जमुना टुडू

पर्यावरण कार्यकर्ता

जमुना टुडू (जन्म 19 दिसंबर 1980) एक भारतीय पर्यावरण कार्यकर्ता हैं। उन्होंने और पांच अन्य महिलाओं ने अपने गाँव के पास पेड़ों की अवैध कटाई को रोका और बाद में यह एक संगठन में फैल गया। झारखंड में टिम्बर माफिया और नक्सलों का मुकाबला करने के लिए उन्हें लेडी टार्ज़न कहा जाता है।

जमुना टुडू

2017 में जमुना
जन्म 19 दिसम्बर 1980 (1980-12-19) (आयु 43)[1]
मयूरभंज, उड़ीसा, भारत [2]
राष्ट्रीयता भारतीय
उपनाम लेडी टार्ज़न
कार्यकाल 1998–वर्तमान [3]
प्रसिद्धि का कारण पर्यावरण कार्यकर्ता
जीवनसाथी मानसिंह टुडू (वि॰ 1998)[4]
पुरस्कार पद्मश्री

वह “वन सुरक्षा समिति” की संस्थापक भी हैं, जो झारखंड में उनके गांव के पास पेड़ों की अवैध कटाई को रोकती है।[5][6]

पुरस्कार

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  1. "महिला ब्रिगेड संग जंगल माफिया से लेती हैं लोहा, राष्ट्रपति से सम्मान पा चुकी हैं जमुना टुडू". Jansatta. 13 August 2019. अभिगमन तिथि 16 August 2020.
  2. "लकड़ी माफिया से निपट रही झारखंड की ये लेडी टार्जन". Firstpost Hindi. 12 November 2017. अभिगमन तिथि 22 September 2024.[मृत कड़ियाँ]
  3. "पेड़ों की रक्षा के लिए दांव पर लगाई अपनी जान, पद्मश्री जमुना टुडू को अब दुनिया कहती है लेडी टार्जन". News18 India. अभिगमन तिथि 16 August 2020.
  4. "पर्यावरण संरक्षण के संकल्प ने गांव की बहू को दिलाया वन रत्न सम्मान : यमुना". Dainik Bhaskar. 30 July 2017. अभिगमन तिथि 16 August 2020.
  5. "Meet Padma Shri Jamuna Tudu: 'Lady Tarzan' Of Jharkhand Forests". KalingaTV. 30 January 2019. अभिगमन तिथि 22 September 2024.
  6. Mohan, Shriya. "She came, she saw, she saved". @businessline (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 22 September 2024.
  7. "झारखंड की चार हस्तियों को पद्मश्री पुरस्कार". Dainik Jagran. अभिगमन तिथि 22 September 2024.
  8. "Women Transforming India - Jamuna Tudu" (PDF). अभिगमन तिथि 22 September 2024.
  9. "This Tribal Lady & Her Band Saved 50 Hectares of Forests for 20 Years!". The Better India. 6 November 2017. अभिगमन तिथि 22 September 2024.