ईरानी — मिस पाशा
- डेविड अब्राहम — राम स्वरुप
- मुकरी — दत्ताराम
- सी एस दुबे — मुर्गा मालिक
- जयश्री टी — "नाच मेरी जान" गीत में
संगीत
संपादित करेंसभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत शंकर-जयकिशन द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "परिवार नियोजन" | मुकेश, मन्ना डे, आशा भोंसले | 7:20 |
2. | "मुझको ठण्ड लग रही है" | आशा भोंसले, किशोर कुमार | 5:19 |
3. | "तुझे दिल की बात बता दूँ" | लता मंगेशकर | 4:26 |
4. | "दो मस्ताने दो दीवाने" | आशा भोंसले, किशोर कुमार | 5:29 |
5. | "आज मैं जवां हो गई हूँ" | लता मंगेशकर | 5:13 |
6. | "नाच मेरी जान फटाफट" | आशा भोंसले, किशोर कुमार | 5:03 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "The enduring legacy of Shankar-Jaikishan". डेक्कन हेराल्ड (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 28 जून 2024.
- ↑ "Death Anniversary: किंग ऑफ कॉमेडी महमूद अली को हीरो से ज्यादा मिलते थे पैसे, एक बार में फाइल करते थे टेक". न्यूज़ 18. 23 जुलाई 2021. अभिगमन तिथि 28 जून 2024.
- ↑ "Amitabh Bachchan to Kamal Haasan, The Stars Sulochana Latkar Played On-Screen Mom To" (अंग्रेज़ी में). 5 जून 2023. अभिगमन तिथि 28 जून 2024.