झिल्ली प्रोटीन (membrane proteins) ऐसे प्रोटीन होते हैं जिनसें या तो जैवझिल्लियाँ (biological membranes) निर्मित होती हैं या जो इन जैवझिल्लियों से जुड़ने, प्रवेश करने या आरपार जाने में सक्षम होते हैं। इनमें स्थाई और अस्थाई रूप से जैवझिल्लियों की लिपिड द्विपरत से जुड़ने वाले प्रोटीन शामिल हैं।[1] लगभग ५०% आधुनिक दवाएँ इन्हीं झिल्ली प्रोटीनों पर प्रभाव डालने के लिए बनती हैं और अनुमान लगाया गया है कि अधिकतर जीनोमों के लगभग ३०% जीन झिल्ली प्रोटीनों के निर्माण की विधियों का निर्देश होती हैं।[2][3][4] झिल्ली प्रोटीन प्रोटीनों की तीन मुख्य श्रेणियों में से एक है और बाक़ी दो रेशेदार प्रोटीन तथा गोलाकार प्रोटीन होते हैं।

इन्हें भी देखें

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  1. Johnson JE, Cornell RB (1999). "Amphitropic proteins: regulation by reversible membrane interactions (review)". Mol. Membr. Biol. 16 (3): 217–235. PMID 10503244. डीओआइ:10.1080/096876899294544.
  2. Overington JP, Al-Lazikani B, Hopkins AL (December 2006). "How many drug targets are there?". Nat Rev Drug Discov. 5 (12): 993–6. PMID 17139284. डीओआइ:10.1038/nrd2199.
  3. Krogh, A.; Larsson, B. R.; Von Heijne, G.; Sonnhammer, E. L. L. (2001). "Predicting transmembrane protein topology with a hidden markov model: Application to complete genomes". Journal of Molecular Biology. 305 (3): 567–580. PMID 11152613. डीओआइ:10.1006/jmbi.2000.4315.
  4. Liszewski, Kathy (1 October 2015). "Dissecting the Structure of Membrane Proteins". Gen. Eng. Biotechnol. News (paper). 35 (17): 1, 14, 16–17. मूल से 11 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 नवंबर 2016. पाठ "Genetic Engineering & Biotechnology News" की उपेक्षा की गयी (मदद)(सब्सक्रिप्शन आवश्यक)