भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV)

भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) जोकी श्वसन सम्बंधित वायरस है यह हल्के सर्दी जैसे लक्षणों से लेकर गंभीर श्वसन संक्रमण तक की बीमारियाँ पैदा कर सकता है। इसे पहली बार २००१ में पहचाना गया था और यह आमतौर पर देर से सर्दियों और वसंत के मौसम में फैलता है।

जनवरी १०, २०२५ तक, भारत में विभिन्न राज्यों जैसे कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में कम से कम नौ मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारी स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। गुजरात के साबरकांठा जिलेके आठ वर्षीय लड़के की HMPV रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिससे गुजरात में कुल मामलों की संख्या तीन हो गई है।[1]

HMPV के लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक का बंद होना, और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। जबकि ज्यादातर मामले हल्के होते हैं, यह छोटे बच्चों, बुजुर्गों, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकता हैं।

इन्हें भी देखें

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  1. "HMPV Virus Cases: गुजरात में HMPV का एक और केस, 8 साल का बच्चा संक्रमित; इतनी हुई कुल मामलों की संख्या". Jagran. 10 January 2025. अभिगमन तिथि 10 January 2025.