प्रवेशद्वार:महाराष्ट्र

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महाराष्ट्र प्रवेशद्वार

महाराष्ट्र भारत का एक राज्य है जो भारत के दक्षिण मध्य में स्थित है। इसकी गिनती भारत के सबसे धनी राज्यों में सी की जाती है। इसकी राजधानी मुंबई है जो भारत की आर्थिक राजधानी के रुप में भी जानी जाती है।

महाराष्ट्र की जनसंख्या सन २००१ में ९६,७५२,२४७ थी, विश्व में सिर्फ़ ग्यारह ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या महाराष्ट्र से ज़्यादा है। इस राज्य का निर्माण १ मई, १९६०को मराठी भाषी लोगों की माँग पर की गयी थी। मराठी जादा बोली जाती है|पुणे और नागपुर महाराष्ट्र के अन्य मुख्य शहर हैं।

ऐसा माना जाता है कि सन १००० ईसापूर्व से पहले महाराष्ट्र में खेती होती थी लेकिन उस समय मौसम में अचानक परिवर्तन आया और कृषि रुक गई थी । सन् ५०० इसापूर्व के आसपास बम्बई (प्राचीन नाम शुर्पारक, सोपर) एक महत्वपूर्ण पत्तन बनकर उभरा था । यह सोपर ओल्ड टेस्टामेंट का ओफिर था या नहीं इस पर विद्वानों में विवाद है । प्राचीन १६ महाजनपदमहाजनपदों में अश्मक या अस्सक का स्थान आधुनिक अहमदनगर के आसपास है । सम्राट अशोक के शिलालेख भी मुम्बई के निकट पाए गए हैं । [पूरा पढ़ें]

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चयनित लेख

मुंबई उपनगरीय रेलवे (मराठी: मुंबई उपनगरीय रेल्) प्रणाली, जो मुंबई में लोक परिवहन प्रणाली का भाग है, सरकारी भारतीय रेल की दो मण्डलीय भुजाओं, पश्चिम रेलवेमध्य रेलवे द्वारा संचालित हैं। इस प्रणाली में, 6.1 मिलियन यात्रियों को प्रतिदिन यातायात उपलब्ध होता है। इस प्रकार, यह भारतीय रेल की दैनिक यात्री क्षमता का भार उठाती है। यह विश्व की सर्वाधिक यात्री घनत्व वाली उपनगरीय रेल सेवा है। इन मार्गों पर चलने वाली रेलगाड़ियों को स्थानीय लोगों द्वारा प्रायः लोकल कहा जाता है।

भारतीय रेल एवं मुंबई उपनगरीय रेलवे, दोनों ही, अंग्रेज़ों द्वारा भारत में अप्रैल 1853 में बनवायी गयी प्रथम रेलवे के अंकुर की शाखाएं हैं। य्स एशिया की प्राचीनतम रेलवे प्रणाली है। प्रथम रेल मुंबई से ठाणे तक 34 कि॰मी॰ की दूरी तक चली थी। बॉम्बे रेलवे इतिहास समूह[१] इस लाइन को रेलवे धरोहर घोषित कराने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। विस्तार में...

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चयनित चित्र

महाद महाराष्ट्र का एक सूर्यास्त दृश्य
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चयनित जीवनी

डॉ॰केशव बलीराम हेडगेवार
डॉ॰केशव बलीराम हेडगेवार
केशव बलीराम हेडगेवार ( १ अप्रैल, १८८९ - २१ जून १९४०) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक एवं क्रांतिकारी थे। उनका जन्म १ अप्रैल, १८८९ को महाराष्ट्र के नागपुर जिले में पंडित बलिराम पंत हेडगेवार के घर हुआ था। इनकी माता रेवतीबाई एक सहृदय महिला थीं। केशव बाल्यकाल से ही क्रांतिकारक विचारों धनी थे। केशवराव ने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज से प्रथम श्रेणी में डॉक्टरी की परीक्षा भी उत्तीर्ण की, किंतु देश-सेवा के लिए नौकरी का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया। लोकमान्य तिलक की मृत्यु के बाद केशव कॉग्रेस और हिन्दू महासभा दोनों में काम करते रहे। गांधीजी के अहिंसक असहयोग आन्दोलन और सविजय अवज्ञा आंदोलनों में भाग लिया, किंतु ख़िलाफ़त आंदोलन की आलोचना की। नागपुर में १९२३ के दंगों में के दौरान इन्होंने डॉक्टर मुंजे के साथ सक्रिय सहयोग किया। डॉ॰साहब ऐसे व्यक्ति थे, जिसने व्यक्ति की क्षमताओं को उभारने के लिए नए तौर-तरीके विकसित किए। १९२५ को दशहरे के दिन इन्होने नागपुर मे राष्टीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की। डॉ॰साहब १९२५ से १९४० तक, यानि मृत्यु पर्यन्त इसके सरसंघचालक रहे। विस्तार में...
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चयनित पर्यटन स्थल

एल्लोरा (मूल नाम वेरुल) एक पुरातात्विक स्थल है, जो भारत में औरंगाबाद, महाराष्ट्र से 30 कि.मि. (18.6 मील) स्थित है. इसे राष्ट्रकूट वंश ने बनवाया था. अपने स्मारक गुफाओं के लिये प्रसिद्ध, एल्लोरा युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित है.

एल्लोरा भारतीय पाषाण शिल्प स्थापत्य कला का सार है. यहां 34 "गुफ़ाएं" – असल में एक ऊर्ध्वाधर खड़ी चरणाद्रि पर्वत का एक फ़लक है &ndash. इसमें हिन्दू, बौद्ध और जैन गुफा मन्दिर बने हैं. ये पांचवीं और दसवीं शताब्दी में बने थे. यहां 12 बौद्ध गुफाएँ (1-12), 17 हिन्दू गुफाएँ (13-29) और 5 जैन गुफाएँ (30-34) हैं. ये सभी आस-पास बनीं हैं, और अपने निर्माण काल की धार्मिक सौहार्द को दर्शाती हैं. [पूरा पढ़ें]

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महाराष्ट्र का खाना

पूरे महाराष्ट्र में प्रसिद्ध भेलपूरी

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श्रेणियां

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संबंधित प्रवेशद्वार

नाज़िया हसन
नाज़िया हसन
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