कोरोमंडल तट
कोरोमंडल तट भारतीय प्रायद्वीप की दक्षिण-पूर्वी तटरेखा को दिया गया नाम है। यह क्षेत्र चोल राजवंश द्वारा शासित रहा है। चोल क्षेत्र या मंडल को तमिल में चोल-मंडलम कहते थे। वहीं से पुर्तगालियों एवं फ्रेंच लोगों ने बिगाड़ कर कोरमंडल नाम निकाला है।[1][2][3] krishna nadi se kanyakumari tak ka tat Coromandal Tat
तमिल में इसे चोलों द्वारा चोलामंडलम (சோழ மண்டலம்) अर्थात् चोल राजाओं का इलाका कहा जाता था। इसी से पुर्तगाली यात्रियों ने नाम को बिगाड़ कर वर्तमान का कोरोमंडल कर दिया।[4][5][6][7][8] कोरोमंडल tat पर ही masulipattam pulikat हैं कोरोमथल की भाषा hindi है। कोरोमंडल तट की लंबाई 22,800 वर्ग किलोमीटर है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ The Land of the Tamulians and Its Missions By Eduard Raimund Baierlein, James Dunning Baker
- ↑ South Indian Coins - Page 61 by T. Desikachari - Coins, Indic - 1984
- ↑ Indian History - Page 112 by Nonica Datta, Encyclopaedia Brittanica (India) Pvt. Ltd
- ↑ The Land of the Tamulians and Its Missions, by Eduard Raimund Baierlein, James Dunning Baker
- ↑ South Indian Coins - Page 61 by T. Desikachari - Coins, Indic - 1984
- ↑ Indian History - Page 112
- ↑ Annals of Oriental Research - Page 1 by University of Madras - 1960
- ↑ The Periplus of the Erythræan Sea by Wilfred Harvey Schoff
- वर्ल्ड स्टेट्समैन- भारत
साँचा:डेनिश सुदूर साम्राज्य साँचा:डच कालोनी साँचा:पूर्व फ्रेंच कालोनी
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- Coromandel से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमन्स पर
- Encyclopedia Britannica: Coromandel Coast (region, India)