फ़ारस की खाड़ी

पश्चिम एशिया में अरब प्रायद्वीप एवं ईरान के बीच हिन्द महासागर का अंग
(फारस की खाड़ी से अनुप्रेषित)

फारस की खाड़ी, पश्चिम एशिया में हिन्द महासागर का एक विस्तार है, जो ईरान और अरब प्रायद्वीप के बीच तक गया हुआ है। 1980-1988 के ईरान इराक युद्ध के दौरान यह खाड़ी लोगों के कौतूहल का विषय बनी रही, जब दोनों पक्षों ने एक दूसरे के तेल के जहाजों (तेल टैंकरों) पर आक्रमण किया था। 1991 में खाड़ी युद्ध के दौरान, फारस की खाड़ी एक बार फिर से चर्चा का विषय बनी, हालाँकि यह संघर्ष मुख्य रूप से एक भूमि संघर्ष था, जब इराक ने कुवैत पर हमला किया था और जिसे बाद में वापस पीछे ढकेल दिया गया।

फारस की खाड़ी
फारस की खाड़ी - अंतरिक्ष से फारस की खाड़ी
अंतरिक्ष से फारस की खाड़ी
स्थिति मध्य पूर्व एशिया
सागर प्रकार खाड़ी
प्राथमिक स्रोत ओमान की खाड़ी
तटवर्ती क्षेत्र ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब, कतर, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान (मुसंदम के बहि:क्षेत्र)
अधिकतम लंबाई 989 कि॰मी॰ (615 मील)
अधिकतम चौड़ाई  (min)
सतही क्षेत्र 251,000 कि॰मी2 (97,000 वर्ग मील)
औसत गहराई 50 मी॰ (160 फीट)
अधिकतम गहराई 90 मी॰ (300 फीट)

फारस की खाड़ी में कई अच्छी मछली पकड़ने के जगहें हैं, व्यापक प्रवाल भित्तियाँ और प्रचुर मात्रा में मोती कस्तूरी है, लेकिन इसकी पारिस्थितिकी का औद्योगीकरण के कारण क्षय हुआ है, विशेष रूप से, युद्ध के दौरान फैले तेल और पेट्रोलियम ने इस पर विपरीत प्रभाव डाला है।

अक्सर "फारस की खाड़ी" को अधिकतर अरब राष्ट्रों द्वारा इसके विवादास्पद नाम "अरब की खाड़ी" या सिर्फ "खाड़ी" कहकर पुकारा जाता है, हालाँकि इन दोनों नामों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नहीं है। अंतरराष्ट्रीय जल सर्वेक्षण संगठन इसके लिए "ईरान की खाड़ी (फारस की खाड़ी)" नाम का इस्तेमाल करता है।


बाहरी कड़ियाँ

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फ़ारस की खाड़ी का राष्ट्रीय दिवस

निर्देशांक: 26°54′17″N 51°32′51″E / 26.90472°N 51.54750°E / 26.90472; 51.54750