जन्म १९११ ई. कलकत्ता में। शिक्षा कोलकाता विश्वविद्यालय तथा लंदन विश्वविद्यालय में हुई। आई.सी.एस. के लिए चुने गए। पर साहित्यिक अभिरुचि बराबर बनी रहा। बंगला, हिंदी तथा अंग्रेज़ी तीनों माध्यमों से लिखा है। विशेषतः संस्मरणात्मक शैली के क्षेत्र में प्रयोग किए हैं। आपका हिंदी-गद्य अत्यंत परिमार्जित तथा अकाल्पनिक माध्यमों के लिए नितांत उपयुक्त है। संस्मरण-यात्रा-वृत्तांत रेखाचित्र का एक मिलाजुला और बड़ा ही प्रीतिकर रूप आपकी रचनाओं में मिलता है। हिंदी-गद्य का स्वरूप आपकी कृतियों से समृद्ध हुआ है।[1]

कृतियाँ- 'यूरोप' (निबंध-१९४०), 'मास्को से मारवाड़'(१९५५), 'राजसी'(१९६०)।

  1. वर्मा, धीरेन्द्र (१९८५). हिन्दी साहित्य कोश भाग-२ (तृतीय संस्करण). वाराणसी, भारत: ज्ञानमंडल लिमिटेड, वाराणसी, उ.प्र. पृ॰ २६८. पाठ "editor: " की उपेक्षा की गयी (मदद); |access-date= दिए जाने पर |url= भी दिया जाना चाहिए (मदद)