चंद्र ध्रुवीय हाइड्रोजन मैपर
चंद्र ध्रुवीय हाइड्रोजन मैपर (Lunar Polar Hydrogen Mapper या LunaH-Map) 2018 में एक्सप्लोरेशन मिशन 1 में लांच होने वाली लूनर आइसक्यूब और लूनर फ्लैशलाइट के साथ-साथ 13 क्यूबसैट में से एक सैटेलाइट है। चंद्र ध्रुवीय हाइड्रोजन मैपर, चंद्र पानी की संभावित उपस्थिति की जांच में मदद करेगा।[1] एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी को 2015 की शुरुआत में नासा द्वारा एक अनुबंध से सम्मानित किए जाने के बाद चंद्र ध्रुवीय हाइड्रोजन मैपर का विकास शुरू किया। इसका विकास करने के लिए 20 सदस्य छात्र की टीम बनायीं गयी।[2]
मिशन प्रकार | चंद्र आर्बिटर |
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संचालक (ऑपरेटर) | नासा |
वेबसाइट |
neutron |
मिशन अवधि | 60 दिन (योजना) |
पूरी की गई कक्षाएँ | 141 (योजना) |
अंतरिक्ष यान के गुण | |
अंतरिक्ष यान | चंद्र ध्रुवीय हाइड्रोजन मैपर |
अंतरिक्ष यान प्रकार | क्यूबसैट |
बस | 6यू |
निर्माता | एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी |
पेलोड वजन | 14 कि॰ग्राम (30 पौंड)[1] |
आकार-प्रकार | 10×20×30 सेमी |
मिशन का आरंभ | |
प्रक्षेपण तिथि | 30 सितंबर 2018 |
रॉकेट | स्पेस लांच सिस्टम ब्लॉक 1 |
प्रक्षेपण स्थल | कैनेडी स्पेस सेंटर प्रक्षेपण परिसर 39 |
कक्षीय मापदण्ड | |
निर्देश प्रणाली | ध्रुवीय |
परिधि (पेरीएपसिस) | 5 कि॰मी॰ (16,000 फीट) |
झुकाव | ≈90° (ध्रुवीय) |
युग | Planned |
लक्ष्य
संपादित करेंचंद्र ध्रुवीय हाइड्रोजन मैपर का प्राथमिक उद्देश्य चंद्र दक्षिण ध्रुव की सतह के नीचे एक मीटर तक हाइड्रोजन की बहुतायत का नक्शा तैयार करना है।
इतिहास
संपादित करेंइन्हें भी देखें
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सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ Harbaugh, Jennifer. "LunaH-Map: University-Built CubeSat to Map Water-Ice on the Moon". NASA.gov. NASA. मूल से 8 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 March 2016.
- ↑ Cassis, Nikki. "ASU chosen to lead lunar CubeSat mission". asunow.asu.edu. Arizona State University. मूल से 5 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 March 2016.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- The Lunar Polar Hydrogen Mapper mission: Mapping hydrogen distribution in permanently shadowed regions of the Moon's South Pole. (Presentation to Lunar Exploration Analysis Group, 2015; PDF)
- Interview with Craig Hardgrove on ASU Connections Podcast