आकाशदीप (कहानी संग्रह)
आकाशदीप जयशंकर प्रसाद का तीसरा कहानी संग्रह है, जिसका प्रकाशन सन् १९२९ ई॰ में भारती भंडार, इलाहाबाद से हुआ था।[1] इसमें संकलित कहानियों की कुल संख्या उन्नीस है।[2]
संकलित कहानियाँ
संपादित करें- आकाशदीप
- ममता
- स्वर्ग के खंडहर में
- सुनहला साँप
- हिमालय का पथिक
- भिखारिन
- प्रतिध्वनि
- कला
- देवदासी
- समुद्र-संतरण
- वैरागी
- बनजारा
- चूड़ीवाली
- अपराधी
- प्रणय-चिह्न
- रूप की छाया
- ज्योतिष्मती
- रमला
- बिसाती