ढुंढी या ढुण्ढिराज, एक संस्कृत भाषी ऐतिहासिक नाट्य-टीकाकार हैं। ढुण्ढि ने 4-5वीं शदी की कृति विशाखदत्त रचित नाट्मुयकृति 'मुद्राराक्षस' की टीका लिखी थी। इनका समय 6 से 9वीं शताब्दी के बीच माना जाता है।