बवंडर हवा का एक तेजी से घूमने वाला स्तंभ है जो पृथ्वी और एक क्यूम्यलोनिम्बस बादल या, दुर्लभ मामलों में, एक क्यूम्यलस बादल के आधार दोनों के संपर्क में है। हवा के झोंके को अक्सर ट्विस्टर, बवंडर या चक्रवात के रूप में जाना जाता है, हालांकि चक्रवात शब्द का उपयोग मौसम विज्ञान में मौसम प्रणाली का नाम रखने के लिए किया जाता है, जिसमें केंद्र के चारों ओर कम दबाव वाले क्षेत्र का नाम दिया जाता है, जिसमें से एक पर्यवेक्षक सतह की ओर देखता है। पृथ्वी पर, हवाएं उत्तरी गोलार्ध में वामावर्त और दक्षिणी में दक्षिणावर्त उड़ती हैं। बवंडर कई आकार और आकारों में आते हैं, और वे अक्सर एक संक्षेपण फ़नल (कीप) के रूप में दिखाई देते हैं, जो एक क्यूम्यलोनिम्बस बादल के आधार से उत्पन्न होता है, जिसके नीचे मलबे और धूल के बादल होते हैं। अधिकांश बवंडर में 110 मील प्रति घंटे (180 किमी / घंटा) से कम हवा की गति होती है, लगभग 250 फीट (80 मीटर) पार होती है, और फैलने से पहले कुछ मील (कई किलोमीटर) की यात्रा करते हैं। सबसे चरम बवंडर 300 मील प्रति घंटे (480 किमी / घंटा) से अधिक की हवा की गति प्राप्त कर सकते हैं, व्यास में दो मील (3 किमी) से अधिक हैं, और दर्जनों मील (100 किमी से अधिक) के लिए जमीन पर बने रह सकते हैं।

ओकलाहोमा में एक बवंडर। चिमनीकार सरंचना पतली नलीका की तरह है जो पृथ्वी से बादलों तक जाती है। इस बवंडर का नीचला भाग पारदर्शी धूल के बादलों से घिरा हुआ है जो सतह पर चलने वाली बवंडर की तेज हवाओं ने उपर उठा दिया है। बवंडर की हवा इसकी चिमनी की त्रिज्या से बहुत अधिक विस्तारित होती हैं।
बवण्डर

हवा के प्रचंडतापूर्वक चक्रन करने वाले स्तंभ को बवंडर कहा जाता है जो पृथ्वी की सतह और कपासी वर्षी बादल दोनों को जोड़ता है। कुछ दुर्लभ अवस्थाओं में ऐसा भी पाया जाता है कि यह कपासी मेघ का आधार होता है। इन्हें अक्सर ट्विस्टर्स अथवा चक्रवात कहा जाता है।[1] हालांकि मौसम विज्ञान में 'चक्रवात' शब्द का प्रयोग व्यापक अर्थ में अल्पदाब वाले परिसंचरण के लिये किया जाता है।

बवंडर विभिन्न आकार और आकृतियों वाले होते हैं लेकिन वे आमतौर पर संक्षेपण कीप के रूप में खिखते हैं जिनका संकीर्ण भाग पृथ्वी की सतह को स्पर्श करता है और इसका दूसरा सिरा धूल के बादलों द्वारा घेर लिया जाता है। अधिकतर बवंडरों में हवा की गति 110 मील प्रति घंटा (180 किमी/घंटा) से कम और लगभग 250 फीट (80 मी॰) से अधिक होती है तथा छितराने से पूर्व कुछ मीलों (कुछ किलोमीटर) तक चलता है। मुख्य चरम मान तक पहुँचने वाले बवंडर 300 मील प्रति घंटा (480 किमी/घंटा) से भी अधिक गति प्राप्त कर सकते हैं तथा ३ किमी से भी अधिक विस्तारित हो सकते हैं एवं दर्ज़नों मील (सैकड़ों किलोमीटर) पृथ्वी की सतह पर चल सकते हैं।[2][3][4]

  1. "merriam-webster.com" (अंग्रेज़ी में). मेरियम वेबस्टर. मूल से 9 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १९ अप्रैल २०१५.
  2. वुरमैन, जोशुवा (२९ अगस्त २००८). "Doppler On Wheels" [पहियों पर डॉप्लर] (अंग्रेज़ी में). सेंटर फॉर सीवियर वेदर रिसर्च. मूल से 5 फ़रवरी 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १९ अप्रैल २०१५.
  3. "Hallam Nebraska Tornado" [हैलम नेब्रास्का बवंडर]. राष्ट्रीय मौसम सेवा (यूएस) (अंग्रेज़ी में). नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फेयरिक एडमिनिस्ट्रेशन. २ अक्टूबर २००५. मूल से 23 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १९ अप्रैल २०१५.
  4. रोजर एडवर्ड्स (४ अप्रैल २००६). "The Online Tornado FAQ" [बवंडर पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ऑनलाइन]. तूफान पूर्वानुमान केंद्र (अंग्रेज़ी में). नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फेयरिक एडमिनिस्ट्रेशन. मूल से 29 सितंबर 2006 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १९ अप्रैल २०१५.