पीएम श्री स्कूल भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक केंद्र प्रायोजित योजना है। इसका उद्देश्य 14,500 से अधिक पीएम श्री स्कूल स्थापित करना है, जिनकी देख - रेख केंद्र सरकार, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश सरकारें, स्थानीय निकाय, साथ ही केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) और नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस) द्वारा की जाएगी। इन स्कूलों का उद्देश्य प्रत्येक छात्र के लिए समावेशी और स्वागत करने वाला माहौल बनाना, उनकी भलाई सुनिश्चित करना और एक सुरक्षित और समृद्ध शिक्षण वातावरण प्रदान करना है। लक्ष्य सीखने के विविध अनुभव प्रदान करना और सभी छात्रों के लिए अच्छे भौतिक बुनियादी ढांचे और उपयुक्त संसाधनों तक पहुँच सुनिश्चित करना है।

उद्देश्य

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पीएम श्री स्कूल का मुख्य उद्देश्य छात्रों को इस तरह से तैयार करना है कि वे एक समर्पित, उत्पादक और योगदान देने वाले नागरिक बन सकें। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दृष्टिकोण के अनुरूप है , जो समानता, समावेशिता और बहुलवाद की विशेषता वाले समाज के निर्माण का प्रयास करता है।

ये स्कूल न केवल संज्ञानात्मक विकास को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, बल्कि 21वीं सदी के प्रमुख कौशल से लैस समग्र और सर्वांगीण व्यक्ति तैयार करने पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। इन स्कूलों में अपनाई जाने वाली शिक्षा पद्धति अधिक अनुभवात्मक, समग्र, एकीकृत, खेल/खिलौना-आधारित (विशेष रूप से प्रारंभिक वर्षों में), पूछताछ-संचालित, खोज-उन्मुख, शिक्षार्थी-केंद्रित, चर्चा-आधारित, लचीली और आनंददायक होगी। हर कक्षा में हर बच्चे के सीखने के परिणामों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सभी स्तरों पर मूल्यांकन वैचारिक समझ और वास्तविक जीवन की स्थितियों में ज्ञान के अनुप्रयोग पर आधारित होगा और योग्यता-आधारित होगा।[1]

  1. "PM SHRI Yojana: पीएम श्री बना केंद्रीय विद्यालय समस्तीपुर, हाईटेक सुविधाओं के साथ होगी स्मार्ट पढ़ाई - PM SHRI Yojana Kendriya Vidyalaya Samastipur selected for PM Schools for Rising India". Jagran. अभिगमन तिथि 2024-12-06.

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