भजन
देवी या देवता की प्रशंसा में गाया जाने वाला गीत को भजन कहते हैं राजस्थान में ज्यादा भजन जम्भेश्वर
भारतीय संगीत के मुख्य रूप से तीन भेद किये जाते हैं। शास्त्रीय संगीत, सुगम संगीत और लोक संगीत। भजन सुगम संगीत की एक शैली है। इसका आधार शास्त्रीय संगीत या लोक संगीत हो सकता है। इसको मंच पर भी प्रस्तुत किया जा सकता है लेकिन मूल रूप से यह किसी देवी या देवता की प्रशंसा में गाया जाने वाला गीत है।जैसे भगवान जम्भेश्वर भगवान रामदेव जी व तेजा जी के लिए गाये जाते है राजस्थान में [1] सामान्य रूप से उपासना की सभी भारतीय पद्धतियों में इसका प्रयोग किया जाता है। भजन मंदिरों में भी गाए जाते हैं। हिंदी भजन, जो आम तौर पर हिन्दू अपने सर्वशक्तिमान को याद करते हैं या गाते हैं|
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एसवी का आदमी गायन भजन (1884) |
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कुछ विख्यात भजन रचनाकारों की नामावली - मीराबाई, सूरदास, तुलसीदास, रसखान।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "जानें, भजन-कीर्तन में अंतर और इसकी महिमा". aajtak.intoday.in. मूल से 30 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-07-25.