आर्केड गेम सिक्के द्वारा संचालित होने वाली एक मनोरंजन मशीन है, जिसे आम तौर पर रेस्तरां, सार्वजनिक प्रतिष्ठानों और वीडियो आर्केडों जैसे सार्वजनिक व्यापार केन्द्रों पर लगाया जाता है। अधिकांश आर्केड गेम प्रतिदान खेल (रिडेम्पशन गेम्स), व्यापार (जैसे कि क्लाव क्रेन), वीडियो गेम, या पिनबॉल मशीन के खेल होते हैं।

लोकप्रिय "आर्केड गेम्स" की शुरुआत मनोरंजन पार्क के मिडवे गेम्स के रूप में हुई, जैसे शूटिंग गैलरी, बॉल टॉस गेम्स और किसी का भाग्य बताने का दावा करने वाली या मशीनी संगीत बजाने वाली जैसी शुरुआती सिक्के द्वारा संचालित मशीनें. 1920 के दशक के जमाने के मनोरंजन पार्कों के पुराने मिडवेज (जैसे कि न्यूयार्क का कोनी आइलैंड) ने बाद के आर्केड गेमों के लिए प्रेरणा और माहौल प्रदान किया।

1930 के दशक में, प्रारंभिक सिक्का-संचालित पिनबॉल मशीनों का निर्माण हुआ था। ये शुरुआती उपकरण बाद में आये अपने इलेक्ट्रॉनिक वंशजों से भिन्न हुआ करते थे, ये लकड़ी के बने होते थे, इनमें खेल क्षेत्र में पिस्टन या प्रकाशमान लाभांश सतहें नहीं हुआ करती थीं और इलेक्ट्रॉनिक स्कोरिंग पठनीय आंकड़ों के बजाय यांत्रिक उपायों का इस्तेमाल किया जाता था। 1977 के आसपास से उत्पादित होने वाली अधिकांश पिनबॉल मशीनों में संचालन और स्कोरिंग दोनों ही के लिए ठोस रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग किया जाने लगा।[1]

1971 में, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्पेस-वार गेम का सिक्का-संचालित संस्करण गैलेक्सी गेम शुरू किया। सिक्का-संचालित वीडियो गेम का यह सबसे पुराना ज्ञात उदाहरण है। उसी वर्ष बाद में, नटिंग एसोसिएट्स के लिए नोलन बुशनेल ने कम्प्यूटर स्पेस जैसे गेम का पहली बार बड़े पैमाने पर निर्माण किया।

1972 में, नोलन बुशनेल तथा टेड डब्नी द्वारा अटारी का गठन किया गया। अटारी ने मूलतः पोंग खेल के साथ सिक्का-संचालित वीडियो गेम उद्योग का सृजन किया; पोंग एक लोकप्रिय इलेक्ट्रॉनिक पिंग पांग वीडियो गेम है। पोंग लोकप्रिय साबित हुआ, लेकिन नकलचियों ने अटारी को सिक्का-संचालित वीडियो गेम बाजार पर हावी नहीं होने दिया। 1970 के अंतिम चरण और 1980 के दशक के आरंभ में पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों के मॉल्स, रेस्तराओं के छोटे "कॉर्नर आर्केडों", किराने की दुकानों, बारों और सिनेमा हॉलों में वीडियो गेम आर्केड छा गए। स्पेस इन्वेडर्स (1978), गैलेक्सियन (1979), पैक-मैन (1979), बैटलज़ोन (1980) और डोंकी कोंग (1981) जैसे गेम विशेष रूप से लोकप्रिय हुए।

70 के दशक के अंतिम चरण और 80 के दशक के दौरान, चक ई. चीजेज, ग्राउंड राउंड, डेव एंड बस्टर्स और गाटीज पिज्जा जैसी श्रृंखलाओं सहित पारंपरिक रेस्तरां और/या बार में आर्केड्स की स्थापना की गयी।[2]

