उग्रसेन
मथुरा के राजा
उग्रसेन हिंदू महाकाव्य महाभारत में वर्णित एक पौराणिक चरित्र है।[1] वह मथुरा के राजा थे, एक ऐसा राज्य जो शक्तिशाली निडर आभीरों द्वारा स्थापित किया गया था।[2] उनके पुत्र कंस थे, और कृष्ण के नाना देवक उनके भाई थे। कंस द्वारा राजा उग्रसेन को छल से बंदी बनाकर कारागार में डाल दिया गया,और कंस अपनी चचेरी बहन देवकी और उनके पति वसुदेव को साथ जेल में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। कृष्ण ने अपने दुष्ट मामा को हराने के बाद उग्रसेन को एक बार फिर मथुरा के शासक के रूप में पुनः स्थापित किया।[3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "बाबा उग्रसेन का 20 वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से संपन्न". Hindustan. अभिगमन तिथि 2023-10-09.
- ↑ Geraets, Wil (2011-05-18). The Wisdom Teachings of Harish Johari on the Mahabharata (अंग्रेज़ी में). Simon and Schuster. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-59477-932-9.
- ↑ www.wisdomlib.org (2019-01-28). "Story of Ugrasena". www.wisdomlib.org (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-08-27.