टी वी वेंकटाचल शास्त्री
कन्नड़ लेखक
(टी वी वेंकटचल शास्त्री से अनुप्रेषित)
टी वी वेंकटसुब्बाशास्त्री वेंकटाचल शास्त्री (कन्नड: ಟಿ.ವಿ.ವೆoಕಟಾಚಲಶಾಸ್ತ್ರೀ) गणमान्य कन्नड लेखक, वैयाकरण, समालोचक, सम्पादक एवं कोशकार हैं।
टी वी वेंकटाचल शास्त्री | |
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डॉ टी वी वेंकटाचल शास्त्री | |
जन्म |
26 अगस्त 1933 कनकपुर, बंगलुरु |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
क्षेत्र | कन्नड साहित्य, कन्नड व्याकरण, समालोचना, सम्पादन |
संस्थान | उस्मानिया विश्वविद्यालय –हैदराबद, मसूर विश्वविद्यालय, बी एम श्री प्रतिष्ठान, मुलुकनाडु महासंघ |
शिक्षा | महाराजा कालेज, मैसूर |
प्रसिद्धि | महाकाव्यलक्षण (1969), श्रीवत्स निघण्टु (1971), मुलुकनाडु ब्राह्मणरु (2000), Udaracharitaru Udattaprasangagalu (2002), Kannada Chandomimase (2003), |
उल्लेखनीय सम्मान | Kannada State Award (1988), कन्नड साहित्य अकादमी पुरस्कार (Hon.) (1997), भाषासम्मान (2002), आर्यभट पुरस्कार (2006) |
रचित ग्रन्थ
संपादित करें- व्याकरणग्रंथ
- हॊसगन्नडद व्याकरण (१९९०)
- केशिराज विरचित 'शब्दमणिदर्पणम् (सं.) (१९९४)
- हॊसगन्नड व्याकरण, छंदस्सु मत्तु व्यावहारिक कन्नड (सह) (१९९७)
- केशिराज विरचित शब्दमणिदर्पणं(सं) (१९९७)
- दर्पण विवरण (शब्दमणिदर्पणद वस्तुविवरणॆ) (२००१)
- कन्नड प्रथम व्याकरण (परिष्कृत) (२००८)
- कन्नड बरॆवणिगॆ : दोषगळु,दौर्बल्यगळु (सह) (२०१०)
- हळगन्नड व्याकरण प्रवेशिकॆ (२०१८)
- कन्नड आडुमातु बरॆवणिगॆगळल्लि विकल्परूपगळु, रूढिय तप्पुगळु (२०१९)
- काव्यमीमांसा
- महाकाव्य लक्षणगळु. (१९६९)
- कन्नड चित्रकाव्य (१९८७)
- महक : व्यालक्षण (2015)
- साहित्यविमर्श, संशोधन
- साहित्य मंथन (१९७२)
- कन्नड नेमिनाथ पुराणगळ तौलनिक अध्ययन (१९७३)
- चावुंडराय (१९७३)
- जैन भागवत-भारतगळु: ऒंदु समीक्षॆ (१९८०)
- प्राचीन कन्नड साहित्य: कॆलवु नोटगळु (१९८१)
- मूरु समीक्षॆगळु -(१९८१)
- हॊसगन्नड साहित्य: कॆलवु नोटगळु(१९८२)
- नम्म कर्नाटक (१९८३)
- पंप (१९८७)
- हळॆय हॊन्नु (१९९१)
- शास्त्रीय-१ (१९९९)
- शास्त्रीय-२ (१९९९)
- शास्त्रीय-३ (१९९९)
- शास्त्रीय-४ (१९९९)
- मुलकनाडु ब्राह्मणरु (समुदाय, संस्कृति)(२०००)
- अर्धनेमिपुराण कथासार, वस्तुविमर्शॆ (१९९९)
- शास्त्रीय-५ : मार्गदर्शक महनीयरु (२००२)
- शास्त्रीय-६ : साहित्यशोध (२००५)
- कनकपुर ऎंब कानकान हळ्ळिय चरित्रॆ (२००७)
- शास्त्रीय-७ : साहित्यसन्निधि (२००८)
- कन्नड अभिजात साहित्य: अध्ययनद अवकाशगळु, आह्वानगळु (२००९)
