बंजार, कुल्लू
बंजार, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले का एक प्रमुख कस्बा है। यह क्षेत्र अपने प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण, और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। बंजार, बंजार घाटी में स्थित है, जो पर्यटकों और ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। यहाँ के हरे-भरे जंगल, नदी और पहाड़ मिलकर इसे एक अद्वितीय और आकर्षक स्थान बनाते हैं।
बंजार Banjar | |
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बंजार का एक दृश्य | |
निर्देशांक: 31°38′13″N 77°20′42″E / 31.637°N 77.345°Eनिर्देशांक: 31°38′13″N 77°20′42″E / 31.637°N 77.345°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | हिमाचल प्रदेश |
ज़िला | कुल्लू ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,414 |
भाषा | |
• प्रचलित | पहाड़ी, हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
बंजार का नाम बंजार घाटी के नाम पर पड़ा है, जो हिमालय पर्वत श्रृंखला की गोद में स्थित है। यह क्षेत्र घने देवदार और पाइन के जंगलों से घिरा हुआ है, जिससे यह पर्यटकों के लिए एक आदर्श गंतव्य बनता है। बंजार नदी, जिसे तीर्थन नदी भी कहा जाता है, यहाँ के प्रमुख आकर्षणों में से एक है और यह नदी बंजार घाटी की सुंदरता को और भी बढ़ा देती है।
बंजार का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी कम नहीं है। यहाँ की स्थानीय संस्कृति और परंपराएं हिमाचल प्रदेश की समृद्ध विरासत को दर्शाती हैं। बंजार के लोग अपनी लोक कथाओं, संगीत और नृत्य के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखते हैं। यहाँ के प्रमुख त्यौहारों में दशहरा, दिवाली और होली शामिल हैं, जो बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं।
बंजार का जलवायु समशीतोष्ण है, जिसमें सर्दियों में ठंड और गर्मियों में सुखद मौसम रहता है। यहाँ का मौसम पर्यटकों के लिए बहुत अनुकूल होता है, खासकर उन लोगों के लिए जो भीड़भाड़ से दूर शांतिपूर्ण जगह की तलाश में होते हैं। बंजार का शांत और स्वच्छ वातावरण मानसिक और शारीरिक आराम प्रदान करता है, जिससे यह एक आदर्श पर्यटन स्थल बनता है।
पर्यटन के अलावा, बंजार में कृषि भी एक प्रमुख गतिविधि है। यहाँ के लोग मुख्यतः सेब, मक्का और गेहूँ की खेती करते हैं। बंजार का सेब अपने उत्कृष्ट स्वाद और गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है और यह यहाँ के किसानों की प्रमुख आय का स्रोत है।
बंजार की भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक सुंदरता इसे न केवल एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बनाती है, बल्कि इसे प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर उत्साही लोगों के लिए भी एक स्वर्ग बनाती है। यहाँ की घाटियाँ, झीलें और ट्रेकिंग मार्ग एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए आदर्श हैं, जो पर्यटकों को एक रोमांचक अनुभव प्रदान करते हैं।
भौगोलिक स्थिति
संपादित करेंबंजार की स्थिति 31.63° उत्तर अक्षांश और 77.35° पूर्व देशांतर पर है। यह समुद्र तल से औसत 1,435 मीटर (4,708 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है। यह जगह शिमला से कुल्लू की एक वैकल्पिक रूट पर स्थित है। मुख्य रास्ता बिलासपुर और मंडी के माध्यम से है। वैकल्पिक रास्ता ठियोग, आनी, जलोरी पास, बंजार से गुजरता है और ऑट पर मुख्य रास्ते से जुड़ता है। बंजार घाटी मध्य हिमालयी श्रेणी में है और पूर्व की ओर जाते समय, चोटियाँ प्रतिबद्ध रूप से बड़ती हैं, अंततः महान हिमालयी श्रेणी के लिए जाती हैं, जहाँ चोटियों की ऊँचाई 4500 मीटर और उससे अधिक होती है। बंजार कुल्लू जिले का एक तहसील है। बंजार विधानसभा क्षेत्र का नाम सी-24 है। बंजार विधानसभा क्षेत्र में तीन जिला परिषद के वार्ड खड़गाद, प्लाहाच, और रैला के नाम हैं। शहर पर्यटन उद्योग में तेजी से विकसित हो रहा है। घाटी महान हिमालयी राष्ट्रीय उद्यान के उत्तर-पूर्वी भाग से गुजरती है। शहर में कई कम भारी और कम भीड़ वाले पर्यटन स्थल हैं और यह एक गर्मियों का गंवाना रहता है। इस क्षेत्र में आय का मुख्य स्रोत कृषि और बागवानी है। अब पर्यटन और आतिथ्य उद्योग स्थानीय लोगों को आकर्षित कर रहा है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Maps, Weather, and Airports for Banjar, India". www.fallingrain.com.
- ↑ "Banjar Sub-Division | District Kullu | India".
- ↑ "बंजार कुल्लू: खोजें, आनंद लें, और आत्मनिर्भर यात्रा का मज़ा लें". uhindi.com.