बयकाल झील (रूसी: о́зеро Байка́л ओज़ेरो बयकाल, बुर्यात: Байгал нуур बयगाल नुउर, अर्थ: प्रकृति झील) दुनिया की सब से प्राचीन और गहरी झील है।[2] यह झील ३ करोड़ वर्ष से लगातार बनी हुई है और इसकी औसत गहराई ७४४.४ मीटर है। हालाँकि कैस्पियन सागर विश्व की सबसे ज़्यादा पानी वाली झील है, बयकाल का स्थान दुसरे नंबर पर आता है।[3] क्योंकि कैस्पियन का पानी खारा है, इसलिए बयकाल दुनिया की सब से बड़ी मीठे पानी की झील है। अगर बर्फ़ में जमे हुए पानी और ज़मीन के अन्दर बंद हुए पानी को अलग छोड़ दिया जाए, तो दुनिया की सतह पर मौजूद २०% मीठा पानी इसी एक झील में समाया हुआ है। बयकाल झील रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिण भाग में, रूस के दो राज्यों (इरकुत्स्क ओब्लास्त और बुर्यात गणतंत्र) की सीमा पर स्थित है।

बयकाल झील
निर्देशांक53°30′N 108°0′E / 53.500°N 108.000°E / 53.500; 108.000निर्देशांक: 53°30′N 108°0′E / 53.500°N 108.000°E / 53.500; 108.000
प्रकारमहाद्वीपीय दरार झील
मुख्य अन्तर्वाहसेलेन्गा, बरगुज़ीन, ऊपरी अंगारा
मुख्य बहिर्वाहअंगारा
जलसम्भर560,000 कि॰मी2 (6.027789833×1012 वर्ग फुट)
द्रोणी देशरूसमंगोलिया
अधिकतम लम्बाई636 कि॰मी॰ (2,087,000 फीट)
अधिकतम चौड़ाई79 कि॰मी॰ (259,000 फीट)
सतही क्षेत्रफल31,722 कि॰मी2 (3.4145×1011 वर्ग फुट)[1]
औसत गहराई744.4 मी॰ (2,442 फीट)[1]
अधिकतम गहराई1,642 मी॰ (5,387 फीट)[1]
जल आयतन23,615.39 कि॰मी3 (5,700 घन मील)[1]
तट लम्बाई12,100 कि॰मी॰ (6,889,760 फीट)
सतही ऊँचाई455.5 मी॰ (1,494 फीट)
हिमीकरणजनवरी से मई
द्वीप27 (ओलख़ोन द्वीप)
बस्तियाँइरकुत्स्क
1 तट लम्बाई का मापन सटीक नहीं होता है

इस झील को यूनेस्को ने विश्व की अनूठी प्राकृतिक विरासतों की सूची में शामिल कर रखा है।[4] इस झील की लम्बाई ६३६ किलोमीटर है और इस झील में दुनिया में उपस्थित कुल पीने लायक पानी का पाँचवा हिस्सा और रूस में उपस्थित कुल पीने लायक पानी का ९०% हिस्सा सुरक्षित है। इस झील में पाए जान वाले बहुत-से जीव और बहुत-सी वनस्पतियाँ दुनिया भर में किसी अन्य जलाशय में नहीं पाए जाते। बयकाल की सबसे अधिक गहराई १,६४२ मीटर है (यानि ५,३८७ फ़ुट) और इसका पानी विश्व की सब झीलों में साफ़ माना जाता है। इस झील का अकार एक पतले, लम्बे नए चाँद की तरह है।

इन्हें भी देखें

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  1. A new bathymetric map of Lake Baikal Archived 2013-06-15 at the वेबैक मशीन, MORPHOMETRIC DATA. INTAS Project 99-1669. Ghent University, Ghent, Belgium; Consolidated Research Group on Marine Geosciences (CRG-MG), University of Barcelona, Spain; Limnological Institute of the Siberian Division of the Russian Academy of Sciences, Irkutsk, Russian Federation; State Science Research Navigation-Hydrographic Institute of the Ministry of Defense, St.Petersburg, Russian Federation, Ghent University, Ghent, Belgium, Accessed July 9, 2009
  2. "प्राकृतिक अजूबा...दुनिया की सबसे बड़ी झील पर हवा में क्यों लटकते हैं पत्थर? रहस्य सुलझा". अभिगमन तिथि 3 नवंबर 2021.
  3. "बयकाल झील". अभिगमन तिथि 1 दिसंबर 2021.
  4. "बयकाल झील". मूल से 30 अगस्त 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2023.

बाहरी कड़ियाँ

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