सैयद मुश्ताक अली

भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी
(मुस्ताक अली से अनुप्रेषित)

सैयद मुश्ताक अली Mushtaq Ahmad(pronunciation सहायता·सूचना) (१७ दिसंबर १९१४ - १८ जून २००५) एक भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी थे, जो दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज़ रहे जिन्होंने एक भारतीय खिलाड़ी के रूप में पहली बार विदेशी धरती पर टेस्ट शतक लगाया था। यह कारनामा उस किया जब जब उन्होंने १९३६ में ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ ११२ रनों की पारी खेली थी।[1][2] मुश्ताक आली दाएं हाथ से बल्लेबाजी किया करते थे जबकि गेंदबाजी बाएं हाथ से ऑर्थोडॉक्स स्पिन गेंद फेंकते थे।[3] उन्होंने घरेलू मैचों में अक्सर ऑल-राउंडर के रूप में प्रदर्शन किया था। मुश्ताक अली को उनकी सुंदर बल्लेबाजी शैली और स्वभाव के लिए जाना जाता था।[4]

सैयद मुश्ताक अली
जन्म 17 दिसम्बर 1914
इंदौर
मौत 18 जून 2005 Edit this on Wikidata
इंदौर Edit this on Wikidata
नागरिकता भारत, ब्रिटिश राज, भारतीय अधिराज्य Edit this on Wikidata
शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय Edit this on Wikidata
पेशा क्रिकेटर Edit this on Wikidata
धर्म इस्लाम Edit this on Wikidata

अंतरराष्ट्रीय करियर

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मुश्ताक अली सी॰ के॰ नायडू की खोज थे जिन्होंने उन्हें १३ साल की उम्र में इंदौर में मिले थे और उनके क्रिकेट कौशल को विकसित करने में मदद की।[5]

वह विज्डन क्रिकेटर्स अल्मनाक स्पेशल अवार्ड विजेता रह चुके है जिन्होंने १९३६ के दौरे में चार प्रथम श्रेणी शतक बनाए थे। वह एक सलामी बल्लेबाज़ या मध्य-क्रम के दाएं हाथ के बल्लेबाज थे। कुल मिलाकर, उन्होंने ११ टेस्ट खेले। उन्होंने कलकत्ता में इंग्लैंड के खिलाफ ५ से ८ जनवरी १९३४ में टेस्ट में पदार्पण किया था और अपना अंतिम टेस्ट मैच ३८ साल की उम्र में ६ से १० फरवरी १९५२ में इंग्लैंड के खिलाफ मद्रास में खेला था। अपने पूरे करियर में उन्होंने ३२.२१ की औसत से ६१२ रन बनाए जिसमें २ शतक और ३ अर्धशतक रहे।

घरेलू क्रिकेट

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मुश्ताक अली ने क्षेत्रीय टीमों और निजी क्लबों के लिए बड़े पैमाने पर खेला जब तक उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में मौका नहीं मिला था। वह न केवल एक महान खिलाड़ी थे, बल्कि अपने समय के एक लोकप्रिय सुपरस्टार और भारतीय युवाओं के लिए एक आइकन थे। एक अन्य महान बल्लेबाज विजय मर्चेंट के साथ मुश्ताक अली की आक्रामकता और शक्तिशाली बल्लेबाजी कई सालों तक देखने को मिली जिसमें कई बड़ी-बड़ी साझेदारियाँ रही।

उन्होंने सी॰ के॰ नायडू जैसे अन्य दिग्गजों के साथ रणजी ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में होल्कर के लिए क्रिकेट खेला। उन्हें १९६४ में पद्मश्री से सम्मानित किया गया और खेल में उनके योगदान के लिए मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब का आजीवन सदस्य बनाया गया। ९० साल की आयु में उनका निधन हुआ था।[6]

पुरस्कार

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  1. Telegraph, 25
  2. "Wisden Obituaries 2006. Syed Mushtaq Ali". मूल से 19 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 अक्तूबर 2019.
  3. "Syed Mushtaq Ali". Cricinfo. मूल से 20 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 January 2017.
  4. Telegraph, 25
  5. Das, Sourav (18 August 2014). "C. K. Nayudu - The First Indian Captain Sporteology". Sporteology. मूल से 14 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 January 2017.
  6. Pandya, Haresh (26 December 2014) "Mushtaq Ali, India's first overseas Test ton scorer," India Abroad, New York, USA. p. A36.
  7. "Syed Mushtaq Ali Trophy, 2016 matches, scorecards, preview, history, news and statistics – Cricbuzz". मूल से 10 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 January 2017.
  8. "Syed Mushtaq Ali Trophy". मूल से 15 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 January 2017.

बाहरी कड़ियाँ

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