APAAR (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) भारत सरकार की एक पहल है, जो छात्रों को उनकी शैक्षिक उपलब्धियों और प्रमाणपत्रों को डिजिटल रूप में संरक्षित करने के लिए एक स्थायी और अद्वितीय पहचान प्रदान करती है। यह "वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी" के उद्देश्य के तहत कार्य करता है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

अपार
APAAR
देश भारत
मन्त्रालय शिक्षा मंत्रालय
प्रमुख लोग
आरम्भ 2023; 1 वर्ष पूर्व (2023)
वर्तमान स्थिति 34 करोड़ APAAR ID पंजीकृत (2024 तक)
जालस्थल apaar.education.gov.in

उद्देश्य

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APAAR का मुख्य उद्देश्य छात्रों को उनकी शैक्षिक यात्रा के दौरान सुगम अनुभव प्रदान करना है। इसके तहत शैक्षिक प्रमाणपत्रों और कौशल की डिजिटल भंडारण और उपयोग की सुविधा दी जाती है।

  • छात्रों की सभी शैक्षिक उपलब्धियों का डिजिटल संग्रहण।
  • संस्थानों के बीच क्रेडिट स्थानांतरण में सुविधा।
  • प्रमाणपत्रों की प्रामाणिकता सुनिश्चित करना।
  • को-क्यूरिकुलर उपलब्धियों की मान्यता।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

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APAAR ID प्राप्त करने के लिए छात्रों को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होता है:

  • 1. स्कूल में अपनी जानकारी का सत्यापन।
  • 2. यदि छात्र नाबालिग है, तो माता-पिता की सहमति।
  • 3. सत्यापन के बाद, डिजिलॉकर में ID जोड़ना।

APAAR ID का उपयोग शैक्षिक संस्थानों में स्थानांतरण, प्रवेश, छात्रवृत्ति, और नौकरियों के लिए प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है।