बागनाथ मंदिर
शंकर भगवान का मंदिर्
बागनाथ मंदिर (Bagnath Temple) भारत के उत्तराखण्ड के बागेश्वर ज़िले के बागेश्वर तीर्थस्थान में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है। यह उत्तर भारत में एकमात्र प्राचीन शिव मंदिर है जो दक्षिण मुखी है, जिसमें शिव शक्ति की जलहरी पूर्व दिशा को है। यहाँ शिव पार्वती एक साथ स्वयंभू रूप में जलहरी के मध्य विद्यमान हैं। यह बागेश्वर ज़िले का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है और ज़िले का नाम भी इसी मंदिर के नाम पर पड़ा है। यह सरयू नदी और गोमती नदी एवं सरस्वती (अदृश्य नदी) के संगम पर बागेश्वर नगर में स्थित है।[1][2][3]
बागनाथ मंदिर | |
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Bagnath Temple | |
धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | शिव (बाग नाथ) |
त्यौहार | दीपावली , शिवरात्रि और उत्तरायणी मेला |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | बागेश्वर |
ज़िला | बागेश्वर ज़िला |
राज्य | उत्तराखण्ड |
देश | भारत |
भौगोलिक निर्देशांक | 29°50′14″N 79°46′21″E / 29.8371°N 79.7725°Eनिर्देशांक: 29°50′14″N 79°46′21″E / 29.8371°N 79.7725°E |
वास्तु विवरण | |
प्रकार | नागर शैली |
निर्माता | लक्ष्मी चंद |
निर्माण पूर्ण | 1602 |
आयाम विवरण | |
मंदिर संख्या | 1 |
अवस्थिति ऊँचाई | 1,004 मी॰ (3,294 फीट) |
इतिहास
संपादित करेंहिन्दु पौराणिक कथा के अनुसार बाबा मार्कडेय यहाँ शिव जी पूजा किया करते थे जिससे शिव जी एक बाघ के रूप में ऋषी मार्कडेय को आशीर्वाद देने आये थे। लेकिन कुछ सूत्रो के अनुसार भवन चन्द शासक लक्ष्मी चन्द ने 1602 ईस्वी में इसका निर्माण कराया था।
इन्हें भी देखें
संपादित करें- बागेश्वर
- सरयू नदी (उत्तराखण्ड)
- [[गोमती नदी (उत्तराखण्ड)
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Uttarakhand: Land and People," Sharad Singh Negi, MD Publications, 1995
- ↑ "Development of Uttarakhand: Issues and Perspectives," GS Mehta, APH Publishing, 1999, ISBN 9788176480994
- ↑ Singh, Kautilya; Chakrabarty, Arpita (21 September 2016). "Water police post opens in Bageshwar to tackle drowning incidents, crimes". Almora: The Times of India. TNN. मूल से 23 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 October 2016.