- कुवॆंपु संपुट (२०१०)
- शास्त्रीय-८ : साहित्यकल्प (२०११)
- शास्त्रीय-९ : साहित्यसंधान (२०१२)
- शास्त्रीय-१०: साहित्यानुवाद (२०१३)
- रन्नकवि कृतिगळु:कॆलवु वस्तु विचारगळु;पाठविमर्शॆगळु (२०१६)
- शास्त्रीय-११: साहित्यचारण (२०१७)
- छन्द
- कन्नड छंदस्सु (१९७०)
- कन्नड छंदःस्वरूप (१९७८)
- कन्नड छंदोविहार (१९८९)
- कन्नड छंदोमीमांसॆ (२००३)
- छंदोंबुधि (सं.) (२००७)
- कन्नड छंदःकोश (२०११)
- निघण्टुरचना
- १९७१ - श्रीवत्स निघंटु
- १९७७ - कन्नड रत्नकोश (सह)
- १९९४ - गजशास्त्र शब्दकोश
- २०१४ - अच्चगन्नड प्राणिपदकोश
- २०१७ - अच्चगन्नड देहावयव पदकोश
- ग्रंथसंपादन
- शब्दार्थविहार
- ग्रंथ संपादन परिभाषाकोश
- जीवन चरित्र
- महामहोपाध्याय डा.आर्. शामशास्त्रि (१९८०)
- राव् बहद्दूर् ऎं. शामरायरु(१९८२)
- साहित्य शिल्पिगळु (१९८५)
- ऎं.शामरायरु : जीवन मत्तु कार्य (१९९५)
- ऎ.आर्. कृष्णशास्त्री (२०००)
- भारतरत्न सर्.ऎं.विश्वेश्वरय्यनवर पूर्वजरु (२००५)
- आप्तरु आचार्यरु (२००५)
- बॆंगळूरु कलासिपाळ्यद श्री सहजानंद भारती स्वामिगळु (२००६)
- डा.ऎ.वॆंकटसुब्बय्य (२००७)
- ऎ.वॆंकटकृष्णय्यनवर आत्मकथॆ (सं)(२००८)
- क.वॆं.राघवाचार् (२०१०)
- बापु सुब्बरायरु : जीवनकार्य (२०१०)
- ऎं.ऎ.रामानुज अय्यंगार् (२०१३)
- नॆनपुगळ नॆरळल्लि-१११ व्यक्तिचित्रगळु (२०१८)
- आर्. नरसिंहाचार्य (२०१९)
- सम्पादित ग्रन्थ - गद्य
- कन्नड अध्ययन संस्थॆय कन्नड साहित्य चरित्रॆ सं.१, सं.२, मैसूरु वि.वि, मैसूरु (१९७४),(१९७५)
- संशोधन लेखनगळु-ऎस्. श्रीकंठशास्त्री(सह) मैसूरु वि.वि, मैसूरु (१९७५)
- कन्नड अध्ययन संस्थॆय कन्नड साहित्य चरित्रॆ सं.३, सं.४-भाग १ मैसूरु वि.वि, मैसूरु (१९७६) ,(१९७६)
- कन्नड अध्ययन संस्थॆय कन्नड साहित्य चरित्रॆ सं.४-भाग २,सं.५-भाग १,मैसूरु वि.वि, मैसूरु(१९७६) ,(१९७६)
- स्वस्ति:त.सु. शामरायर अभिनंदन ग्रंथ (सह) त.वॆं. स्मारक ग्रंथमालॆ,मैसूरु(१९८३)
- प्राक्तन : आर्. नरसिंहाचार्यर लेखनगळु, भाषणगळु, कन्नड अध्ययन संस्थॆ, मैसूरु विश्वविद्यानिलय,मैसूरु-(१९८६)
- प्रॊ.डि.ऎल्.नरसिंहाचार्यर रुद्रनाटकोपन्यासगळु(१९८६)
- चामरस (सह) (१९८७)
- गद्यकुसुमांजलि (सह) (१९८८)
- अल्लावुद्दीन् मत्तु अद्भुतदीप-ऎस्.जि. नरसिंहाचार् (१९९२)
- अभिज्ञान : डा. कॆ. कृष्णमूर्ति अभिनंदन ग्रंथ (सह) (१९९५)
- मुद्रामंजूषवु : कॆंपु नारायण कवि (१९९९)
- डा. ऎ. वॆंकटसुब्बय्यनवर संशोधन लेखनगळु (२००१)
- मुलकनाडु सिरि (२००२)
- श्री साहित्यमणिमालॆ:आचार्य बि.ऎं.श्रीकंठय्यनवर हॆच्चिन बरहगळु, भाषणगळु (२००८)