1980 के दशक के अंतिम चरण में, होम वीडियो कंसोल प्रौद्योगिकी की प्रगति से आर्केड वीडियो गेम का उन्माद कम होना शुरू हुआ। कैपकोम के स्ट्रीट फाइटर द्वितीय (1991), मिडवे गेम्स के मोर्टल कॉम्बेट (1992), एसएनके के Fatal Fury: King of Fighters (1992), रेयर के किलर इंस्टिंक्ट (1994) और एसएनके के द किंग ऑफ़ फाइटर्स (1994–2005) जैसे दो-खिलाड़ी वाले लड़ाकू खेलों के आने से आर्केड वीडियो गेम का पुनरुत्थान हुआ।

हालांकि 1996 तक, 3डी त्वरक (एक्सीलिरेटर) कार्ड के साथ घरेलू वीडियो गेम कंसोल और कंप्यूटर आर्केड उपकरण तकनीक समानता तक पहुंच गया है - आर्केड गेम हमेशा उपयोगी वस्तु तकनीक पर आधारित होता है, लेकिन पुरानी पीढ़ी के घरेलू सिस्टम पर लाभ इनके अनुकूलित करने की क्षमता और इसके नवीनतम ग्राफिक्स और ध्वनि कार्ड पर निर्भर करता है; जैसा कि आज के पीसी गेमों में होता है। आर्केड की बिक्री में गिरावट का मतलब था कि यह तरीका अब फायदेमंद नहीं रह गया था। इसके अलावा, 1990 के दशक के अंतिम चरण और 2000 की शुरुआत में, कंसोल के जरिए नेटवर्क किए हुए और इंटरनेट से जुड़े कंप्यूटर खेल भी सामने आये,[3] जिसने आमने-सामने की प्रतिस्पर्धा और आर्केड द्वारा पूर्व में प्रदत्त सामाजिक वातावरण का स्थान ले लिया।[4]

नए खेलों के सामने आ जाने से आर्केड खेलों ने अपनी हैसियत भी गंवा दी। किसी आर्केड में किसी गेम को तीन या चार बार खेलने (एक आम आर्केड गेम में शायद 15 मिनट का समय लगता है) और वीडियो गेम कंसोल को लगभग उसी मूल्य पर किराये पर लेने की तुलना की जाये तो कंसोल ही स्पष्ट रूप से बेहतर साबित होता है। आर्केड खेलों में लड़ाकू गेम सबसे अधिक आकर्षक वैशिष्ट्य थे, क्योंकि उनमें आमने-सामने की प्रतियोगिता और टूर्नामेंट की संभावना पेश की गयी थी, जो खिलाड़ियों को तदनुसार अधिक अभ्यास करने के (और आर्केड में और अधिक पैसे खर्च करने के भी) मौके प्रदान किया करते थे, लेकिन इससे इस व्यापार को खुद से कोई मदद नहीं मिली।


प्रासंगिक बने रहने के लिए, आर्केड्स ने वीडियो गेम्स के साथ रिडेम्पशन गेम्स, व्यापार और खान-पान जैसी कुछ अन्य सुविधाओं को भी प्रदान करना शुरू कर दिया। "फन सेंटर्स" या "फैमिली फन सेंटर्स"[5] कही जाने वाली चक ई. चीजेज और गट्टीज पिज्जा ("गट्टी टाउंस")[6] जैसी कुछ पुरानी श्रृंखलाओं ने भी इसी तरीके को अपनाया. अनेक पुराने वीडियो गेम आर्केड काफी अरसे पहले ही बंद हो चुके हैं और पारंपरिक सिक्का-संचालित खेलों को अब मुख्यतः पुराने शौकीनों द्वारा ही खेला जाता है।

आज आर्केड्स ने उन खेलों में अपना एक विशिष्ट स्थान बना लिया है, जिनमें विशेष नियंत्रकों का उपयोग होता है जो घरेलू उपयोगकर्ताओं को अप्राप्य हैं। एक वैकल्पिक व्याख्या (जिसमे लड़ाकू गेम होते हैं, जिसकी सफलता जारी है और जिसमें किसी विशेष नियंत्रक की जरूरत नहीं होती है) है कि आर्केड गेम अब अधिक सामाजिक-उन्मुख स्थल हो गये हैं, जहां गेम की सामग्री के बजाय व्यक्तिगत प्रदर्शन को अधिक प्राथमिकता दी जाती है। डांस डांस रेवोल्यूशन (1998) और ड्रम मानिया (1999) जैसे ताल गेम और वर्चुआ कॉप (1994), टाइम क्राइसिस और हाउस ऑफ़ द डेड (996) जैसे रेल शूटर्स गेम आज की लोकप्रिय शैलियों के उदाहरण हैं।

