ढोली
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के लिए उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (दिसम्बर 2020) स्रोत खोजें: "ढोली" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
ढोली वास्तव में कोई जाति समुदाय नही था किन्तु गांवों में ब्याह शादी और अन्य अवसरों पर ढोल बजा कर आजीविका कमाने वालो को ढोली कहा गया जो राजस्थान की एक जाति है। राजस्थान में ढोल बजाने वाले ढोली है मध्यप्रदेश में गंधर्व है गुजरात मे ढोल बजाने का कार्य हरिजन समाज का है। मुम्बई में भी ढोल गरब जाति बजाती है। यह राजस्थान में ढोल आदि बजाते थे । रामायण काल मे गंधर्व शब्द का उल्लेख मिलता है। अर्थात ये पुरानी जाति हो सकती है जो वर्तमान में ढोल बजाती है।