- प्रॊ.डि.ऎल्. नरसिंहाचार्यर हॆच्चिन बरहगळु, भाषणगळु (२००८)
- गलिवरन देशसंचार-ऎस्.जि. नरसिंहाचार्यरु (२००८)
- मं-प्रबंधगळु-ऎस्.मंजुनाथ् (२००८)
- जि.ऎस्.गायिरवर संशोधन लेखनगळु (२००९)
- Srikanthika : Prof. S. Srikantha Sastri Felicitation Vol. (Co-ed)(१९७५)
- Vibrant India : Collected Papers of Mahamahopadhyaya Dr. R. Shamasastry (Co)(2009)
- Srikanthayana : Collected Papers of Dr. S. Srikanthasastri Vol I & II (Co)(2016)
- ऎन्.ऎस्. सुब्बरायरु बदुकु:बरह,भाषणगळु(2019)
- कथावळि (बापु सुब्बरायरु) (२०१९)
- सम्पादित ग्रन्थ - पद्य
- कन्नड काव्यसंचय-भाग १ (सह) कन्नड अध्ययन संस्थॆ, मैसूरु वि.वि(१९७१)
- श्रीकंठेश्वर शतकं-ऎस्. श्रीकंठशास्त्री (१९७५)
- कन्नड काव्यसंचय-भाग २ (सह) (१९७८)
- ऎस्.जि.नरसिंहाचार्यर कवितॆगळु-भाग १ (१९८६)
- गमकमंजूष (१९८७)
- कन्नड कविगळु कंड गॊम्मटेश्वर (१९९०)
- अनुकरणगीतलहरि-ऎन्.जयरामाचार्य (१९९१)
- कन्नड चॆन्नुडि (मूल तात्पर्यसहित कन्नड सुभाषितगळ बृहत् संपुट) (१९९१)
- काव्यवाहिनि-दसरा कविसम्मेळनगळ कवितॆगळु (१९९१)
- काव्यश्रीरंग-दसरा कविसम्मेळनगळ कवितॆगळु (१९९२)
- पंपकवि विरचित आदिपुराणं (१९९५)
- सिरिभूवलय-कुमुदेंदु मुनि (सह)(२००३)
- काव्यजिनाष्टकगळु (२००६)
- बॊप्पणपंडितन गॊम्मटजिनेंद्र गुणस्तवं (२००६)
- निर्वाणलक्ष्मीपतिस्तवनं (सं) (२००६)
- पंपसंपुट-आदिपुराणं, विक्रमार्जुन विजयं (२००६)
- गंगराज शिवमारकृत कल्पनारत्न (सह) (२००७)
- ब्रह्मशिवन समयपरीक्षॆ (२००८)
- त्रैलोक्यचूडामणिस्तोत्र (सं) (२००९)
- चंद्रन मेलॊंदु चंदद पयण (चंद्रवीथीविहार) (२०१०)
- श्रीविजयप्रभूतं कविराजमार्गं (२०११)
- बालवैद्यद चॆलुव विरचित रत्नशास्त्र (२०११)
- चंद्रराजविरचितं मदनतिलकं (२०१२)
- नाटक
- बद्धप्रमीत्यूस् (१९६६)- ईस्किलस् कविय रुद्रनाटकद हळगन्नडानुवाद
- कंस (१९७१) मूल : नेमिचंद्र का अर्धनेमिपुराणम्
- ट्राकिय पॆण्गळ् (१९७८)- Women of Trachis का हळगन्नडानुवाद
- हॊसगन्नड मित्रविंदागोविंद (१९८१)
- ऎरडु ग्रीक् रुद्रनाटकगळु (२००९) (बद्ध प्रमीत्यूस् मत्तु ट्राकिय पॆण्गळ्)
- ऎरडु भारतीय नाटकगळु (२०१०) (कंस मत्तु मित्रविंदागोविंद)
- प्रबन्ध
- काव्यचित्रगळु (१९७५)
- सद्दॆंतॆंबर गंड (१९८२)
- मॆलुगाळिय मातुगळु (१९९०)
- उदारचरितरु उदात्तप्रसंगगळु (२००२)
- नॆनपुगळ नॆरळल्लि (२०१६)
- कॆलवु हळॆय प्रसंगगळु (२०१८)
- भाषान्तर
- वेदं वॆंकटराय शास्त्रि (१९८६)
- हरिवंशपुराणसार (१९८७)
- कर्णपार्यन नेमिनाथपुराण कथासार (२००२)
- नम्म मातृभूमि - स्वामि विवेकानन्द (२०१०)