प्रौद्योगिकी

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नियो जियो के अंदर

वस्तुतः सभी प्रकार के आधुनिक आर्केड गेम (काउंटी मेलों में पारंपरिक मिडवे-टाइप गेम जैसे बहुत ही पारंपरिक गेमों को छोड़ कर) ने ठोस अवस्था के इलेक्ट्रॉनिक्स और एकीकृत सर्किट के उपयोग को व्यापक बनाया है। पुराने समय में सिक्के से संचालित आर्केड वीडियो गेम बहुत सारे सीपीयू, अति विशिष्ट ध्वनि और ग्राफिक्स चिप्स तथा कंप्यूटर ग्राफिक्स में नवीनतम डिस्प्ले तकनीक के साथ आमतौर पर कस्टम प्रति-गेम हार्डवेयर का इस्तेमाल किया करते हैं। हाल का आर्केड गेम हार्डवेयर संशोधित वीडियो गेम कंसोल हार्डवेयर या उच्च-स्तरीय पीसी घटक पर आधारित होता है।

आर्केड गेम्स में अक्सर पीसी या कंसोल की तुलना में विशिष्ट माहौल या नियंत्रण सहायक सामग्री समेत कहीं अधिक तल्लीन करनेवाला और यथार्थवादी गेम नियंत्रण होता है: बल प्रतिक्रिया नियंत्रण, समर्पित लाइटगन, रियर प्रोजेक्शन डिस्प्ले, ऑटोमोबाइल या एयरप्लेन कॉकपिट का पुनरुत्पादन करनेवाला, मोटरसाइकिल या घोड़े के आकार के नियंत्रक या डांसिंग मैट या ‍मछली पकड़नेवाली छड़ी जैसे बहुत ही समर्पित नियंत्रक के साथ पूरी तरह से बंद गत्यात्मक (डायनामिक) कैबिनेट होता है। ये सहायक सामग्रियां आमतौर पर पीसी या कंसोल गेम्स से आधुनिक आर्केड गेम्स को पृथक करती हैं, क्योंकि आमतौर ये बहुत भारी और महँगी होती हैं और इन्हें घरेलू पीसी और कंसोल में ही इस्तेमाल किया जा सकता है।

आर्केड शैली

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आर्केड गेम्स के स्तर अक्सर बहुत छोटे होते हैं और नियंत्रण काफी सरल और सहज होता है जबकि कठिनाई का स्तर तेजी से बढ़ता है। यह आर्केड के माहौल के कारण होता है, जहां खिलाड़ी गेम को केवल तब तक खेलता है, जब तक कि गेम में उसका अवतार जिंदा रहता है (या जब तक उसका टोकन खत्म नहीं हो जाता)।

कंसोल या पीसी के खेलों को भी "आर्केड गेम्स" के रूप में देखा जा सकता है, अगर उनमें भी ये खासियत मौजूद हों या वे जो आर्केड टाइटल के डाइरेक्ट पोर्ट हों. कई स्वतंत्र डेवलपर्स गेम को आर्केड शैली में पेश कर रहे हैं, जिन्हें विशेष रूप से इंटरनेट पर इस्तेमाल करने के लिए डिजाइन किया गया है। ये गेम आमतौर पर फ्लैश/जावा/DHTML के साथ डिजाइन किए गए हैं और वेब-ब्राउजर पर सीधे चलाये जाते हैं।

आर्केड रेसिंग गेम में एक सरल भौतिकी इंजन होता है और जब रेसिंग सिम्युलेटर की तुलना में इसे सीखने के लिए ज्यादा समय की जरूरत नहीं होती है। बगैर ब्रेक लगाये या अंडरस्टीयर किये कारों को तेजी से मोड़ा जा सकता है और एआई प्रतिद्वंद्वी कभी-कभी इस तरह से प्रोग्राम किए हुए होते हैं जिससे वे हमेशा खिलाड़ी के करीब बने रहें (रबरबैंड प्रभाव)।

