आईएनएस कदमट्ट भारतीय नौसेना का एक पनडुब्बी निरोधी युद्धपोत है जिसका जलावतरण 7 जनवरी 2016 को किया गया। यह परियोजना 28 (प्रोजेक्ट 28, पी28) के अंतर्गत दूसरा पोत है।[1] इस परियोजना में इससे पहले आईएनएस कमोर्टा को 23 अगस्त 2014 को नौसेना में शामिल किया गया था।[2]

आईएनएस कदमट्ट का नाम भारत के पश्चिमी छोर पर स्थिति लक्ष्यद्वीप द्वीप समूहों के एक द्वीप पर रखा गया है। लक्ष्यद्वीप द्वीप समूहों और नौसेना का विशेष संबंध है और यहां आईएनएस द्वीपरक्षक का बेस स्थित है।[1]

आईएनएस कदमट्ट टोटल एटमॉसफेरिक कंट्रोल सिस्टम, इंटीग्रेटेड प्लेटफार्म मेनेजमेंट सिस्टम, इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम, बैटल डैमेज कंट्रोल सिस्टम और परसेनल लोकेटर सिस्टम से लैस है। उल्लेखनीय है कि इस पोत को ‘मेक इन इंडिया’ के लक्ष्य के तहत निर्मित किया गया है। जहाज का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा देश में ही तैयार किया गया है और इसे परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध के हालात से निपटने के योग्य बनाया गया है। जहाज के हथियार और संवेदी उपकरण देश में ही तैयार किए गये हैं, जिनमें कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम, रॉकेट लॉन्चर, तारपीडो ट्यूब लॉन्चर और इन्फ्रा-रेड सिग्नेचर सप्रेशन सिस्टम शामिल हैं।[1]

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1.  http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=44141  Archived 2016-03-06 at the वेबैक मशीन
  2. "First Indigenously Built Stealth Anti-Submarine Warfare Ship- INS Kamorta- Commissioned". पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार. 23 अगस्त 2014. मूल से 26 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 अगस्त 2014.