तिगवा
तिगवा मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले का एक गाँव है जहाँ एक प्राचीन पुरातात्विक स्थल है जिसमें ३६ हिन्दू मन्दिरों के भग्नावशेष विद्यमान हैं। इस गाँव को 'तिगवाँ' भी कहते हैं। यह गाँव कटनी और जबलपुर के बीच में बहोरीबंद से ४ किमी की दूरी पर है। इनमें से प्राचीन कंकाली देवी मन्दिर अभी भी अच्छी दशा में है। यह मन्दिर लगभग 400-425 ई का है।जिसको गुप्त शासकों ने बनाया था।[1][2][3][4]
तिगवा मन्दिर | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | विष्णु, शक्ति (चामुण्डा), एवं अन्य देवता |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | तिगवा, बहोरीबंद |
ज़िला | जबलपुर ज़िला |
राज्य | मध्य प्रदेश |
देश | भारत |
भौगोलिक निर्देशांक | 23°41′24.4″N 80°03′58.9″E / 23.690111°N 80.066361°Eनिर्देशांक: 23°41′24.4″N 80°03′58.9″E / 23.690111°N 80.066361°E |
वास्तु विवरण | |
निर्माण पूर्ण | c. 400-425 CE[1] |
इन्हें भी देखें
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संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ Francis D. K. Ching; Mark M. Jarzombek; Vikramaditya Prakash (2010). A Global History of Architecture. John Wiley & Sons. पपृ॰ 227–228. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-118-00739-6.
- ↑ Momin, A R, The Legacy of G.S. Ghurye: A Centennial Festschrift. 1996.
- ↑ Ramanujan, S R, The Lord of Vengadam: A Historical Perspective. Partridge Publishing, 2014.
- ↑ Prakash, Om, Cultural History of India. 2005.