फ्लाइट सिम्युलेटर की तुलना में आर्केड फ्लाइट गेम्स अधिक सरलीकृत भौतिकी और नियंत्रण का भी इस्तेमाल करते हैं। इनका उद्देश्य सीखने की अवस्था को आसान बनाना होता है ताकि इनके एक्शन संबंधी घटक को बचाए रखा जा सके। तत्काल आर्केड फ्लाइट एक्शन के पक्ष में क्रिमसन स्काइज से लेकर ऐस कॉम्बैट और सीक्रेट वेपन्स ओवर नोर्मैंडी तक कंसोल फ्लाइट आर्केड गेम की बढ़ती संख्या, मैनुअल-हेवी फ्लाइट सिम की गिरती हुई लोकप्रियता का संकेत देती है।[7]

यंत्रानुकरण

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आधुनिक कंप्यूटर और कई अन्य उपकरणों में चलाया जा सकने वाले मामे (MAME) जैसे एम्युलेटर, पुराने अप्रचलित खेलों को बचाये रखने की कोशिश करते हैं। हालांकि अब आर्केड गेम्स की याई (Wii) वर्चुअल कंसोल सर्विस के माध्यम से नक़ल की जा रही है; इसकी शुरुआत 2009 में गैप्लसगैप्लसj एमेराल्डिया, मैपी, सॉल्वालू, स्पेस हैरियर, स्टार फोर्स, द टावर ऑफ ड्रुआगा तथा द रिटर्न ऑफ इश्तार एवं साल के अंत में आने वाले स्पेस इंवेडर्स, स्प्लैटर हाउस जैसे अन्य खेलों से हुई। इसके अलावा, ऐस्टरॉइड्स, ट्रॉन, डिस्क्स ऑफ ट्रॉन, यी एर कुंग-फू, पैक-मैन, जॉस्ट, बैटलजोन, डिग डग Robotron: 2084, और मिसाइल कमांड की नकल एक्सबॉक्स लाइव आर्केड पर की गयी है।

आर्केड गेम्स को रेस्तरां तथा वीडियो आर्केड्स के अलावा बाउलिंग एलीज, कॉलेज कैंपसों, डोरमैटरियों, लॉन्ड्रोमैट, सिनेमा थियेटरों, सुपरमार्केट, शॉपिंग मॉल, हवाई अड्डों, ट्रक स्टॉपों, बार/पबों, होटलों और यहां तक कि बेकरियों में भी देखा जाता है। संक्षेप में, आर्केड गेम उन सर्वाजनिक जगहों में काफी लोकप्रिय हैं जहां लोगों के पास खाली वक्त होता है।

इन्हें भी देखें

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  • आर्केड कैबिनेट
  • आर्केड सिस्टम बोर्ड
  • क्लाव वेंडिंग मशीन
  • मनी बूथ
  • आर्केड खेल का स्वर्ण युग
  • स्कोर
  • जेएएमएमए (JAMMA)
  • वीडियोगेम की किलर सूची
  • वीडियो आर्केड गेम्स की सूची
  • नियो-जियो
  • रिसाइकिल ईट, डोंट ट्रेश ईट!
  1. विंटेज कॉइन ऑपरेटेड फॉर्चून टेलर्स, आर्केड गेम्स, डीगर/क्रेन्स, गन गेम्स एंड अदर पेनी आर्केड गेम्स, प्री-1977 Archived 2010-12-30 at the वेबैक मशीन मारविन की मार्वलस मैकेनिकल म्यूजियम से
  2. "Dave and Buster's About Page". मूल से 29 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-09-20.
  3. Mabry, Donald J. "Evolution of Online Games". मूल से 9 फ़रवरी 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-09-21.
  4. Fuller, Brad. "Awakening the Arcade". मूल से 3 अक्तूबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-09-21.
  5. "Bullwinkles Family Fun Center". मूल से 11 सितंबर 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-09-20.
  6. "Gatti's Pizza: About Us". मूल से 24 सितंबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-09-20.
  7. Butts, Steve (2003). "Secret Weapon Over Normandy Review". IGN. मूल से 14 फ़रवरी 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि August 15, 2007.

बाहरी कड़ियाँ

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