कुंजंग चोदेन (अँग्रेजी: Kunzang Choden, जन्म: 1952) एक भूटानी लेखिका हैं और अँग्रेजी भाषा में उपन्यास लिखने वाली प्रथम भूटानी महिला हैं।[1] उनका जन्म भूटान के बूमथंग जिला के एक सामंती परिवार में हुआ। मात्र नौ वर्ष की आयु में उनके पिता ने उन्हें अँग्रेजी भाषा की तालिम दिलाई और शिक्षा-दीक्षा हेतु भारत भेज दिया। उन्होने दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक प्रतिष्ठा की शिक्षा ली और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेब्रास्का लिंकन विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र से स्नातक किया। 2005 में प्रकाशित अपने पहले अँग्रेजी उपन्यास 'दि सर्किल ऑफ कर्मा' से वे चर्चा में आयीं, जो 1950 के दशक में एक भूटानी महिला की परंपरिक प्रतिबंधात्मक विवशता पर आधारित है। इसमें मुख्य चरित्र के रूप में एक भूटानी महिला को रेखांकित किया गया है, जो पेशे से सड़क बिल्डर है और पुरुषों को प्राप्त आर्थिक स्वतन्त्रता तथा लिंग भिन्नता का शिकार हो जाती है।[2]

कुंजंग चोदेन
वाशिंगटन, डीसी में चोदेन
जन्म1952
बूमथंग जिला, भूटान
राष्ट्रीयताभूटानी
उच्च शिक्षानेब्रास्का लिंकन विश्वविद्यालय
उल्लेखनीय कामsदि सर्किल ऑफ कर्मा (अँग्रेजी)
बच्चे2 बेटियाँ, 1 बेटा

प्रमुख कृतियाँ

संपादित करें
  1. "South asian girl Kunzang Choden: First Bhutanese woman writer to write a novel in English" [कुंजंग चोदेन: पहली भूटानी लेखिका जिन्होने अंग्रेज़ी में उपन्यास लिखा] (अंग्रेज़ी में). नाज़िया रिजवी, साउथ एशिया टुडे. मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 अगस्त 2014.
  2. "Rooted in the soil and earth" [मिट्टी और पृथ्वी में जड़ें] (अंग्रेज़ी में). अन्ना सुजाता मथाई, दि हिन्दू. मूल से 2 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 अगस्त 2014.