ज्वालामुखीय द्वीप (volcanic island) ऐसा द्वीप होता है जो किसी ज्वालामुखी के फटने से निकले हुए पत्थर व चट्टानों से उभरकर पानी की सतह से ऊपर निकल आए। ऐसे द्वीपों की ऊँचाई अक्सर अवसादन (सेडिमेन्टेशन) या मूँगे (कोरल) द्वारा बने द्वीपों से अधिक होती है, इसलिये इन्हें कभी-कभी ऊँचे द्वीप (high islands) भी कहा जाता है। इन द्वीपों को बनाने वाले ज्वालामुखी अक्सर द्वीप पर देखे जा सकते हैं हालांकि कभी-कभी वे मृत होते हैं या वायु-जल के प्रभाव से घिसे और वनस्पतियों से ढके जा चुके होते हैं।[1]

भारत के अंडमान द्वीपसमूह का नर्कोन्डम द्वीप एक ज्वालामुखीय द्वीप है

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