खेमकरन का युद्ध भारत पाक युद्ध १९६५ का भाग था। दूसरे विश्व युद्ध के बाद ये सबसे बड़ा टैंक युद्ध था। युद्ध में दोनों तरफ ४०० टैंकों के करीब थे। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना को बहुत भारी हानि उठानी पड़ी थी। उसके पैटन टैंक जिन पर उसे बहुत भरोसा था बुरी तरह नाकामयाब रहे। खेमकरन को पैटन टैंकों का कब्रिस्तान कहा गया है। युद्ध में पराजय के साथ ही तय हो गया था कि पाक भारत को युद्ध में हरा के कश्मीर नहीं ले सकता।[1]
उस युध्ह के बाद भारत और पाकिस्तान के मध्य रुस के तास्कन्द मै समझोता हुआ
- ↑ अ आ Rakshak, Bharat. "Page 15" (PDF). Official History. Times of India. मूल (PDF) से 9 June 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 July 2011.