कांग्रेस राष्ट्रवादी दल

कांग्रेस राष्ट्रवादी दल ब्रिटिश भारत में एक राजनीतिक दल था। इसकी स्थापना मदन मोहन मालवीय और माधव श्रीहरि अणे ने १९३४ में की थी।[1]

कांग्रेस राष्ट्रवादी दल
गठन १९३४
विचारधारा भारतीय राष्ट्रवाद
समाजवाद विरोध
रूढ़िवाद
सामाजिक रूढ़िवाद
पंथनिरपेक्षता
भारत की राजनीति
राजनैतिक दल
चुनाव

भारतीय सभाओं में अल्पसंख्यक समुदायों को अलग निर्वाचक मंडल देने के लिए १९३२ में सांप्रदायिक पुरस्कार की घोषणा की गई थी। सांप्रदायिक पुरस्कार के विरोध में मालवीय और अणे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अलग हो गए और उन्होंने कांग्रेस राष्ट्रवादी दल (अंग्रेज़ी: Congress Nationalist Party) की स्थापना की। कांग्रेस राष्ट्रवादी दल ने १९३४ में केंद्रीय विधानमंडल के लिए चुनाव लड़ा और १२ सीटें जीतीं।[2] कांग्रेस और राष्ट्रवादियों ने मिलकर केंद्रीय विधानसभा में बहुमत हासिल किया। १९४१ तक यह विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल था।[3]

  1. Beck, Sanderson. SOUTH ASIA 1800-1950.
  2. Schwartzberg Atlas
  3. "Congress Nationalist Assembly Party". The Indian Express. 9 November 1941. अभिगमन तिथि 19 August 2013.