ऍलोपैथी
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आधुनिक चिकित्सा विज्ञान को एलोपैथी (Allopathy) या एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति (Allopathic medicine) कहते हैं। यह नाम होम्योपैथी के जन्मदाता सैमुएल हैनीमेन ने दिया था जिनका यह नाम देने का आशय यह था कि प्रचलित चिकित्सा-पद्धति (अर्थात एलोपैथी) रोग के लक्षण के बजाय अन्य चीज की दवा करता है। (Allo = अन्य तथा pathy = पद्धति, विधि) एलोपैथी ग्रीक भाषा का संयुक्त शब्द है । इसमें दो शब्द जुड़े है - एलीस अर्थात् दूसरा पाथोस अर्थात् दुख । एलोपैथी अर्थात् वह विज्ञान जो एक के साथ दूसरा दुख पैदा करता है । (állos + pathos = Allopathy)[1]
एलोपैथी, वह छद्म विज्ञान है, जो पूंजीवाद को मैत्रीपूर्ण सेवाएं प्रदान करने की अपनी निरंतर इच्छा में, बार-बार प्रकृति को धोखा देने की कोशिश करता है।[2] एलोपैथ में ज्यादातर रोगों में रोग को जड़ से खत्म करने की बजाय सिर्फ उसके लक्षणों को कम करने की दवा देते हैं, तभी कई रोगों मे ऐलोपैथिक से आराम नही मिलता है, दिक्कत बार-बार होती रहती है।[3]
अर्थ व परिभाषा
संपादित करेंएलोपैथी मे दो शब्द जुड़े है - एलीस (állos) अर्थात् दूसरा, पाथोस (pathos) अर्थात् दुख । एलोपैथी अर्थात् वह विज्ञान जो एक के साथ दूसरा दुख पैदा करता है । (állos + pathos = Allopathy) प्रस्तुत अर्थ को अमेरिका की डब्ल्यू . वी . साउण्डर्स कम्पनी द्वारा प्रकाशित " अमेरिकन इलस्ट्रेड मेडिकल डिक्शनरी में - वेक्टर के प्राचीन शब्द कोष में- आक्सफोर्ड डिक्शनरी में - लंदन से प्रकाशित स्टेडमैन्स मेडिकल डिक्शनरी में- समान रूप से पुष्टि की गई है ।[1]
"एलोस +पाथोस" का अनुवाद किया जा सकता है, "एक बीमारी दूसरे से ठीक हो जाती है।" इसे व्यवहार में तब लाया जाता है जब प्रति-उत्तेजक पदार्थों का उपयोग किया जाता है। पेट पर छाले से आंतों की जलन ठीक होती है। (एलोस + पाथोस) से, एलोपैथी आता है - एक ऐसा शब्द जो "नियमित" लोगों के लिए बहुत अधिक विशिष्ट हठधर्मिता के कारण अरुचिकर हो गया है।[4]
इतिहास व अन्य
संपादित करेंइंग्लैण्ड में पागल खानों के अध्यक्ष डॉ . मार्टिन राथ ने डॉक्टरी संघ द्वारा प्रकाशित ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में एक लेख लिख कर पागलपन सम्बन्धी चिकित्सा में औषधि उपचार की असफलता स्वीकार करते हुए लिखा है- पागलों को इन पागलखानों में प्रायः ऐसे ही दिन काटने पड़ेंगे क्योंकि हमारे पास उनकी बीमारी का कोई समुचित इलाज नहीं है । फ्राँस के डॉक्टर ई . वाल्टेयर ने एलोपैथी के सबसे तेज विष- सबसे अच्छी दवा के सिद्धान्त पर करारे व्यंग किये है । डॉ . डब्ल्यू . एच . हाइट के एलोपैथी चिकित्सा विज्ञान के मूल भूत सिद्धान्तों को अपूर्ण और अनुमानों के आधार पर खड़ा किया गया बताया है । हीलिंग एण्ड कान्क्वेस्ट आफ पेन के लेखक डॉ . जे . ओल्डफील्ड ने लिखा है । वर्तमान चिकित्सा विज्ञान अभी प्रयोग मात्र है । इसमें वैज्ञानिक अंध विश्वास जैसे तथ्य भरे पड़े है । प्रस्तुत रोग की निवृत्ति के अत्युत्साह में जो तीव्र विषों से भरी दवाएँ रोगी को दी जाती है वे कुछ ही समय अपना जादू दिखाकर बाद में ऐसी नई विकृतियाँ उत्पन्न करती है जो पहले रोग से भी भयंकर हो । मलेरिया के इलाज में प्रयुक्त कुनैन ने कितने ही लोगों को कान बहने और आजीवन बहरे रहने का व्यथा से घेर लिया । जल्दी बुखार उतारने की दवा ने दो दिन तो चमत्कार दिखाया पीछे रोगी को लकवा का शिकार बनना पड़ा । ऐसी घटनायें आये दिन देखने को मिलती रहती है । एलोपैथी के प्रति बढ़ते हुए अन्धविश्वास के पीछे उस अदूरदर्शिता को भी समझा जाना चाहिए जो आरम्भ में चमत्कारी दिखा कर पीछे के लिए अधिक घातक दुष्परिणाम छोड़ती है
रोग के आक्रमण की आशंका रहने पर शरीर में उस बीमारी की स्थिति स्वेच्छापूर्वक पैदा कर ली जाती है । चेचक , हैजा , क्षय आदि के निवारण के लिए सुरक्षा के टीके लगा कर उसी बीमारी को इम्यूनिटी के रूप में पैदा किया जाता है , रोग निवारण के लिये एंटीबायोटिक दवाएँ ली जाती है । एण्टी का अर्थ है- विरुद्ध । बायोटिक्स का अर्थ है - जीवन । ग्रीक लैटिन के इस संयुक्त शब्द का अर्थ है Detri mental hazardous to Life यानि जीवन को घातक ।[5]
इन्हें भी देखें
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सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "एलोपैथी के अदूरदर्शी आधार - Akhandjyoti November 1973 :: (All World Gayatri Pariwar)". literature.awgp.org. अभिगमन तिथि 2024-05-15.
- ↑ Lane, Henry Edward (1904). Diagnosis from the Eye: A New Art of Diagnosing with Perfect Certainty from the Iris of the Eye the Normal and Abnormal Conditions of the Organism in General and of the Different Organs in Particular; a Scientific Essay for the Public and Medical Profession (अंग्रेज़ी में). Kosmos publishing Company. पृ॰ 29.
But allopathy , that pseudo - science , in its constant desire to render friendly services to capitalism , again and again tries to deceive nature .
- ↑ Gupta, Sanchit (2022-08-25). Kaun Modern, Kaun Ganwar !. Rajmangal Prakashan.
- ↑ America, National Eclectic Medical Association of the United States of (1886). Transactions of the National Eclectic Medical Association of the United States of America for the Years ... (PDF) (अंग्रेज़ी में). 13. America: The Association. पृ॰ 198.
" allos pathos , may be translated , "one disease is cured by another ." This is carried into prac- when counter - irritants are employed . A blister on the abdomen is to cure an intestinal irritation . From (allos pathos), comes Allopathy - a term that has become distasteful to " regulars " too much of the exclusive dogma in it .
सीएस1 रखरखाव: तिथि और वर्ष (link) - ↑ "ऐलोपैथिक के अदूरदर्शी आधार - Akhandjyoti November 1973 :: (All World Gayatri Pariwar)". literature.awgp.org. अभिगमन तिथि 2024-05-15.